मुंबई : बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का संवेदी सूचकांक- सेंसेक्स गुरुवार के कारोबार में 454 अंकों की उछाल के साथ बंद हुआ. इसके अलावा नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 121 अंकों की बढ़त के साथ बंद हुआ. हालांकि, गुरुवार के कारोबारी सत्र के बाद अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर 11 पैसे टूटकर 74.51 (अस्थायी) पर बंद हुआ.
शेयर बाजार गुरुवार को शुरुआती उतार-चढ़ाव वाली स्थिति से उबरते हुए जोरदार बढ़त के साथ बंद हुए. मासिक वायदा एवं विकल्प खंड में अंतिम दिन सौदा पूरा करने को लेकर की गयी लिवाली और सूचकांक में मजबूत हिस्सेदारी रखने वाली रिलांयस इंडस्ट्रीज में तेजी आने से बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी लाभ में रहे.
कारोबारियों के अनुसार अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर में गिरावट, विदेशी पूंजी निकासी जारी रहने और वैश्विक स्तर पर मिले-जुले रुख से तेजी पर अंकुश लगा.
30 शेयरों पर आधरित सेंसेक्स 454.10 अंक यानी 0.78 प्रतिशत की तेजी के साथ 58,795.09 अंक पर बंद हुआ. इसी प्रकार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 121.20 अंक यानी 0.70 प्रतिशत उछलकर 17,536.25 अंक पर बंद हुआ.
इन शेयरों में लाभ-हानि
सेंसेक्स के शेयरों में रिलायंस इंडस्ट्रीज 6.10 प्रतिशत की तेजी के साथ सर्वाधिक लाभ में रही. इसके अलावा आईटीसी, इन्फोसिस, टेक महिंद्रा,, टाइटन और भारती एयरटेल में भी प्रमुख रूप से तेजी रही. दूसरी तरफ गिरावट वाले शेयरों में मारुति, आईसीआईसीआई बैंक, इंडसइंड बैंक, एचयूएल, एक्सिस बैंक, बजाज ऑटो और एलएंडटी शामिल हैं.
आशिका स्टॉक ब्रोकिंग के शोध प्रमुख (खुदरा) अरिजीत मालाकर ने कहा, 'मासिक वायदा एवं विकल्प खंड में सौदे खत्म होने के अंतिम दिन की गयी लिवाली से बाजार में तेजी को समर्थन मिला. हालांकि मुद्रास्फीति बढ़ने और दुनिया के विभिन्न देशों में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के कारण धारणा कमजोर बनी रह सकती है.'
आनंद राठी फर्म के इक्विटी शोध (फंडामेंटल) प्रमुख नरेंद्र सोलंकी ने कहा कि घरेलू बाजार में शुरूआत मिली-जुली रही. इसका कारण यूरोप में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के साथ बैंक ऑफ दक्षिण कोरिया का ब्याज दर बढ़ाना था.
उन्होंने कहा, 'दोपहर के कारोबार में बाजार में तेजी लौटी. भारत की आर्थिक वृद्धि दर मजबूत रहने के मूडीज के अनुमान से बाजार पर सकारात्मक असर पड़ा. रेटिंग एजेंसी ने वित्त वर्ष 2021-2 में वृद्धि दर 9.3 प्रतिशत और 2022-23 में 7.9 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है.'
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एशिया के अन्य बाजारों में हांगकांग का हैंगसेंग और जापान का निक्की लाभ में रहें जबकि चीन में शंघाई कंपोजिट सूचकांक और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी नुकसान में रहें. यूरोप के प्रमुख बाजारों में दोपहर के सत्र के दौरान सकारात्मक रुख था.
इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.38 प्रतिशत फिसलकर 81.94 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया.
शेयर बाजार के पास उपलब्ध आंकड़े के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बुधवार को 5,122.65 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे.
(पीटीआई-भाषा)