मुंबई : बाजार सूत्रों के मुताबिक वैश्विक बाजारों से सकारात्मक संकेत मिलने और डालर के मुकाबले रुपये में मजबूती आने से निवेशकों की धारणा में सुधार आया. बीएसई का 30 कंपनी शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 392.92 अंक यानी 0.75 प्रतिशत बढ़कर 52,699 अंक पर बंद हुआ। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 103.50 अंक यानी 0.66 प्रतिशत बढ़कर 15,790.45 अंक पर पहुंच गया.
शेयर बाजारों में आज की तेजी में प्रौद्योगिकी कंपनियों के शेयरों का बड़ा योगदान रहा. सरकार की ओर से आवाज आधारित बीपीओ के लिये दिशानिर्देशों को उदार बनाए जाने के एक दिन बाद प्रौद्योगिकी शेयरों में यह तेजी आई है. सरकार ने बीपीओ क्षेत्र में भारत को एक प्रमुख केन्द्र बनाये रखने की स्थिति को मजबूती देने के लिए यह कदम उठाया है. बीएसई सेंसेक्स में शामिल शेयरों में 3.75 प्रतिशत तेजी के साथ इन्फोसिस सबसे अधिक फायदे में रहा. इसके बाद टीसीएस, टेक महिन्द्रा, एचसीएल टेक, लार्सन एण्ड टुब्रो, नेस्ले इंडिया और एशियन पेंट्स के शेयरों में भी बढ़त दर्ज की गई.
इसके विपरीत रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर 2.35 प्रतिशत गिरावट के साथ सबसे ज्यादा नुकसान वाला शेयर रहा. रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कंपनी की वार्षिक आम बैठक में हरित ऊर्जा और अन्य क्षेत्रों में भारी पूंजी निवेश किए जाने की घोषणा की है. गिरावट वाले अन्य शेयरों में भारती एयरटेल, पावर ग्रिड, एचडीएफसी, डा. रेड्डीज और स्टेट बैंक शामिल रहे.
जियोजित फाइनेंसियल सविर्सिज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि वैश्विक शेयर बाजारों में सकारात्मक रुख के साथ ही आईटी शेयरों में खरीदारी होने से घरेलू बाजार में तेजी का रुख रहा. अप्रैल में सालाना आधार पर एफडीआई प्रवाह 38 प्रतिशत बढ़ने और इसमें भी वार्षिक आधार पर 60 प्रतिशत वृद्धि इक्विटी प्रवाह में होने से भारत बाजारों में नकदी प्रवाह जारी रहने को लेकर भरोसा बढ़ा है.
वैश्विक निवेशकों ने फेडरल रिजर्व अधिकारियों की टिप्पणियों को पचा लिया है और अब वह अमेरिका के बेराजगारी दावों से संबंधित आंकड़ों और बैंक आफ इंग्लेंड के ब्याज दर को लेकर निर्णय पर नजरें जमाये हुए हैं. एचडीएफसी सिक्युरिटीज में खुदरा शोध प्रमुख दीपक जसानी ने कहा कि मासिक वायदा एवं विकल्प सौदे की समाप्ति के दिन आईटी शेयरों में खरीदारी से बेंचमार्क इक्विटी सूचकांक में तेजी रही. पिछले छह माह के दौरान वायदा एवं विकल्प (एफ एण्ड ओ) सौदों के निपटान वाले दिन एनएसई में खरीद-फरोख्त मात्रा सबसे कम रही है. इससे पता चलता है कि आने वाले दिनों में ऊंचे उतार- चढ़ाव को देखते हुए एफ एण्ड ओ में कारोबार हल्का रहा.
वैश्विक रेटिंग एजेंसी एस एण्ड पी ने बृहस्पतिवार को चालू वित्त वर्ष के लिए भारत के आर्थिक वृद्धि अनुमान को पहले के 11 प्रतिशत से घटाकर 9.5 प्रतिशत कर दिया. साथ ही कोविड महामारी की नई लहरों से जोखिम की चेतावनी दी है. एशिया के अन्य बाजारों में शंघाई, हांगकांग, सोल और टोक्यो के बाजार लाभ में बंद हुए. यूरोप में कारोबार के मध्य सत्र तक सकारात्मक रुख रहा. इस बीच अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का ब्रेंट क्रूड भाव 0.16 प्रतिशत ऊंचा रहकर 75.31 डालर प्रति बैरल पर चल रहा था.
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विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में अमेरिकी डालर के मुकाबले रुपया 9 पैसे बढ़कर 74.18 रुपये प्रति डालर पर बंद हुआ. शेयर बाजारों के आंकड़ों के मुताबिक बुधवार को विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बाजार में 3,156.53 करोड़ रुपये की शुद्ध लिवाली की.
(पीटीआई-भाषा)