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तौकते गया नहीं कि 'यास' का अलर्ट हुआ जारी, जानिये इस चक्रवात की पूरी कहानी - meteorological department alert for odisha west bengal and andaman nicobar

महाराष्ट्र और गुजरात में तौकते तूफान की तबाही अभी थमी भी नहीं है कि एक और तूफान का अलर्ट जारी हो गया है. इस तूफान का नाम यास है. ये तूफान कब आ सकता है, किस-किस राज्य में तबाही मचा सकता है और यास नाम का क्या है मतलब. ये सब कुछ जानने के लिए पढ़िये पूरी ख़बर

यास का अलर्ट
यास का अलर्ट
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Published : May 20, 2021, 5:07 PM IST

हैदराबाद: कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से जूझ रहे भारत के लिए मुश्किलों का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है. गुजरात और महाराष्ट्र में तौकते की तबाही अभी थमी भी नहीं है कि एक और तूफान का अलर्ट जारी हो गया है. तौकते ने जहां अरब सागर से उठकर देश के पश्चिमी तटीय राज्यों में कहर बरपाया था वहीं एक और तूफान देश के पूर्वी तटों से टकराने की तैयारी में है.
'यास' का अलर्ट जारी
यास, यही नाम है उस तूफान का जिसके लिए मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है. इस तूफान का नामकरण ओमान ने किया है और यास का मतलब होता है निराशा. मौसम विभाग के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव वाला क्षेत्र बन सकता है. जो धीरे-धीरे एक चक्रवाती तूफान का रूप ले सकता है. अंडमान निकोबार द्वीप के उत्तर और बंगाल की खाड़ी के मध्य के इलाके में बनने वाले इस कम दबाव वाले क्षेत्र पर मौसम विभाग नजर बनाए हुए है.

बंगाल की खाड़ी से दस्तक देगा यास
बंगाल की खाड़ी से दस्तक देगा यास
कहां-कहां मंडराया खतरामौसम विभाग के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में 22 मई को कम दबाव वाला क्षेत्र बनने की संभावना है. ये कम दबाव वाला क्षेत्र अगले 72 घंटे में चक्रवाती तूफान में बदल सकता है. इस दौरान पूर्वी तटीय इलाकों में तेज बारिश की संभावना है और समुद्र की लहरों में उछाल देखा जा सकता है. 26 मई को ये चक्रवाती तूफान देश के पश्चिमी तटीय राज्यों से टकरा सकता है. यास तूफान का सबसे ज्यादा असर अंडमान निकोबार द्वीप, ओडिशा और पश्चिम बंगाल पर पड़ेगा. जहां तेज हवाओं के साथ बारिश की चेतावनी जारी की गई है.
ओडिशा और बंगाल के तट से टकराएगा
ओडिशा और बंगाल के तट से टकराएगा
तटीय इलाकों के लिए चेतावनीयास तूफान की दस्तक को देखते हुए मौसम विभाग ने उड़ीसा और बंगाल के तटीय इलाकों के लिए चेतावनी जारी कर दी है. तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों खासकर मछुआरों को इस दौरान समुद्र में ना जाने की चेतावनी जारी की गई है. जो मछुआरे फिलहाल समुद्र में गए हैं उन्हें 23 मई तक वापस लौटने को कहा गया है.
तूफान से पहले तैयारी में जुटा प्रशासन
तूफान से पहले तैयारी में जुटा प्रशासन
तबाही ला सकता है यासयास का मतलब निराशा है और मौसम विभाग की मानें तो उड़ीसा और पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों से टकराने पर यास तूफान तबाही ला सकता है. महाराष्ट्र और गुजरात के कई इलाकों में तौकते तूफान ने जो तबाही मचाई है उसकी तस्वीरें सब देख चुके हैं. तौकते की वजह से जान और माल दोनों का नुकसान हुआ है. मौसम विभाग के मुताबिक यास तूफान की तीव्रता पिछले साल आए अम्फान जैसी ही हो सकती है.
कई इलाकों में बारिश के साथ चलेंगी तेज हवाएं
कई इलाकों में बारिश के साथ चलेंगी तेज हवाएं
मौसम विभाग के मुताबिक 22 मई को अगर बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनता है तो शुरुआती चरण में तटीय इलाकों में बारिश हो सकती है. अगले 72 घंटे में इस दबाव के चक्रवात में तब्दील होने पर समुद्र उफान पर होगा और तेज हवाएं चलेगी. इस दौरान 50 से 55 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चलने का अनुमान है. अगर मौसम विभाग का अनुमान सही निकला तो 50 से 55 किलोमीटर की रफ्तार से हवाएं चलने के साथ-साथ तेज बारिश क्या तबाही मचा सकती है, इसकी गवाही महाराष्ट्र और गुजरात से तौकते तूफान गुजरने के बाद की तस्वीरें दे रही हैं.
मछुआरों को समुद्र में ना जाने की चेतावनी
मछुआरों को समुद्र में ना जाने की चेतावनी
डरा रही हैं 'अम्फान' की यादेंगौरतलब ही कि पिछले साल मई महीने में ही चक्रवात अम्फान ने बंगाल और ओडिशा दोनों ही राज्यों में भारी नुकसान पहुंचाया था. ऐसे में यास की दस्तक से दोनों राज्यों को अम्फान की यादें डरा रही हैं.यास तूफान के अलर्ट को देखते हुए दोनों राज्यों की सरकारों ने पहले ही तैयारी शुरू कर दी है. खासकर तटीय इलाकों में मौसम विभाग के अलर्ट के बाद एहतियातन कई कदम उठाए गए हैं. लोगों को तटीय इलाकों से दूर रहने और मछुआरों को समुद्र में ना जाने के लिए कहा जा रहा है.

ये भी पढ़ें: मध्य प्रदेश : सतपुड़ा टाइगर रिजर्व और भेड़ाघाट यूनेस्को की लिस्ट में शामिल

हैदराबाद: कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से जूझ रहे भारत के लिए मुश्किलों का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है. गुजरात और महाराष्ट्र में तौकते की तबाही अभी थमी भी नहीं है कि एक और तूफान का अलर्ट जारी हो गया है. तौकते ने जहां अरब सागर से उठकर देश के पश्चिमी तटीय राज्यों में कहर बरपाया था वहीं एक और तूफान देश के पूर्वी तटों से टकराने की तैयारी में है.
'यास' का अलर्ट जारी
यास, यही नाम है उस तूफान का जिसके लिए मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है. इस तूफान का नामकरण ओमान ने किया है और यास का मतलब होता है निराशा. मौसम विभाग के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव वाला क्षेत्र बन सकता है. जो धीरे-धीरे एक चक्रवाती तूफान का रूप ले सकता है. अंडमान निकोबार द्वीप के उत्तर और बंगाल की खाड़ी के मध्य के इलाके में बनने वाले इस कम दबाव वाले क्षेत्र पर मौसम विभाग नजर बनाए हुए है.

बंगाल की खाड़ी से दस्तक देगा यास
बंगाल की खाड़ी से दस्तक देगा यास
कहां-कहां मंडराया खतरामौसम विभाग के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में 22 मई को कम दबाव वाला क्षेत्र बनने की संभावना है. ये कम दबाव वाला क्षेत्र अगले 72 घंटे में चक्रवाती तूफान में बदल सकता है. इस दौरान पूर्वी तटीय इलाकों में तेज बारिश की संभावना है और समुद्र की लहरों में उछाल देखा जा सकता है. 26 मई को ये चक्रवाती तूफान देश के पश्चिमी तटीय राज्यों से टकरा सकता है. यास तूफान का सबसे ज्यादा असर अंडमान निकोबार द्वीप, ओडिशा और पश्चिम बंगाल पर पड़ेगा. जहां तेज हवाओं के साथ बारिश की चेतावनी जारी की गई है.
ओडिशा और बंगाल के तट से टकराएगा
ओडिशा और बंगाल के तट से टकराएगा
तटीय इलाकों के लिए चेतावनीयास तूफान की दस्तक को देखते हुए मौसम विभाग ने उड़ीसा और बंगाल के तटीय इलाकों के लिए चेतावनी जारी कर दी है. तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों खासकर मछुआरों को इस दौरान समुद्र में ना जाने की चेतावनी जारी की गई है. जो मछुआरे फिलहाल समुद्र में गए हैं उन्हें 23 मई तक वापस लौटने को कहा गया है.
तूफान से पहले तैयारी में जुटा प्रशासन
तूफान से पहले तैयारी में जुटा प्रशासन
तबाही ला सकता है यासयास का मतलब निराशा है और मौसम विभाग की मानें तो उड़ीसा और पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों से टकराने पर यास तूफान तबाही ला सकता है. महाराष्ट्र और गुजरात के कई इलाकों में तौकते तूफान ने जो तबाही मचाई है उसकी तस्वीरें सब देख चुके हैं. तौकते की वजह से जान और माल दोनों का नुकसान हुआ है. मौसम विभाग के मुताबिक यास तूफान की तीव्रता पिछले साल आए अम्फान जैसी ही हो सकती है.
कई इलाकों में बारिश के साथ चलेंगी तेज हवाएं
कई इलाकों में बारिश के साथ चलेंगी तेज हवाएं
मौसम विभाग के मुताबिक 22 मई को अगर बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनता है तो शुरुआती चरण में तटीय इलाकों में बारिश हो सकती है. अगले 72 घंटे में इस दबाव के चक्रवात में तब्दील होने पर समुद्र उफान पर होगा और तेज हवाएं चलेगी. इस दौरान 50 से 55 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चलने का अनुमान है. अगर मौसम विभाग का अनुमान सही निकला तो 50 से 55 किलोमीटर की रफ्तार से हवाएं चलने के साथ-साथ तेज बारिश क्या तबाही मचा सकती है, इसकी गवाही महाराष्ट्र और गुजरात से तौकते तूफान गुजरने के बाद की तस्वीरें दे रही हैं.
मछुआरों को समुद्र में ना जाने की चेतावनी
मछुआरों को समुद्र में ना जाने की चेतावनी
डरा रही हैं 'अम्फान' की यादेंगौरतलब ही कि पिछले साल मई महीने में ही चक्रवात अम्फान ने बंगाल और ओडिशा दोनों ही राज्यों में भारी नुकसान पहुंचाया था. ऐसे में यास की दस्तक से दोनों राज्यों को अम्फान की यादें डरा रही हैं.यास तूफान के अलर्ट को देखते हुए दोनों राज्यों की सरकारों ने पहले ही तैयारी शुरू कर दी है. खासकर तटीय इलाकों में मौसम विभाग के अलर्ट के बाद एहतियातन कई कदम उठाए गए हैं. लोगों को तटीय इलाकों से दूर रहने और मछुआरों को समुद्र में ना जाने के लिए कहा जा रहा है.

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