रुद्रप्रयाग (उत्तराखंड): मदमहेश्वर घाटी में फंसे सभी तीर्थयात्रियों को निकाला जा चुका है. दो दिन तक जंगलों में भटकने के बाद आखिरकार श्रद्धालुओं का सुरक्षित रेस्क्यू करके उनके घर भेज दिया गया है. लेकिन इस रेस्क्यू अभियान में टीम के साथ मदमहेश्वर घाटी की महिलाओं और युवाओं ने जो कार्य किया, वह काबिल-ए-तारीफ है.
मदमहेश्वर घाटी की महिलाओं ने पेश की मिसाल: बता दें कि मदमहेश्वर यात्रा के आधार शिविर बणतोली में मधु गंगा नदी पर बने पुल के तेज धाराओं में समाने के बाद शासन-प्रशासन व गौंडार गांव के ग्रामीणों ने कठिन चुनौतियों के बाद जिस तत्परता से कार्य किया उसकी हर तरफ प्रशंसा हो रही है. मात्र दो दिन की अवधि में महिलाओं ने नानू यात्रा पड़ाव पर नौनिहालों को गोद में लेकर हेलीपैड का निर्माण करने से समाज में नयी मिसाल कायम की है. वहीं शासन-प्रशासन स्तर से मात्र तीन दिनों में 293 तीर्थ यात्रियों का रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने से स्पष्ट हो गया है कि आपदा के समय शासन व प्रशासन का हर व्यक्ति अपनी जिम्मेदारियों के प्रति 24 घंटों सजग रहकर हर चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है.
तीर्थयात्रियों के रेस्क्यू के लिए दो दिन में बना डाला हेलीपैड! लगातार हो रही बारिश के कारण मदमहेश्वर धाम सहित यात्रा पड़ावों पर फंसे तीर्थ यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना शासन-प्रशासन के लिए चुनौतीपूर्ण था. लेकिन मदमहेश्वर धाम के तीर्थ पुरोहित समाज, व्यापारियों व गौंडार के ग्रामीणों ने तीर्थ यात्रियों के रहने-खाने की समुचित व्यवस्था कर, मानवता की मिसाल कायम की है. मौसम के बार- बार खराब होने के बाद एक तरफ तीर्थ यात्रियों को रेस्क्यू करने की चुनौती थी. दूसरी तरफ नानू यात्रा पड़ाव में शिवदेई देवी, शिवानी देवी, जानकी देवी, सरोजा देवी, प्रीति देवी, पूजा देवी, सुनीता देवी, कुंवरी देवी, नीलम देवी, पारेश्वरी देवी, बिशाम्बरी देवी सहित अनेक महिलाओं व व्यापारियों ने हेलीपैड बनाने में जो अपना योगदान दिया, उससे ही रेस्क्यू अभियान सफल हो पाया.
मदमहेश्वर घाटी में फंस गए थे 293 पर्यटक और तीर्थयात्री: मदमहेश्वर धाम सहित यात्रा पड़ावों पर व्यापारियों ने सभी तीर्थ यात्रियों की समुचित व्यवस्था करने तथा गौंडार गांव के ग्रामीणों की ओर से रेस्क्यू अभियान में जो समर्पण भावना से कार्य किया गया, वह हमेशा स्वर्णिम अक्षरों में अंकित रहेगा. रेस्क्यू अभियान में प्रदेश सरकार, केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत, भाजपा महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष आशा नौटियाल, जिला पंचायत सदस्य कालीमठ विनोद राणा सहित आम जनता का सहयोग भी सराहनीय रहा है. साथ ही जिला प्रशासन, तहसील प्रशासन, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, आपदा प्रबंधन, वन विभाग, मन्दिर समिति, स्वास्थ्य विभाग, लोक निर्माण विभाग के अलावा अन्य विभागों की सहभागिता से ही 293 तीर्थ यात्रियों का सफल रेस्क्यू हो पाया है.
हेलीपैड बनाने वाली महिलाओं को सम्मानित करने की मांग: भाजपा ऊखीमठ मण्डल महामंत्री दलवीर सिंह नेगी, मदमहेश्वर घाटी विकास मंच पूर्व अध्यक्ष मदन भटट्, प्रधान गडगू बिक्रम सिंह नेगी और प्रेमलता पंत ने कहा कि रेस्क्यू अभियान में शासन-प्रशासन के साथ स्थानीय महिलाओं ने मुस्तैदी से कार्य कर अल्प समय में अभियान को सफल बनाया है.
नानू में हेलीपैड निर्माण में अहम योगदान देने वाली महिलाओं को प्रदेश स्तर पर सम्मानित किया जाए. जिला पंचायत सदस्य परकण्डी रीना बिष्ट ने कहा कि रेस्क्यू अभियान में मदमहेश्वर धाम के हक-हकूकधारियों, व्यापारियों, गौंडार के ग्रामीणों व शासन-प्रशासन व मदमहेश्वर घाटी के जनमानस का जो योगदान रहा, वह हमेशा याद रखा जायेगा.
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