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यूपी को बनाना है एक हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था : योगी

मुख्यमंत्री ने विधानसभा में वर्ष 2019-20 की प्रथम अनुपूरक मांगों पर चर्चा में हस्तक्षेप करते हुए कहा कि इन्वेस्टर्स समिट के समय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लक्ष्य रखा था कि उत्तर प्रदेश एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था कब बनेगा, ये चुनौती स्वीकार की जानी चाहिए.

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Published : Jul 24, 2019, 8:29 PM IST

यूपी को बनाना है एक हजार अरब डालर की अर्थव्यवस्था : योगी

लखनऊ: उत्तर प्रदेश को 'एक ट्रिलियन डॉलर' (एक हजार अरब डॉलर) की अर्थव्यवस्था बनाने का संकल्प व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कहा कि राज्य में संसाधनों की कोई कमी नहीं है लेकिन 'हमें वक्त की रफ्तार से तेज चलना होगा.'

उत्तर प्रदेश के चालू वित्त वर्ष के बजट अनुमानों के अनुसार उत्तर प्रदेश का सकल राज्य घरेलू उत्पाद : जीएसडीपी : 2019-20 के लिए 15,79,807 करोड़ रुपये अनुमानित है जो 2018-19 के संशोधित अनुमान से सात प्रतिशत अधिक है. ताजा रुपया/डॉलर विनिमय के हिसाब से एक हजार अरब डॉलर करीब 69,00,000 करोड़ रुपये बनता है.

मुख्यमंत्री ने विधानसभा में वर्ष 2019-20 की प्रथम अनुपूरक मांगों पर चर्चा में हस्तक्षेप करते हुए कहा, "इन्वेस्टर्स समिट के समय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लक्ष्य रखा था कि उत्तर प्रदेश एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था कब बनेगा, ये चुनौती स्वीकार की जानी चाहिए."

उन्होंने कहा कि राज्य का तीव्र विकास 23 करोड जनता और आने वाली पीढी के भविष्य के लिए आवश्यक भी है. योगी ने कहा कि एक हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए "हमें वक्त की रफ्तार से तेज रफ्तार करनी चाहिए. जब (हम) उस रफ्तार से चलेंगे तो हर नागरिक उसी रफ्तार से चलेगा."

ये भी पढ़ें: सरकार ने 2019-20 में चीनी का 40 लाख टन का बफर स्टॉक बनाने की मंजूरी दी

मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके लिए हर चीज को राजनीतिक नजरिये से देखने की सोच बदल कर "स्थायी और समेकित विकास की दिशा में प्रयास किये जाने हैं."

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश को देश की सबसे अच्छी अर्थव्यवस्था बनाने के लिहाज से जितनी बेहतर सुविधा हम दे सकते हैं, कोई नहीं दे सकता. सबसे अच्छी सुरक्षा भी हम देंगे. योगी ने कहा कि राज्य में पहले राजनीतिक वातावरण ठीक नहीं होने के कारण देशी विदेशी निवेशक बाहर जा रहे थे, "लेकिन अब वही सैमसंग पांच हजार करोड रूपये का निवेश कर चुकी है. जो टीसीएस लखनऊ से भाग रही थी, अब प्रदेश में अन्य स्थानों पर भी बड़ा निवेश कर रही है."

उन्होंने कहा कि भारत को (2025 तक) पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के की दिशा में किए जा रहे प्रयासों के तहत उत्तर प्रदेश में 28 जुलाई को नए औद्योगिक निवेश के लिए ग्राउण्ड ब्रेकिंग सेरेमनी-2 में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह का यहां आगमन होगा और 65 हजार करोड़ रुपये से अधिक की योजनाओं का शिलान्यास सम्पन्न होगा."

मुख्यमंत्री ने वृद्धजनों निराश्रित महिलाओं और दिव्यांग जनों को पेंशन का लाभ देने, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना गरीब कन्याओं का विवाह संस्कार संपन्न कराने और इस योजना में प्रत्येक बालिका को दी जाने वाली 33, 000 रूपये की राशि को बढ़ाकर 51, 000 रूपये किए जाने की भी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि श्रम विभाग द्वारा भी 10,316 बालिकाओं के विवाह में 55, 000 रूपये की राशि दी गयी.

योगी ने राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति मजबूत होने का भी उल्लेख किया और कहा कि हाल में लोकसभा चुनाव में प्रदेश में एक भी बूथ पर पुनर्मतदान की जरूरत नहीं नहीं हुई.

योगी ने कहा, "सात चरण हमारे यहां कोई हिंसा नहीं हुई. पश्चिम बंगाल में चुनाव के हर चरण में भीषण हिंसा हुई और व्यापक नरसंहार भी हुआ. यही अंतर है. उत्तर प्रदेश की आम जनता के मन में लोकतंत्र के लिए जो विश्वास जगा. प्रशासनिक मशीनरी की कुशलता भी इस अवसर पर देखने को मिली."

मुख्यमंत्री ने अपने भाषण के दौरान यह शेर पढा, "चिराग जिसे आंधियों ने पाला हो, उसे हवा के झोंके बुझा नहीं सकते."

लखनऊ: उत्तर प्रदेश को 'एक ट्रिलियन डॉलर' (एक हजार अरब डॉलर) की अर्थव्यवस्था बनाने का संकल्प व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कहा कि राज्य में संसाधनों की कोई कमी नहीं है लेकिन 'हमें वक्त की रफ्तार से तेज चलना होगा.'

उत्तर प्रदेश के चालू वित्त वर्ष के बजट अनुमानों के अनुसार उत्तर प्रदेश का सकल राज्य घरेलू उत्पाद : जीएसडीपी : 2019-20 के लिए 15,79,807 करोड़ रुपये अनुमानित है जो 2018-19 के संशोधित अनुमान से सात प्रतिशत अधिक है. ताजा रुपया/डॉलर विनिमय के हिसाब से एक हजार अरब डॉलर करीब 69,00,000 करोड़ रुपये बनता है.

मुख्यमंत्री ने विधानसभा में वर्ष 2019-20 की प्रथम अनुपूरक मांगों पर चर्चा में हस्तक्षेप करते हुए कहा, "इन्वेस्टर्स समिट के समय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लक्ष्य रखा था कि उत्तर प्रदेश एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था कब बनेगा, ये चुनौती स्वीकार की जानी चाहिए."

उन्होंने कहा कि राज्य का तीव्र विकास 23 करोड जनता और आने वाली पीढी के भविष्य के लिए आवश्यक भी है. योगी ने कहा कि एक हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए "हमें वक्त की रफ्तार से तेज रफ्तार करनी चाहिए. जब (हम) उस रफ्तार से चलेंगे तो हर नागरिक उसी रफ्तार से चलेगा."

ये भी पढ़ें: सरकार ने 2019-20 में चीनी का 40 लाख टन का बफर स्टॉक बनाने की मंजूरी दी

मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके लिए हर चीज को राजनीतिक नजरिये से देखने की सोच बदल कर "स्थायी और समेकित विकास की दिशा में प्रयास किये जाने हैं."

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश को देश की सबसे अच्छी अर्थव्यवस्था बनाने के लिहाज से जितनी बेहतर सुविधा हम दे सकते हैं, कोई नहीं दे सकता. सबसे अच्छी सुरक्षा भी हम देंगे. योगी ने कहा कि राज्य में पहले राजनीतिक वातावरण ठीक नहीं होने के कारण देशी विदेशी निवेशक बाहर जा रहे थे, "लेकिन अब वही सैमसंग पांच हजार करोड रूपये का निवेश कर चुकी है. जो टीसीएस लखनऊ से भाग रही थी, अब प्रदेश में अन्य स्थानों पर भी बड़ा निवेश कर रही है."

उन्होंने कहा कि भारत को (2025 तक) पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के की दिशा में किए जा रहे प्रयासों के तहत उत्तर प्रदेश में 28 जुलाई को नए औद्योगिक निवेश के लिए ग्राउण्ड ब्रेकिंग सेरेमनी-2 में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह का यहां आगमन होगा और 65 हजार करोड़ रुपये से अधिक की योजनाओं का शिलान्यास सम्पन्न होगा."

मुख्यमंत्री ने वृद्धजनों निराश्रित महिलाओं और दिव्यांग जनों को पेंशन का लाभ देने, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना गरीब कन्याओं का विवाह संस्कार संपन्न कराने और इस योजना में प्रत्येक बालिका को दी जाने वाली 33, 000 रूपये की राशि को बढ़ाकर 51, 000 रूपये किए जाने की भी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि श्रम विभाग द्वारा भी 10,316 बालिकाओं के विवाह में 55, 000 रूपये की राशि दी गयी.

योगी ने राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति मजबूत होने का भी उल्लेख किया और कहा कि हाल में लोकसभा चुनाव में प्रदेश में एक भी बूथ पर पुनर्मतदान की जरूरत नहीं नहीं हुई.

योगी ने कहा, "सात चरण हमारे यहां कोई हिंसा नहीं हुई. पश्चिम बंगाल में चुनाव के हर चरण में भीषण हिंसा हुई और व्यापक नरसंहार भी हुआ. यही अंतर है. उत्तर प्रदेश की आम जनता के मन में लोकतंत्र के लिए जो विश्वास जगा. प्रशासनिक मशीनरी की कुशलता भी इस अवसर पर देखने को मिली."

मुख्यमंत्री ने अपने भाषण के दौरान यह शेर पढा, "चिराग जिसे आंधियों ने पाला हो, उसे हवा के झोंके बुझा नहीं सकते."

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लखनऊ: उत्तर प्रदेश को 'एक ट्रिलियन डालर' (एक हजार अरब डालर) की अर्थव्यवस्था बनाने का संकल्प व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कहा कि राज्य में संसाधनों की कोई कमी नहीं है लेकिन 'हमें वक्त की रफ्तार से तेज चलना होगा.'

उत्तर प्रदेश के चालू वित्त वर्ष के बजट अनुमानों के अनुसार उत्तर प्रदेश का सकल राज्य घरेलू उत्पाद : जीएसडीपी : 2019-20 के लिए 15,79,807 करोड़ रुपये अनुमानित है जो 2018-19 के संशोधित अनुमान से सात प्रतिशत अधिक है. ताजा रुपया/डॉलर विनिमय के हिसाब से एक हाजार अरब डॉलर करीब 69,00,000 करोड़ रुपये बनता है.

मुख्यमंत्री ने विधानसभा में वर्ष 2019-20 की प्रथम अनुपूरक मांगों पर चर्चा में हस्तक्षेप करते हुए कहा, "इन्वेस्टर्स समिट के समय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लक्ष्य रखा था कि उत्तर प्रदेश एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था कब बनेगा, ये चुनौती स्वीकार की जानी चाहिए."

उन्होंने कहा कि राज्य का तीव्र विकास 23 करोड जनता और आने वाली पीढी के भविष्य के लिए आवश्यक भी है. योगी ने कहा कि एक हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए "हमें वक्त की रफ्तार से तेज रफ्तार करनी चाहिए. जब (हम) उस रफ्तार से चलेंगे तो हर नागरिक उसी रफ्तार से चलेगा."

मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके लिए हर चीज को राजनीतिक नजरिये से देखने की सोच बदल कर "स्थायी और समेकित विकास की दिशा में प्रयास किये जाने हैं."

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश को देश की सबसे अच्छी अर्थव्यवस्था बनाने के लिहाज से जितनी बेहतर सुविधा हम दे सकते हैं, कोई नहीं दे सकता. सबसे अच्छी सुरक्षा भी हम देंगे. योगी ने कहा कि राज्य में पहले राजनीतिक वातावरण ठीक नहीं होने के कारण देशी विदेशी निवेशक बाहर जा रहे थे, "लेकिन अब वही सैमसंग पांच हजार करोड रूपये का निवेश कर चुकी है. जो टीसीएस लखनऊ से भाग रही थी, अब प्रदेश में अन्य स्थानों पर भी बड़ा निवेश कर रही है."

उन्होंने कहा कि भारत को (2025 तक) पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के की दिशा में किए जा रहे प्रयासों के तहत उत्तर प्रदेश में 28 जुलाई को नए औद्योगिक निवेश के लिए ग्राउण्ड ब्रेकिंग सेरेमनी-2 में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह का यहां आगमन होगा और 65 हजार करोड़ रुपये से अधिक की योजनाओं का शिलान्यास सम्पन्न होगा."

मुख्यमंत्री ने वृद्धजनों निराश्रित महिलाओं और दिव्यांग जनों को पेंशन का लाभ देने, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना गरीब कन्याओं का विवाह संस्कार संपन्न कराने और इस योजना में प्रत्येक बालिका को दी जाने वाली 33, 000 रूपये की राशि को बढ़ाकर 51, 000 रूपये किए जाने की भी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि श्रम विभाग द्वारा भी 10,316 बालिकाओं के विवाह में 55, 000 रूपये की राशि दी गयी.

योगी ने राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति मजबूत होने का भी उल्लेख किया और कहा कि हाल में लोकसभा चुनाव में प्रदेश में एक भी बूथ पर पुनर्मतदान की जरूरत नहीं नहीं हुई.

योगी ने कहा, "सात चरण हमारे यहां कोई हिंसा नहीं हुई. पश्चिम बंगाल में चुनाव के हर चरण में भीषण हिंसा हुई और व्यापक नरसंहार भी हुआ. यही अंतर है. उत्तर प्रदेश की आम जनता के मन में लोकतंत्र के लिए जो विश्वास जगा. प्रशासनिक मशीनरी की कुशलता भी इस अवसर पर देखने को मिली."

मुख्यमंत्री ने अपने भाषण के दौरान यह शेर पढा, "चिराग जिसे आंधियों ने पाला हो, उसे हवा के झोंके बुझा नहीं सकते."

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