काकीनाडा (आंध्र प्रदेश) : आंध्र प्रदेश के काकीनाडा कस्बे में हुई एक सरकारी वकील की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. अकबर आजम (50) विशेष पॉक्सो कोर्ट में सरकारी वकील के रूप में कार्यरत थे, जिनकी बीती 23 जून को मौत हो गई थी. आजम की पत्नी ने अपने रिश्तेदारों को बताया था कि यह नैचुरल डेथ थी. लेकिन पुराने फोन की व्हाट्सएप चैट ने हत्या का खुलासा कर दिया. पुलिस के मुताबिक, आजम की पहली पत्नी की करीब 15 साल पहले मौत हो गई थी. इसके बाद उन्होंने यानम निवासी 36 साल की अहमदुन्निसा बेगम से शादी कर ली थी. बेगम से आजम को एक बेटा और एक बेटी है. दरअसल आजम की मौत से कुछ दिन पहले उसने अपनी पत्नी के लिए एक नया मोबाइल फोन खरीदा था और जिसके चलते पुराना फोन अपने पिता को दे दिया था. यही फोन पुलिस के लिए हत्या की गुत्थी सुलझाने में मददगार साबित रहा.
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पिता को हुआ शक तो पहुंचा पुलिस के पास : आजम के पिता को बेटे की मौत की वजह को लेकर शुरू से ही शक था. मृतक के पिता ने फोन पर डेटा की जांच की और व्हाट्सएप पर दो लोगों के साथ हुई चैट को पढ़ा. इस दौरान पता चला कि वे उनके अपार्टमेंट की बिल्डिंग में ही एक फ्लैट में रह रहे थे. इनकी पहचान राजस्थान के मूल निवासी राजेश जैन और मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव किरण के रूप में हुई. महिला के कथित तौर पर उनके साथ संबंध थे. आजम के पिता ने 17 अगस्त को पुलिस से संपर्क किया और अपने बेटे की मौत के कारणों के बारे में संदेह व्यक्त किया. जिसके बाद पुलिस ने शिकायत दर्ज कर मामले की जांच शुरू की.
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23 जून को आजम की पत्नी ने उसे खाने में मिलाकर नींद की गोलियां दीं: आजम के पिता से मिली शिकायत के बाद पुलिस ने जब जांच शुरू की तो पाया कि 23 जून को आजम की पत्नी ने उसे खाने में मिलाकर नींद की गोलियां दीं. जब वे गहरी नींद में थे, तब मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव किरण ने एक कपड़े पर क्लोरोफॉर्म डाला और उसे कसकर आजम की नाक पर ही दबा दिया. इस दौरान राजेश जैन फ्लैट के बाहर नजर रखे हुए था. आजम की मौत नींद की गोलियों के ओवरडोज के कारण हुई. पुलिस ने आजम की पत्नी और दो अन्य के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है और पूछताछ कर रही है. पुलिस ने आजम का शव को कब्र से बाहर निकालवाने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया.