हैदराबाद: भारत संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति की मेजबानी के लिए तैयार हो रहा है. डोनाल्ड ट्रम्प 24 फरवरी को दो दिवसीय यात्रा के लिए भारत आएंगे. इस यात्रा के साथ, दोनों राष्ट्रों के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत किया जाएगा.
व्यापार, रक्षा और अंतरिक्ष सहित कई क्षेत्रों में कई द्विपक्षीय समझौते किए जाने की संभावना है. इस यात्रा के मद्देनजर देश के कई कोनों में कई बिंदुओं पर चर्चा की जा रही है.
दोनों देशों के बीच संभावित व्यापार सौदों पर सभी की निगाहें हैं. कयास लगाए जा रहे हैं कि इस दौरे के दौरान भारत-अमेरिकी व्यापार सौदे को अंतिम रूप दिया जाएगा. ट्रम्प ने कहा कि भारत के साथ एक व्यापार समझौता उनकी आगामी यात्रा के दौरान संभव है.
दोनों राष्ट्रों के बीच व्यापक विचार-विमर्श चल रहा है. भारत स्टील और एल्युमीनियम उत्पादों पर उच्च टैरिफ को शामिल करने और सामान्यीकरण प्रणाली (जीएसपी) के माध्यम से तरजीही टैरिफ प्रणाली की बहाली की मांग कर रहा है. भारत कृषि, ऑटोमोबाइल और इंजीनियरिंग उत्पादों के लिए विपणन हिस्सेदारी बढ़ाने पर अड़ा हुआ है.
दूसरी ओर, अमेरिका सूचना और संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी) उत्पादों पर आयात शुल्क को कम करने के अलावा अपने डेयरी उत्पादों और चिकित्सा उपकरणों के लिए बाजार में हिस्सेदारी बढ़ाने की भी मांग कर रहा है.
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हाल ही में, अमेरिकी विदेश विभाग ने भारत सरकार को एक एकीकृत वायु रक्षा हथियार प्रणाली (आईएडीडब्ल्यूएल) की संभावित बिक्री को मंजूरी दे दी है. भारत के राष्ट्रपति की यात्रा के दौरान यूएस में 186 करोड़ डॉलर के सौदे पर हस्ताक्षर करने की संभावना है.
अमेरिकी फर्म, लॉकहीड मार्टिन से 24 बहुउद्देशीय एमएच 60 रोमियो सीहॉक हेलीकॉप्टर खरीदने के सौदे को भी अंतिम रूप दिया जा सकता है. सौदा 260 मिलियन अमरीकी डालर का है.
बोइंग ने हाल ही में अधिकारियों को उसी के लिए निर्यात परमिट देने के लिए कहा है. ट्रम्प की यात्रा के दौरान इस सौदे पर भी चर्चा होने की संभावना है.
2020 संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव कोने में हैं. ट्रंप इस बार भी राष्ट्रपति पद के लिए दौड़ रहे हैं. विश्लेषकों का मानना है कि ट्रम्प इस दौरे से भारतीय अमेरिकियों के वोट हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं. उनकी यात्रा के दौरान एशियाई राजनीति पर चर्चा की संभावना भी है.