मुंबई : इंडियन ओवरसीज बैंक (आईओबी) रिजर्व बैंक की त्वरित सुधारात्मक कार्रवाई रूपरेखा (पीसीएएफ) से बाहर आ गया है. केंद्रीय बैंक ने बुधवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि बैंक ने विभिन्न मानदंडों पर सुधार किया है और साथ लिखित में यह भरोसा दिलाया है कि वह न्यूनतम पूंजी नियमों का अनुपालन करेगा.
रिजर्व बैंक ने बयान में कहा कि आईओबी के प्रदर्शन की समीक्षा के बाद वित्तीय निगरानी बोर्ड ने 2020-21 के वित्तीय नतीजों के प्रकाशन के आधार पर पाया है कि बैंक पीसीए मानकों का उल्लंघन नहीं कर रहा है. बैंक को 2015 में पीसीए के तहत डाला गया था.
शर्तों को पूरा करना होगा, निगरानी होगी
केंद्रीय बैंक ने कहा कि इसी के मद्देनजर आईओबी को पीसीए अंकुशों से बाहर करने का फैसला किया गया है. इसके लिए बैंक को कुछ शर्तों को पूरा करना होगा और उसकी निरंतर निगरानी की जाएगी.
इससे पहले इसी महीने रिजर्व बैंक ने यूको बैंक को भी पीसीए रूपरेखा से बाहर किया था. अभी सार्वजनिक क्षेत्र का एक बैंक सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया इसके तहत है.
पढ़ें- बैंकों ने RBI को लगाया चूना! 100 और 50 रुपये के बड़ी संख्या में जमा हुए नकली नोट