नई दिल्ली: प्रधानमंत्री कार्यालय ने निजी क्षेत्र की विमानन कंपनी जेट एयरवेज की स्थिति पर विचार-विमर्श के लिए तत्काल जरूरी बैठक बुलाई है. इससे पहले संकटग्रस्त जेट एयरवेज ने नकदी की कमी के चलते अपने अंतरराष्ट्रीय उड़ान परिचालन को सोमवार तक के लिए निलंबित करने का फैसला किया था. वहीं, स्टेट बैंक के नेतृत्व वाले बैंकों के समूह द्वारा हिस्सेदारी की बिक्री के लिए आमंत्रित बोली की समयसीमा शुक्रवार को समाप्त हो गई.
सूत्रों ने बताया कि नागर विमानन मंत्री सुरेश प्रभु ने विभाग के सचिव से जेट एयरवेज से संबंधित मुद्दों की समीक्षा को कहा था उसके बाद यह बैठक बुलाई गई. संकटग्रस्त जेट एयरवेज गंभीर वित्तीय संकट से जूझ रही है और उसने अपनी कई उड़ानों को खड़ा कर दिया तथा सोमवार तक के लिये अंतरराष्ट्रीय परिचालन भी रोक दिया है.
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एयरलाइन ने शेयर बाजारों को सूचित किया था कि पट्टे पर विमान देने वाली कंपनियों को भुगतान नहीं कर पाने की वजह से उसे अपने दस और विमानों को खड़ा करना पड़ा है. जेट अंतरराष्ट्रीय क्षेत्र में विमान सेवाएं देने वाली सबसे बड़ी घरेलू एयरलाइन रही है. उसके अंतरराष्ट्रीय परिचालन का एम्सटर्डम मुख्य केन्द्र रहा है.
मंगलवार को पट्ट किराया का भुगतान नहीं होने के कारण एक एजेंट ने एम्सटर्डम में जेट का विमान अपने कब्जे में ले लिया. इसकी वजह से उस दिन जेट की एम्सटर्डम- मुंबई उड़ान निरस्त हो गई.इसके अलााव कई दूसरी उड़ानें भी रद्द की गई.