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UP: जानिए, आखिर यमुना एक्सप्रेस वे क्यों बना शवों का डंपिंग जोन? - आगरा की ताजी खबर

यमुना एक्सप्रेस वे शवों का डंपिंग जोन बन गया है. 165 किमी. तक लंबे यमुना एक्सप्रेस-वे पर आगरा और मथुरा जिले की सीमा में दरिंदगी के बाद अज्ञात शव खूब ठिकाने लगाए जा रहे हैं. चलिए जानते हैं इस बारे में.

जानकारी देते एसपी सीटी एमपी सिंह.
जानकारी देते एसपी सीटी एमपी सिंह.
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Published : Dec 3, 2022, 8:38 PM IST

आगरा: आगरा से दिल्ली तक रफ्तार का रोमांच कराने को मशहूर यमुना एक्सप्रेस-वे (Yamuna Expressway) अब दरिंदगी और हत्या के साथ शव ठिकाने लगाने का डंपिंग जोन (dumping zone of dead bodies) बन गया है. आगरा से नोएडा तक 165 किमी. तक लंबे यमुना एक्सप्रेस-वे पर आगरा और मथुरा जिले की सीमा में दरिंदगी के बाद अज्ञात शव खूब ठिकाने लगाए जा रहे हैं. हाल में मथुरा पुलिस ने यमुना एक्सप्रेस-वे पर फेंकी गई आयुषी यादव हत्याकांड का खुलासा करके पिता और मां को जेल भेज दिया जबकि, दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद या अन्य जिले में हत्या के बाद आगरा और मथुरा जिले की सीमा में यमुना एक्सप्रेस-वे या इसके आसपास फेंके गए 12 से अधिक अज्ञात शव की शिनाख्त तक नहीं हुई है क्योंकि, दूसरी जगह हत्या करके शव की पहचान न हो इसलिए चेहरा जलाया गया या बिगाड़ा गया. शिनाख्त न होने पर हर अज्ञात शव का दाह संस्कार किया और उनका डीएनए करा लिया गया है.

जानकारी देते एसपी सीटी एमपी सिंह.


आगरा में करीब 50 किलोमीटर तक यमुना एक्सप्रेस वे है. सन् 2021 में आगरा में यमुना एक्सप्रेस और उसके आसपास 10 से 12 किलोमीटर के दायरे में चार युवतियों के शव मिले. जिनके साथ बेरहमी और दरिंदगी की गई थी. अभी तक चारों युवतियों की शिनाख्त नहीं हुई है. युवतियों की हत्या भी पहेली बनी हुई और आरोपी भी पुलिस की पहुंच से दूर हैं.

मथुरा के एसपी सिटी एमपी सिंह ने बताया कि यमुना एक्सप्रेस-वे पर सूटकेस में युवती का शव मिला था. उसकी शिनाख्त आयुषी यादव के नाम से हुई. इस मामले में आयुषी के पिता और मां को जेल भेज दिया. अब जिले की सीमा में यमुना एक्सप्रेस-वे की पर विशेष पेट्रोलिंग की जा रही है. जिससे अपराधी प्रवृत्ति के लोगों पर नजर रखी जा रही है. यमुना एक्सप्रेस-वे पर उतार और चढ़ाव के हर प्वाइंट्स पर निगरानी बढ़ा दी गई है.

आगरा पुलिस कमिश्नर का कहना है कि, यमुना एक्सप्रेस-वे पर पेट्रोलिंग बढ़ाई गई है. रात में यमुना एक्सप्रेस-वे अथॉरिटी की टीम के साथ गश्त बढ़ाया गया है. इस बारे में यमुना एक्सप्रेस-वे वाले खंदौली और एत्मादपुर थाना को सख्त निगरानी के निर्देश दिए हैं. जिससे यमुना एक्सप्रेस-वे पर हादसे के दौरान तत्काल पीड़ितों को मदद मिले. अपराध और अपराधियों पर नजर रखने के अधीनस्थ अधिकारियों को निर्देश दिए हैं.

ये घटनाएं बनीं पहेली

1-युवती का अधजला शव मिला था, शिनाख्त का इंतजार
21 अप्रैल-2021 को यमुना एक्सप्रेस वे पर जंगल के पास एक अधजला शव मिला था. शव एक युवती का था. उसका चेहरा और धड़ पूरी तरह से जल चुका था इसलिए, उसकी पहचान करना मुश्किल था. पुलिस ने अपने स्तर से युवती की शिनाख्त के प्रयास किए. आसपास के जिलों में उसके फोटो भेजे गए मगर, अभी तक युवती की शिनाख्त नहीं हुई. मामला अभी तक फाइलों में है.

2-झरना नाला के जगंल में मिले युवती के शव की पहचान नहीं
30 मई-2021को झरना नाला के पास जंगल में एक युवती का शव मिला था. शव चादर में लिपटा हुआ था. युवती के हाथ और पैर बंधे थे. पुलिस की छानबीन में यह बात सामने आई थी कि युवती की हत्या करके आगरा में यमुना एक्सप्रेस वे से लाया गया. इसके बाद यहां पर जंगल में फेंका गया. युवती की पहचान नहीं हुई है.

ये भी पढ़ेंः मैनपुरी में अखिलेश यादव का बीजेपी पर हमला, बोले-ये खास 'पैकेट' किसके हैं?

आगरा: आगरा से दिल्ली तक रफ्तार का रोमांच कराने को मशहूर यमुना एक्सप्रेस-वे (Yamuna Expressway) अब दरिंदगी और हत्या के साथ शव ठिकाने लगाने का डंपिंग जोन (dumping zone of dead bodies) बन गया है. आगरा से नोएडा तक 165 किमी. तक लंबे यमुना एक्सप्रेस-वे पर आगरा और मथुरा जिले की सीमा में दरिंदगी के बाद अज्ञात शव खूब ठिकाने लगाए जा रहे हैं. हाल में मथुरा पुलिस ने यमुना एक्सप्रेस-वे पर फेंकी गई आयुषी यादव हत्याकांड का खुलासा करके पिता और मां को जेल भेज दिया जबकि, दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद या अन्य जिले में हत्या के बाद आगरा और मथुरा जिले की सीमा में यमुना एक्सप्रेस-वे या इसके आसपास फेंके गए 12 से अधिक अज्ञात शव की शिनाख्त तक नहीं हुई है क्योंकि, दूसरी जगह हत्या करके शव की पहचान न हो इसलिए चेहरा जलाया गया या बिगाड़ा गया. शिनाख्त न होने पर हर अज्ञात शव का दाह संस्कार किया और उनका डीएनए करा लिया गया है.

जानकारी देते एसपी सीटी एमपी सिंह.


आगरा में करीब 50 किलोमीटर तक यमुना एक्सप्रेस वे है. सन् 2021 में आगरा में यमुना एक्सप्रेस और उसके आसपास 10 से 12 किलोमीटर के दायरे में चार युवतियों के शव मिले. जिनके साथ बेरहमी और दरिंदगी की गई थी. अभी तक चारों युवतियों की शिनाख्त नहीं हुई है. युवतियों की हत्या भी पहेली बनी हुई और आरोपी भी पुलिस की पहुंच से दूर हैं.

मथुरा के एसपी सिटी एमपी सिंह ने बताया कि यमुना एक्सप्रेस-वे पर सूटकेस में युवती का शव मिला था. उसकी शिनाख्त आयुषी यादव के नाम से हुई. इस मामले में आयुषी के पिता और मां को जेल भेज दिया. अब जिले की सीमा में यमुना एक्सप्रेस-वे की पर विशेष पेट्रोलिंग की जा रही है. जिससे अपराधी प्रवृत्ति के लोगों पर नजर रखी जा रही है. यमुना एक्सप्रेस-वे पर उतार और चढ़ाव के हर प्वाइंट्स पर निगरानी बढ़ा दी गई है.

आगरा पुलिस कमिश्नर का कहना है कि, यमुना एक्सप्रेस-वे पर पेट्रोलिंग बढ़ाई गई है. रात में यमुना एक्सप्रेस-वे अथॉरिटी की टीम के साथ गश्त बढ़ाया गया है. इस बारे में यमुना एक्सप्रेस-वे वाले खंदौली और एत्मादपुर थाना को सख्त निगरानी के निर्देश दिए हैं. जिससे यमुना एक्सप्रेस-वे पर हादसे के दौरान तत्काल पीड़ितों को मदद मिले. अपराध और अपराधियों पर नजर रखने के अधीनस्थ अधिकारियों को निर्देश दिए हैं.

ये घटनाएं बनीं पहेली

1-युवती का अधजला शव मिला था, शिनाख्त का इंतजार
21 अप्रैल-2021 को यमुना एक्सप्रेस वे पर जंगल के पास एक अधजला शव मिला था. शव एक युवती का था. उसका चेहरा और धड़ पूरी तरह से जल चुका था इसलिए, उसकी पहचान करना मुश्किल था. पुलिस ने अपने स्तर से युवती की शिनाख्त के प्रयास किए. आसपास के जिलों में उसके फोटो भेजे गए मगर, अभी तक युवती की शिनाख्त नहीं हुई. मामला अभी तक फाइलों में है.

2-झरना नाला के जगंल में मिले युवती के शव की पहचान नहीं
30 मई-2021को झरना नाला के पास जंगल में एक युवती का शव मिला था. शव चादर में लिपटा हुआ था. युवती के हाथ और पैर बंधे थे. पुलिस की छानबीन में यह बात सामने आई थी कि युवती की हत्या करके आगरा में यमुना एक्सप्रेस वे से लाया गया. इसके बाद यहां पर जंगल में फेंका गया. युवती की पहचान नहीं हुई है.

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