नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद के इंस्टीट्यूट आफ मैनेजमेंट टेक्नोलॉजी (आईएमटी) कॉलेज के जमीन घोटाले मामले में कई जीडीए अधिकारियों पर कार्रवाई हो सकती है.
जानकारी के मुताबिक जीडीए अधिकारियों की मिली भगत से कॉलेज प्रशासन ने जीडीए की जमीन पर अवैध कब्जा करते हुए कॉलेज के कुछ हिस्सों का निर्माण कराया है जो पूरी तरह से गैरकानूनी है.
प्रतिबंधित जगह पर कराया निर्माण
गौरतलब है कि इसी वर्ष मार्च में नगर निगम के वरिष्ठ पार्षद राजेंद्र त्यागी ने आईएमटी कॉलेज पर आरोप लगाया था कि कॉलेज प्रशासन ने लगभग दस हज़ार वर्ग मीटर जमीन पर अवैध निर्माण कराया है.
इसके अलावा राज नगर इलाका जहां हाईराइज बिल्डिंग बनाना प्रतिबंधित है. वहां पर कॉलेज प्रशासन ने अधिकारियों की मिलीभगत से नक्शा पास करा कर हाईराइज हॉस्टल बनवाया है जो सरासर कानून का उल्लंघन है.
तोड़े जाऐंगे अवैध निर्माण
गाजियाबाद विकास प्राधिकरण ने इस पूरे मामले की जांच के लिए एक कमेटी बनाई थी. जिसके चलते कमेटी ने कल रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद जीडीए संतोष राय ने आईएमटी प्रबंधन से अपने पक्ष रखने को कहा था.
लेकिन आईएमटी कॉलेज प्रबंधन ने उक्त जमीन के मामले से जुड़ा कोई दस्तावेज पेश नहीं किया. जिसके बाद जीडीए अब कॉलेज प्रबंधन द्वारा किए गए अवैध निर्माणों को तोड़ने की कार्रवाई करेगा.
अधिकारी की संलिप्तता की होगी जांच
जिस जगह पर आईएमटी कॉलेज स्थापित है वहां से कुछ ही दूरी पर जीडीए उपाध्यक्ष, गाजियाबाद जिलाधिकारी और एसएसपी का आवास है.
जीडीए के अधिकारियों का कहना है कि इतना बड़ा जमीन घोटाला कॉलेज प्रबंधन अपने दम पर नहीं कर सकता. इसमें जरूर किसी न किसी अधिकारी की संलिप्तता है जो जांच पूरी होने के बाद सामने आएगी.