नई दिल्ली : इंडिगो के मुख्य वाणिज्यिक अधिकारी (Chief Commercial Officer- CCO) विलियम बाउल्टर (William Boulter) ने कहा है कि इंडिगो का पहला मालवाहक विमान ए321सीईओ (IndiGo's first A321ceo freighter plane) अपने पूर्व निर्धारित समय पर आ जाएगा. उन्होंने कहा कि एयरलाइन माल ढुलाई के अपने कारोबार विस्तार को लेकर गंभीर है.
बता दें कि इंडिगो देश की सबसे बड़ी विमानन कंपनी है. मालवाहक विमान ए321सीईओ वर्ष 2022 की पहली छमाही में आने वाला है. इंडिगो ने गत 21 अप्रैल को चार ए321सीईओ मालवाहक विमानों को किराये पर लेने की योजना के बारे में बताया था. इस श्रेणी के हरेक विमान में 27 टन माल ले जाने की क्षमता है.
उन्होंने कहा कि पहला मालवाहक विमान अभी सिंगापुर टेक्नोलॉजिज इंजीनियरिंग लिमिटेड के पास गया है क्योंकि उसे यात्री विमान से मालवाहक विमान में तब्दील किया जा रहा है. यह अगले साल की पहली छमाही में कभी भी हमें मिल जाएगा.
बाउल्टर ने कहा कि वह भारत और चीन के बीच मालवाहक उड़ानों के लिए असीम संभावनाएं देखते हैं. जाहिर तौर पर अब महामारी के बाद चीन के साथ यात्री यातायात के लिए सीमाएं बंद हैं लेकिन सामान लाने- ले जाने के बाजार में असीम संभावनाएं हैं.
उन्होंने एक साक्षात्कार में कहा कि इंडिगो अभी अपना 'फ्रीक्वेंट फ्लायर प्रोग्राम' (IndiGo frequent flyer program) शुरू करने पर विचार नहीं कर रही है और वह पूरी तरह से बैंकों के साथ दो या उससे अधिक ब्रांड नामों के साथ चलाई जा रही व्यवस्थाओं पर ध्यान केंद्रित कर रही है.
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'फ्रीक्वेंट फ्लायर प्रोग्राम' से यात्री को एयरलाइन की टिकटों की बुकिंग कराते समय रिवार्ड अंक हासिल होते हैं. वह उन अंकों का इस्तेमाल उसी एयरलाइन की टिकटों को खरीदने या साझेदार कंपनियों की सेवाओं को खरीदने में कर सकते हैं.
अभी इंडिगो एयरलाइन भारत के 71 शहरों में अपनी सेवाओं का संचालन कर रही है और प्रत्येक जगह सामान लाने- ले जाने की सुविधा है.
(पीटीआई-भाषा)