नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली का जब ज़िक्र होता है तो ध्यान चमचमाती सड़कों पर सरपट दौड़ती गाड़ियां, ऊंची इमारतें और राजा-महाराजाओं की बनाई गई ऐतिहासिक धरोहरों की तरफ जाता है, लेकिन बुनियादी सुविधाएं दिल्ली में आने वाले गांव को आज भी नसीब नहीं हो रही है.
चुनाव से ठीक पहले ईटीवी भारत सिंगलपुर गांव पहुंचा और वहां के स्थानीय लोगों से बातचीत कर यहां की समस्याओं को जानने की कोशिश की. सिंगलपुर गांव की स्थिति कुछ ज्यादा ही खराब दिखी. यहां मैनहोल खुले पड़े है और गंदगी का अंबार लगा हुआ है.
स्थानीय लोगों ने बताया कि कुछ दिन पहले एक बच्चा मैनहोल में गिर गया था लेकिन फिर भी संबंधित अधिकारियों का इस पर ध्यान नहीं गया. मैनहोल अभी भी खुला ही है और कूड़े से भरता जा रहा है. जो कि आने वाले समय में सीवर लाइन को भी खराब कर सकता है.
बिजली कनेक्शन से महरूम ट्यूबवेल
कुछ महीने पहले सिंगलपुर गांव के पार्क में ट्यूबवेल लगवाया गया था. यह ट्यूबवेल यहां की विधायक बंदना कुमारी ने लगवाया था, जिसके पास ही एक बहुत बड़ा बोर्ड लगाया गया है जिस पर ट्यूबवेल लगाने में खर्च हुई राशि लिखी हुई है. बदकिस्मती की बात ये है कि इसको लगे हुए 3 महीने हो गए हैं, लेकिन बिजली का कनेक्शन अभी तक इस ट्यूबवेल को नहीं मिला है.
पार्क में साफ सफाई का काम नहीं हो पा रहा है. पार्क में खेल रहे बच्चे ने बताया कि जब पार्क में खेलने आते हैं तो पहले कुछ जगह की सफाई खुद करते हैं. पार्क को निगम की तरफ से माली दिए गए हैं लेकिन वहां कोई माली झांकता तक नहीं है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि सांसद ने क्षेत्र में आज तक क़दम नहीं रखा है. सिंगलपुर गांव का विकास ना होने का कारण स्थानीय लोग यहां के विधायक और सांसद, दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार में तालमेल ना होना मानते हैं.