नई दिल्ली: दिल्ली के बड़े नालों की तकदीर बदलने वाली है. इनसे घरों का गंदा पानी गायब होने वाला है. दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष राम निवास गोयल बताते हैं कि यमुना सफाई अभियान के तहत राजधानी के नालों से गिरने वाले पानी को ट्रीट करने की जो योजना है. उसके तहत हर दो किलमीटर के भीतर इंटर सेपरेटर बनाया जा रहा है.
यहां नालों के पानी से गाद और प्लास्टिक कचरे जैसी चीजों को अलग किया जाता है. यहां से निकले पानी को अंडरग्राउंड तरीके से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट में भेज कर शोधित किया जाएगा. जिससे निकले पानी को हॉर्टिकल्चर में काम में लाया जाएगा और शेष बचे को यमुना में छोड़ा जाएगा. इसके बाद नालों में बरसात का पानी ही बहेगा.
झिलमिल नाले को दिलशाद गार्डन इंटर सेपरेटर से जोड़ा जाएगा
गोयल बताते हैं कि दिलशाद गार्डन मेट्रो स्टेशन के सामने जो इंटर सेपरेटर बनाया गया है, उसमें फिलहाल नंद नगरी से आने वाले नाले का पानी आ रहा है, जो तकरीबन 33 एमजीडी है. आने वाले दिनों में इसमें मेट्रो स्टेशन की तरफ से आने वाले नाले को भी जोड़ा जाएगा.