अहमदाबाद : भारत में पत्नियां अपने पति की दीर्घ आयु के लिए करवाचौथ व्रत रखती हैं. उनके पति की मृत्यु का महज ख्यालभर भी उन्हें शायद अंदर तक तोड़ देता हो. लेकिन क्या आपने कोई ऐसा किस्सा सुना है, जहां पत्नी अपने जिंदा पति को कागजों में मार दें. एक ऐसा ही मामला गुजरात के अहमदाबाद में देखने को मिला है, जहां पत्नी ने मोटी रकम के लिए अपने पति को कागजों पर मृत दिखा दिया है.
8 लाख रुपये की राशि हड़पी
दरअसल, पति निमेश ने 15 साल पहले बीमा लिया था और वह एक प्रीमियम का भुगतान कर रहे थे. उसकी पत्नी नंदा मराठी जानती थी कि उसके पति की मृत्यु के बाद उसे लाखों रुपये का बीमा मिलेगा. इसलिए पति को तीन महीने के लिए मध्य प्रदेश भेज जिया. इस दौरान नंदा ने हरिकृष्ण सोनी के साथ मिलकर फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाया और यह दस्तावेज बीमा कंपनी को जमा कर दिए, बीमा स्वीकृत हुआ और 8 लाख रुपये की राशि प्राप्त हुई. बता दें कि नंदा मराठी मूल रूप से मध्य प्रदेश की रहने वाली है.
शक पर पति पहुंचा जन्म एवं मृत्यु विभाग
जब महिला के पति को इस बात की भनक लगी तो वह जन्म एवं मृत्यु विभाग में जांच करवाने पहुंचा. वहां जा कर मालूम हुआ कि मार्च 2019 में उनका मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किया गया था. उसे इस बात का शक हुआ कि उसकी पत्नी ने ही फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाया है. इसके बाद पति ने इस मामले की शिकायत दर्ज करवाई और इस मामले का भंड़ाफोड़ हुआ. खास बात यह है कि जब पति को अपनी पत्नी के अपराध के बारे में पता चला तो पत्नी से इसके बारे पूछा तो पत्नी ने उसे घर से बाहर निकाल दिया.
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एक जागरूक नागरिक का कर्तव्य निभाते हुए अपनी पति ने पत्नी का पर्दाफाश किया. फिलहाल क्राइम ब्रांच ने आरोपी महिला नंदा मराठी और डॉक्टर हरिकृष्ण सोनी को धोखाधड़ी और जालसाजी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.