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प्री मानसून बारिश हो सकती है जानलेवा, जानिए डॉक्टर से बचाव के उपाय

प्री मानसून बारिश से लोगों में संक्रामक रोगों के फैलने का खतरा बढ़ जाता है. प्री मानसून बारिश में बीमारियों से बचने के लिए जानिए डॉक्टर की राय...

डॉक्टर जितेंद्र राणा
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Published : Jun 20, 2019, 10:25 PM IST

Updated : Jun 20, 2019, 11:41 PM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद: प्री मानसून बारिश से लोगों को जहां गर्मी से निजात मिली है तो वहीं प्री मानसून बारिश से लोगों में संक्रामक रोगों के फैलने का खतरा भी बढ़ गया है.


जिला सरकारी अस्पताल के सीएमएस डॉक्टर जितेंद्र राणा ने बताया कि अभी हाल ही में हुई प्री मानसून बारिश के कारण छोटे बच्चों में संक्रामक रोग फैलने का खतरा सबसे ज्यादा रहता है.

डॉक्टर जितेंद्र राणा, सीएमएस, जिला अस्पताल

संक्रामक बीमारियों के फैलने का है खतरा
संक्रामक बीमारियों के फैलने के संबंध में सीएमएस डॉ राणा ने बताया कि यह मौसम बैक्टीरिया के फलने-फूलने के लिए अनुकूल माना जाता है. अभी ना तो बहुत ज्यादा गर्मी पड़ रही है और ना ही बहुत ज्यादा ठंडी. ऐसे समय में ही बैक्टीरिया आसानी से पनपते हैं.


इस मौसम में संक्रामक बीमारियों से बचाव के लिए साफ सफाई रखनी बहुत जरूरी है. खासकर खाना खाने से पहले. खाना खाने से पहले सभी को अपने हाथों की सफाई विशेष तौर पर करनी चाहिए. साथ ही बासी खाने और खुले में रखे खाने को खाने से बचना चाहिए. इस मौसम में लोगों को अपने घरों के आस-पास साफ सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए.

'डायरिया और सीजनल फीवर की रहती है शिकायत'
डॉक्टर जितेंद्र राणा ने बताया कि इस मौसम में आम तौर पर डायरिया और सीजनल फीवर की शिकायतें ज्यादा आती है. डायरिया की शिकायत होने पर मरीज को ओआरएस का घोल समय-समय पर पिलाना चाहिए. अगर फिर भी आराम ना हो तो उसे तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराना चाहिए. अगर मरीज को लंबे समय तक डायरिया होता है तो यह मरीज के लिए जानलेवा साबित हो सकता है.

नई दिल्ली/गाजियाबाद: प्री मानसून बारिश से लोगों को जहां गर्मी से निजात मिली है तो वहीं प्री मानसून बारिश से लोगों में संक्रामक रोगों के फैलने का खतरा भी बढ़ गया है.


जिला सरकारी अस्पताल के सीएमएस डॉक्टर जितेंद्र राणा ने बताया कि अभी हाल ही में हुई प्री मानसून बारिश के कारण छोटे बच्चों में संक्रामक रोग फैलने का खतरा सबसे ज्यादा रहता है.

डॉक्टर जितेंद्र राणा, सीएमएस, जिला अस्पताल

संक्रामक बीमारियों के फैलने का है खतरा
संक्रामक बीमारियों के फैलने के संबंध में सीएमएस डॉ राणा ने बताया कि यह मौसम बैक्टीरिया के फलने-फूलने के लिए अनुकूल माना जाता है. अभी ना तो बहुत ज्यादा गर्मी पड़ रही है और ना ही बहुत ज्यादा ठंडी. ऐसे समय में ही बैक्टीरिया आसानी से पनपते हैं.


इस मौसम में संक्रामक बीमारियों से बचाव के लिए साफ सफाई रखनी बहुत जरूरी है. खासकर खाना खाने से पहले. खाना खाने से पहले सभी को अपने हाथों की सफाई विशेष तौर पर करनी चाहिए. साथ ही बासी खाने और खुले में रखे खाने को खाने से बचना चाहिए. इस मौसम में लोगों को अपने घरों के आस-पास साफ सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए.

'डायरिया और सीजनल फीवर की रहती है शिकायत'
डॉक्टर जितेंद्र राणा ने बताया कि इस मौसम में आम तौर पर डायरिया और सीजनल फीवर की शिकायतें ज्यादा आती है. डायरिया की शिकायत होने पर मरीज को ओआरएस का घोल समय-समय पर पिलाना चाहिए. अगर फिर भी आराम ना हो तो उसे तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराना चाहिए. अगर मरीज को लंबे समय तक डायरिया होता है तो यह मरीज के लिए जानलेवा साबित हो सकता है.

Intro:गाजियाबाद : प्री मानसून बारिश से लोगों को जहां गर्मी से निजात मिली है वहीं प्री मानसून बारिश से लोगों में संक्रामक रोगों के फैलने का खतरा भी बढ़ गया है. संक्रामक रोगों के फैलने का कारण और इससे बचाव के बारे में जिला सरकारी अस्पताल के सीएमएस डॉक्टर जितेंद्र राणा ने बताया कि अभी हाल ही में हुई प्री मानसून बारिश के कारण छोटे बच्चों में संक्रामक रोग फैलने का खतरा सबसे ज्यादा रहता है.


Body:संक्रामक बीमारियों के फैलने के संबंध में सीएमएस डॉ राणा ने बताया कि यह मौसम बैक्टीरिया के फलने फूलने के लिए अनुकूल माना जाता है. अभी ना तो बहुत ज्यादा गर्मी पड़ रही है और ना ही बहुत ज्यादा ठंडी. ऐसे समय में ही बैक्टीरिया आसानी से पनपते हैं. इस मौसम में संक्रामक बीमारियों से बचाव के लिए साफ सफाई रखनी बहुत जरूरी है. खासकर खाना खाने से पहले. खाना खाने से पहले सभी को अपने हाथों की सफाई विशेष तौर पर करनी चाहिए. साथ ही बासी खाने और खुले में रखे खाने को खाने से बचना चाहिए. इस मौसम में लोगों को अपने घरों के आस-पास साफ सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए.


Conclusion:बातचीत के क्रम में सीएमएस डॉक्टर जितेंद्र राणा ने बताया कि इस मौसम में आम तौर पर डायरिया और सीजनल फीवर की शिकायतें ज्यादा आती है. डायरिया की शिकायत होने पर मरीज को ओआरएस का घोल समय-समय पर पिलाना चाहिए. अगर फिर भी आराम ना हो तो उसे तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराना चाहिए. अगर मरीज को लंबे समय तक डायरिया होता है तो यह मरीज के लिए जानलेवा साबित हो सकता है.
Last Updated : Jun 20, 2019, 11:41 PM IST
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