नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद जिला भले ही स्वच्छता अभियान में पहले स्थान पर रहा है. लेकिन अगर बात प्रदूषण के स्तर की करें तो गाजियाबाद प्रदूषण के मामले में लगातार पहले स्थान पर बना हुआ है. गाजियाबाद जिले का लोनी विधानसभा सबसे ज्यादा प्रदूषित है. जिसका मुख्य कारण क्षेत्र में अवैध रूप से चल रही फैक्ट्रियां हैं.
बंद हो रही अवैध रूप से संचालित फैक्ट्रियां
प्रदूषण के स्तर को नियंत्रित करने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा लगातार बड़ी कार्रवाई की जा रही है. इतना ही नहीं क्षेत्र में संचालित सभी ईंट भट्टों को भी अगले आदेश तक बंद रखने के निर्देश जारी किए गए हैं.
इसके अलावा निर्धारित मात्रा से ज्यादा कार्बन का उत्सर्जन करने वाली औद्योगिक इकाइयों को भी प्रशासनिक अधिकारियों की देखरेख में सील किया जा रहा है. एसडीएम लोनी आदित्य प्रजापति ने बताया कि लोनी इलाके में कई ऐसी फैक्ट्री है जिनके जनरेटर बाहर रखे हुए हैं. उन सभी फैक्ट्री मालिकों को हिदायत दी गई है कि जनरेटर सेट पूरी तरह से सही करने के बाद फैक्ट्री के अंदर ही चलाएं. इसके अलावा अवैध रूप से संचालित जींस रंगाई की फैक्ट्रियों पर भी सीलिंग की कार्रवाई की जा रही है.
तीन गुना ज्यादा रहा प्रदूषण
अगर बात लोनी विधानसभा में प्रदूषण के स्तर की करें तो सोमवार को जहां लोनी का एक्यूआई 336 दर्ज किया गया तो वहीं आज सुबह 10 बजे तक यह 285 था. जो एक्यूआई के मानकों के हिसाब से तीन गुना ज्यादा है.