नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव पर आरोप लगाया कि उनके राज्य में सिर्फ उनके खानदान के कुछ लोगों को फायदा पहुंचा. बस फिर क्या था आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति, उत्तर प्रदेश के चुनावी मैदान में एक दूसरे के खानदान पर आ पहुंची.
अखिलेश यादव ने भी जवाब देते हुए कह डाला कि यदि योगी आदित्यनाथ अपने खानदान में वापस चले जाएं, तो प्रदेश की स्थिति सुधर सकती है. यानी कि समाजवादी पार्टी ने एक तीर से दो निशाने साधे हैं. पहला यह कि उन्होंने अपने खानदान के ऊपर लगे आरोप का जवाब दिया साथ ही इस चुनाव प्रचार में योगी आदित्यनाथ के बाहरी होने (जैसा कि हमेशा उत्तराखंड का बताती रहती है) के मुद्दे को भी तूल दे दिया है.
भारतीय जनता पार्टी के अयोध्या के सांसद लल्लू सिंह ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति पर जवाब देते हुए यहां तक दावा कर दिया कि समाजवादी पार्टी या फिर बहुजन समाजवादी पार्टी चाहे कुछ भी आरोप लगाते रहें, लेकिन उत्तर प्रदेश में दूर-दूर तक भाजपा के तुलना में कोई भी पार्टी नहीं है और योगी आदित्यनाथ की सरकार दोबारा 2022 में सत्ता में कायम होगी.
इस सवाल पर कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार एक के बाद एक शिलान्यास और उद्घाटन कर रही है, जिसे लेकर विपक्षी पार्टियां आरोप लगा रही है. अयोध्या सांसद का कहना है कि विपक्षी दल गलत बोल रहे हैं, जो सरकार ने काम किया है. वह स्वाभाविक रूप से कोई भी सरकार होती है तो अपने काम का लोकार्पण करती है और शिलान्यास भी नए कामों का करते हैं. चाहे वह मुख्यमंत्री हो या प्रधानमंत्री हो या गृह मंत्री. क्योंकि उत्तर प्रदेश और भारत सरकार परियोजनाओं का जो शिलान्यास और लोकार्पण कर रहे हैं,वो कोई नई बात नहीं है.
इन पार्टियों ने भी अपनी सरकार के समय शिलान्यास और लोकार्पण किया था. उन्होंने कहा कि जो भी सरकार अपने काम करेगी उसका शिलान्यास और लोकार्पण करेगी ही उन्होंने साफ-साफ कहा कि विपक्ष के तमाम आरोप झूठे हैं.
उन्होंने कहा कि पहले किसी काम का लोकार्पण नहीं हो सकता जब तक काम पूरा ना हो और यदि वह काम चुनाव से पहले पूरा हो रहा है, तो उसका किसी भी सरकार द्वारा लोकार्पण करना लाजिमी है.
अयोध्या सांसद लल्लू सिंह ने इस सवाल पर के बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने कई आरोप भारतीय जनता पार्टी पर लगाए हैं और यहां तक कह डाला है कि भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी दोनों ही एक तरह की पार्टियां हैं.
इस पर जवाब देते हुए भाजपा सांसद का कहना है कि आरोप-प्रत्यारोप, तो विपक्ष का काम है करना क्योंकि चुनाव है तो विपक्ष को भी अपनी बात कहनी ही पड़ेगी, लेकिन सच्चाई यह है कि इस लड़ाई में ना तो बसपा है और ना ही समाजवादी पार्टी बल्कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार 2017 की तरह या उससे भी अधिक सीटें लेकर उत्तर प्रदेश में सरकार बनाएगी.
योगी आदित्यनाथ के समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव के खानदान वाले आरोप पर अखिलेश यादव के जवाब पर बोलते हुए भाजपा सांसद का कहना है कि योगी जी ने जो कहा था वह बिल्कुल सत्य कहा था भले उन्हें खानदान का नाम लिया हो, लेकिन सच्चाई यह थी कि अखिलेश यादव के समय सिर्फ एक जाति के लोगों को ही सारी नौकरियां दी गई थी अन्य पिछड़ी जाति के लोग भी थे, लेकिन उनकी पूरी तरह से अनदेखी की गई थी और यही बात है योगी जी ने रखी है.
अयोध्या सांसद ने इस सवाल पर कि राम मंदिर का चुनाव कहीं ना कहीं अयोध्या के आसपास केंद्रित रहेगा, क्योंकि राम मंदिर बनने जा रहा है और भारतीय जनता पार्टी इसे उपलब्धि के तौर पर पूरी तरह भुनाने की कोशिश करेगी.
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इस पर जवाब देते हुए अयोध्या सांसद ने कहा कि आम आदमी पार्टी जानती है कि आज एक भव्य राम मंदिर बन रहा है, तो उसके लिए किसने संघर्ष किया है और किस ने उसे बनाने का रास्ता प्रशस्त किया है और भगवान राम की इतनी व्यापकता है कि ना चाहते हुए भी आज सभी पार्टियों को मजबूरी में भी भगवान राम की शरण में जाना पड़ रहा है. भगवान राम की जन्म स्थली पर जाकर शीश झुकाना पड़ रहा है.
उन्होंने केजरीवाल पर आरोप लगाते हुए कहा सत्य है कि आज सभी को मजबूर होकर राम की शरण में जाना पड़ रहा है और जनता जानती है कि इस भव्य राम मंदिर को बनाने के लिए किस पार्टी और के लोगों ने संघर्ष किया है.
इस सवाल पर कि कांग्रेस ने 40 फीसदी महिलाओं को टिकट देने की बात कही है. बीजेपी इसका जवाब कैसे देगी. अयोध्या सांसद का कहना है कि ऐसी कोई बात नहीं है बीजेपी ऐसा कुछ नहीं करने जा रही और बीजेपी अपने महिला नेताओं को हमेशा से आगे बढ़ाते रहिए जो भी जीतने वाले कैंडिडेट होंगे उन्हें टिकट दिया जाएगा, चाहे वहां महिला कार्यकर्ता हो या पुरुष कार्यकर्ता.
इस सवाल पर कि अरविंद केजरीवाल और असदुद्दीन ओवैसी की सभीसीटों पर चुनाव लड़ने की बात कर रही है यहां तक कि विपक्ष यह भी सवाल उठा रहा है कि अभी तक गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा से इस्तीफा नहीं लिया गया इसके जवाब में भाजपा सांसद का कहना है कि इससे भाजपा पर कोई फर्क नहीं पड़ता, क्योंकि भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने जिस तरह का काम किया है, जिस तरह से कोरोना वायरस में लोगों की मदद की है और हर तरह से जिस तरह विकास किया है इन्हीं काम के आधार पर चाहे वह कानून व्यवस्था के बाद हो या योजनाओं की बात हो इन्हीं मुद्दों पर भारतीय जनता पार्टी 2017 की तरह दोबारा 2022 में भी उत्तर प्रदेश में सरकार बनाएगी.