नई दिल्ली: सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी इंडियन ऑयल का शुद्ध लाभ दूसरी तिमाही में 83 प्रतिशत गिरकर 564 करोड़ रुपये पर आ गया. कंपनी के चेयरमैन संजीव सिंह ने यहां संवाददाताओं से कहा कि मुख्य रूप से परिशोधन कारोबार में मार्जिन में गिरावट तथा भंडार का मूल्य कम होने के कारण लाभ गिरा है.
कंपनी को पिछले वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 3,247 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था.
उन्होंने कहा कि कंपनी को परिशोधन कारोबार में पिछले वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में मार्जिन 6.79 डॉलर प्रति बैरल थी, जो इस वित्त वर्ष की समान तिमाही में गिरकर 1.28 डॉलर प्रति बैरल पर आ गई.
भंडार में पड़े माल के मूल्य में कमी को हटा दिया जाए तो सकल परिधोशन मार्जिन इस दौरान 3.99 डॉलर प्रति बैरल बनता है.
उन्होंने बताया कि आलोच्य तिमाही के दौरान पिछले वित्त वर्ष में भंडार में पड़े सामन के मूल्यांकन से 2,895 करोड़ रुपये का लाभ हुआ था लेकिन इस वित्त वर्ष में 1,807 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.
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सिंह ने बताया कि कंपनी को इस दौरान विनिमय दर में बदलाव के कारण भी कंपनी को 1,135 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ. इस दौरान कंपनी की कुल आय 1.51 लाख करोड़ रुपये से गिरकर 1.32 लाख करोड़ रुपये पर आ गई.
कंपनी ने आलोच्य तिमाही के दौरान 214 लाख टन पेट्रोलियम उत्पादों की बिक्री की. इस दौरान परिशोधन कारोबार का उत्पादन 175 लाख टन रहा.