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Viveka murder case : सीबीआई का दावा- विवेकानंद मामले में उदय ने भास्कर रेड्डी और अविनाश रेड्डी के साथ नष्ट किए साक्ष्य

आंध्र प्रदेश के पूर्व मंत्री वाईएस विवेकानंद रेड्डी की 2019 में हुई हत्या के मामले की जांच सीबीआई कर रही है (Viveka murder case). सीबीआई ने मामले में शुक्रवार को एक गिरफ्तारी की थी. सीबीआई ने खुलासा किया है कि उदय ने भास्कर रेड्डी और अविनाश रेड्डी के साथ मिलकर साक्ष्य नष्ट किए.

Viveka murder case
पूर्व मंत्री वाईएस विवेकानंद रेड्डी
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Published : Apr 15, 2023, 9:50 PM IST

अमरावती : मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी के चाचा पूर्व मंत्री वाईएस विवेकानंद रेड्डी की हत्या के मामले में सीबीआई ने जो चार्जशीट दाखिल की है (Viveka murder case), उसमें कई बिंदु सामने आए हैं. सीबीआई ने कडप्पा सांसद अविनाश रेड्डी के करीबी गज्जला उदय कुमार रेड्डी की रिमांड रिपोर्ट के प्रमुख बिंदु बताए, जो रेड्डी हत्याकांड में एक प्रमुख संदिग्ध है.

सीबीआई ने कहा कि 'उन्होंने विवेकानंद की हत्या के मामले में सबूत मिटाने की कोशिश की. गंगारेड्डी, शिवशंकर रेड्डी और उदय ने विवेकानंद की हत्या के मामले के सबूत मिटाने की कोशिश की. विवेकानंद की हत्या वाले दिन उदय कुमार सुबह 4 बजे घर से निकला था. इस बात के सबूत हैं कि उदय ने उस जगह के सबूत नष्ट कर दिए जहां विवेकानंद रेड्डी की हत्या हुई थी. उदय ने भास्कर रेड्डी और अविनाश रेड्डी के साथ मिलकर सबूत मिटाए. उदय कुमार रेड्डी ने जांच में सहयोग नहीं किया. वह भागने के इरादे से था, जब उसे गिरफ्तार किया गया. मामले में जांच अभी जारी है.'

सीबीआई ने कहा कि 'उन्होंने यह समझाने की कोशिश की कि विवेका की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई है. विवेका की हत्या के दिन उदय कुमार अविनाश रेड्डी के घर पर मौजूद था. हत्या के दिन तड़के शिवशंकर रेड्डी भी अविनाश के घर में मौजूद थे. जब हत्या का पता चला तो अविनाश सबूत मिटाने के लिए घर पर इंतजार करने लगा.'

सीबीआई के मुताबिक 'शिवप्रकाश रेड्डी ने अविनाश को फोन किया कि विवेकानंद की मौत हो चुकी है.' सीबीआई ने कहा कि 'जांच के दौरान हमने पाया कि अविनाश के घर में उदय कुमार रेड्डी, भास्कर रेड्डी और शिवशंकर रेड्डी मौजूद थे. हमने गूगल टेकआउट के माध्यम से पता किया कि अविनाश भी घर पर थे. हमने पाया कि अविनाश रेड्डी अपने घर से विवेका के घर गए थे.'

वहीं विवेका हत्याकांड को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को इस महीने की 30 तारीख से पहले मामले की जांच पूरी करने के अहम निर्देश जारी किए हैं. यही वजह है कि सीबीआई ने अपनी जांच तेज कर दी है.

उदय कुमार रेड्डी को किया था गिरफ्तार : शुक्रवार को सीबीआई ने कडप्पा सांसद अविनाश रेड्डी के करीबी गज्जला उदय कुमार रेड्डी को गिरफ्तार किया था, जो विवेका हत्याकांड में एक प्रमुख संदिग्ध है. उसके बाद सीआरपीसी 161 के तहत नोटिस जारी किया गया. उदय कुमार रेड्डी का बयान दर्ज किया गया. इसके बाद उन्होंने उदय कुमार रेड्डी की गिरफ्तारी का मेमो परिवार सहित पुलिवेंदुला पुलिस को सौंपा. इस क्रम में सीबीआई ने कई सनसनीखेज तथ्य उजागर किए हैं कि उदय कुमार रेड्डी ने विवेका हत्याकांड की जांच में सहयोग नहीं किया.

गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी के भाई और वर्तमान मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी के चाचा विवेकानंद रेड्डी की 15 मार्च, 2019 की रात उनके आवास पर हत्या कर दी गई थी. हालांकि मुख्यमंत्री के चचेरे भाई अविनाश ने आरोपों से इनकार किया है.

पढ़ें- Andhra Pradesh News: पूर्व मंत्री वाईएस विवेकानंद हत्याकांड में सीबीआई की बड़ी कार्रवाई, कडप्पा सांसद के अनुयायी उदयकुमार गिरफ्तार

पढ़ें- Viveka murder case: विवेकानंद रेड्डी हत्या मामले में सीबीआई ने सीएम के ओएसडी से की पूछताछ

अमरावती : मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी के चाचा पूर्व मंत्री वाईएस विवेकानंद रेड्डी की हत्या के मामले में सीबीआई ने जो चार्जशीट दाखिल की है (Viveka murder case), उसमें कई बिंदु सामने आए हैं. सीबीआई ने कडप्पा सांसद अविनाश रेड्डी के करीबी गज्जला उदय कुमार रेड्डी की रिमांड रिपोर्ट के प्रमुख बिंदु बताए, जो रेड्डी हत्याकांड में एक प्रमुख संदिग्ध है.

सीबीआई ने कहा कि 'उन्होंने विवेकानंद की हत्या के मामले में सबूत मिटाने की कोशिश की. गंगारेड्डी, शिवशंकर रेड्डी और उदय ने विवेकानंद की हत्या के मामले के सबूत मिटाने की कोशिश की. विवेकानंद की हत्या वाले दिन उदय कुमार सुबह 4 बजे घर से निकला था. इस बात के सबूत हैं कि उदय ने उस जगह के सबूत नष्ट कर दिए जहां विवेकानंद रेड्डी की हत्या हुई थी. उदय ने भास्कर रेड्डी और अविनाश रेड्डी के साथ मिलकर सबूत मिटाए. उदय कुमार रेड्डी ने जांच में सहयोग नहीं किया. वह भागने के इरादे से था, जब उसे गिरफ्तार किया गया. मामले में जांच अभी जारी है.'

सीबीआई ने कहा कि 'उन्होंने यह समझाने की कोशिश की कि विवेका की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई है. विवेका की हत्या के दिन उदय कुमार अविनाश रेड्डी के घर पर मौजूद था. हत्या के दिन तड़के शिवशंकर रेड्डी भी अविनाश के घर में मौजूद थे. जब हत्या का पता चला तो अविनाश सबूत मिटाने के लिए घर पर इंतजार करने लगा.'

सीबीआई के मुताबिक 'शिवप्रकाश रेड्डी ने अविनाश को फोन किया कि विवेकानंद की मौत हो चुकी है.' सीबीआई ने कहा कि 'जांच के दौरान हमने पाया कि अविनाश के घर में उदय कुमार रेड्डी, भास्कर रेड्डी और शिवशंकर रेड्डी मौजूद थे. हमने गूगल टेकआउट के माध्यम से पता किया कि अविनाश भी घर पर थे. हमने पाया कि अविनाश रेड्डी अपने घर से विवेका के घर गए थे.'

वहीं विवेका हत्याकांड को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को इस महीने की 30 तारीख से पहले मामले की जांच पूरी करने के अहम निर्देश जारी किए हैं. यही वजह है कि सीबीआई ने अपनी जांच तेज कर दी है.

उदय कुमार रेड्डी को किया था गिरफ्तार : शुक्रवार को सीबीआई ने कडप्पा सांसद अविनाश रेड्डी के करीबी गज्जला उदय कुमार रेड्डी को गिरफ्तार किया था, जो विवेका हत्याकांड में एक प्रमुख संदिग्ध है. उसके बाद सीआरपीसी 161 के तहत नोटिस जारी किया गया. उदय कुमार रेड्डी का बयान दर्ज किया गया. इसके बाद उन्होंने उदय कुमार रेड्डी की गिरफ्तारी का मेमो परिवार सहित पुलिवेंदुला पुलिस को सौंपा. इस क्रम में सीबीआई ने कई सनसनीखेज तथ्य उजागर किए हैं कि उदय कुमार रेड्डी ने विवेका हत्याकांड की जांच में सहयोग नहीं किया.

गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी के भाई और वर्तमान मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी के चाचा विवेकानंद रेड्डी की 15 मार्च, 2019 की रात उनके आवास पर हत्या कर दी गई थी. हालांकि मुख्यमंत्री के चचेरे भाई अविनाश ने आरोपों से इनकार किया है.

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