नई दिल्ली: पूर्व विदेश मंत्री और बीजेपी की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज का मंगलवार देर रात दिल्ली के एम्स अस्पताल में निधन हो गया. वह काफी दिनों से बीमार चल रही थीं और उनकी किडनी भी ट्रांसप्लांट की गई थी.
स्वराज के निधन पर राजनीति से लेकर उद्योग जगत तक के लोगों ने शोक जताया. प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा कि भारतीय राजनीति का एक गौरवशाली अध्याय खत्म हो गया. एक ऐसी नेता जिन्होंने जन सेवा और गरीबों का जीवन संवारने के लिए अपनी जिंदगी समर्पित कर दी, उनके निधन पर भारत दुखी है.
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वहीं, वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने शपथ ग्रहण समारोह से तस्वीर साझा करते हुए ट्वीट कर कहा कि सुषमा जी के असामयिक निधन पर स्तब्ध हुं. सुषमा जी ने अपने भाषणों से कई लोगों को प्ररित किया.
वहीं, आनंद महिंद्रा ने सुषमा जी के अंतिम ट्वीट को रीट्वीट करते हुए कहा कि आपने तो इस दिन को देख लिया लेकिन आपको हम फिर कभी ना देख पाएंगे. उन्होंने आगे सुषमा जी को मदर इंडिया संबोधित किया.
मोहनदास पाई ने सुषमा को याद करते हुए लिखा, "हमने एक महान भारतीय, देशभक्त और राष्ट्रवादी को खो दिया है. भारत हमेशा आपको हमेशा याद रखेगा."
किरण मजूमदार शॉ ने ट्वीट कर कहा, "मैं सुषमा स्वाज के आकस्मिक निधन की खबर सुनने के बाद सदमें में हूं. हमने एक साहसी और दयालु व्यक्तित्व वाली एक महिला राजनीतिक नेता को खो दिया. मुझे उसकी कमी खलेगी."
अडाणी समूह के चेयरमैन गौतम अडाणी ने ट्वीट में कहा, "भारत ने एक महान नेता खो दिया है. देश के लिए आपका योगदान प्रेरणादायक है. भगवान उनकी आत्मा को शांति दें."
भारती एयरटेल के चेयरमैन सुनील भारती मित्तल ने कहा कि सुषमा स्वराज के निधन से भारतीय राजनीति के शानदार अध्याय का अंत हो गया है.
उन्होंने कहा, "वह अपनी वाणी से जनता को मंत्रमुग्ध करने वाली तेजतर्रार वक्ता के रूप में जानी जाती थीं. संयुक्त राष्ट्र की आम सभा में आतंकवाद पर भारत का पक्ष मजबूत किया था."
मित्तल ने कहा, "मुझे मोबाइल उद्योग में अपने शुरुआती वर्षों में उन्हें जानने का सौभाग्य मिला. उस महत्वपूर्ण समय में उनके पास दूरसंचार मंत्रालय की जिम्मेदारी थी. उन्होंने कम समय में ही जटिल मुद्दों को समझ लिया और कुछ अहम तथा परिवर्तनकारी नीतियां पेश कीं."
एसोचैम के अध्यक्ष बी . के गोयनका ने सुषमा स्वराज को महान नेता बताया , जिन्होंने भारत की विदेश मंत्री के रूप में अपनी पेशेवर योग्यता और करुणा के साथ चरम गरिमा को जोड़ा.
जेएसडब्ल्यू समूह के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक सज्जन जिंदल ने ट्वीट में कहा, "सुषमा स्वराज जी एक शानदार वक्ता, मजबूत एवं निडर नेता और अत्याधिक परिश्रमी राजनेता थीं, जिन्होंने हमेशा देश के बेहतरी के लिए काम किया. मैं कई साल से उन्हें जानता हूं, यह नितांत निजी नुकसान है. सुषमा स्वराज जी आपका आकर्षक व्यक्तित्व हमें प्रेरित करना जारी रखेगा."
आरपीजी एंटरप्राइजेज के चेयरमैन हर्ष गोयनका ने ट्वीट में कहा, "वह मेहनती, लोकप्रिय, बेहतरीन इंसान, वाकपटु और विदेश में फंसे भारतीयों की रक्षक थीं. उनके विदेश मंत्री रहने के दौरान मेरी उनसे कई बार मुलाकात हुई, मैंने उन्हें सक्रिय और लोगों का ध्यान रखने वाला पाया. भारत का तिरंगा उनके दिल में बसता था."
फिक्की के अध्यक्ष संदीप सोमानी ने कहा कि भारत ने एक महान सांसद जनता की मंत्री और आदर्श नेता खो दिया.
बता दें, सुषमा स्वराज का जन्म 14 फरवरी 1952 को हरियाणा के अंबाला में हुआ था. एसडी कॉलेज अम्बाला छावनी से बीए करने के बाद उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ से लॉ की पढ़ाई की थी.
गौरतलब है कि अपनी बीमारी की वजह से ही उन्होंने 2019 लोकसभा चुनाव से खुद को अलग रखा था. इससे पहले साल 2014 में उन्हें विदेश मंत्रालय का प्रभार मिला था. बीजेपी के शासन के दौरान सुषमा दिल्ली की मुख्यमंत्री भी रहीं. उन्हें दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री बनने का गौरव प्राप्त हुआ था.