मुंबई : कर्ज में डूबी एयरलाइन कंपनी जेट एयरवेज अब दिवालिया प्रक्रिया से गुजर रही है. जेट एयरवेज दिवाला समाधान प्रक्रिया का संक्षिप्त घटनाक्रम इस तरह है.
17 अप्रैल, 2019 - नकदी संकट से जूझ रही जेट एयरवेज ने परिचालन बंद किया.
20 जून, 2019 - एसबीआई के नेतृत्व वाले ऋणदाताओं के संघ ने राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) में दिवाला याचिका दायर की.
13 मार्च, 2020 - जेट एयरवेज किसी भी बोलीदाता को आकर्षित करने में विफल रही तथा एनसीएलटी से समाधान प्रक्रिया के लिए कुछ और समय मांगा.
18 मार्च, 2020 - एनसीएलटी ने समाधान प्रक्रिया के लिए अतिरिक्त समय की मंजूरी दी.
14 जून, 2020 - एनसीएलटी ने जेट एयरवेज पर बकाये के दावों के निपटान, विदेशी कर्ज चुकाने के लिए बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (बीकेसी)-मुंबई में उसके परिसर को बेचने की अनुमति दी.
17 अक्टूबर, 2020 - लेनदारों की समिति (सीओसी) ने जालान कलरॉक गठजोड़ की समाधान योजना को मंजूरी दी.
25 फरवरी, 2021 - एनसीएलटी ने विमानन नियामक डीजीसीए को स्लॉट के लिए एयरलाइन के अनुरोध का जवाब देने के लिए और समय दिया.
9 मार्च, 2021 - डीजीसीए और नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने एनसीएलटी को सौंपे हलफनामे में स्लॉट पर कोई आश्वासन देने से इनकार किया.
3 जून, 2021 - मंत्रालय ने एनसीएलटी को बताया कि जेट एयरवेज को ऐतिहासिक वरीयता के आधार पर स्लॉट नहीं दिया जा सकता.
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22 जून, 2021 - एनसीएलटी ने जालान कलरॉक गठजोड़ की समाधान योजना को मंजूरी दी, खबरों के मुताबिक स्लॉट मंत्रालय या उपयुक्त प्राधिकारण द्वारा तय किया जाएगा.
(पीटीआई-भाषा)