ETV Bharat / bharat

WHO प्रमुख ने चीन पर बदला रुख, बोले-लैब से कोरोना वायरस के लीक होने की संभावना बरकरार

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के प्रमुख ने चीन के लैब से कोरोना वायरस के लीक होने के अपने रुख में बदलाव किया है. कहा कि lab से कोरोना वायरस के लीक होने की संभावना को खारिज करना फिलहाल ठीक नहीं होगा.

WHO Chief Coronavirus leak, Covid 19
विश्व स्वास्थ्य संगठन
author img

By

Published : Jul 15, 2021, 10:37 PM IST

बर्लिन: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के प्रमुख ने माना है कि कोविड-19 महामारी और एक प्रयोगशाला लीक के बीच तार जुड़े होने की संभावना को खारिज करना जल्दबाजी होगी. उन्होंने गुरुवार को कहा कि वैज्ञानिकों के कोरोना वायरस के स्रोत का पता लगाने के बीच वह चीन से और अधिक पारदर्शिता बरतने को कह रहे हैं.

इस मामले में शक्तिशाली सदस्य देशों से सामान्यत: अलग राय रखने वाले डब्ल्यूएचओ महानिदेशक टेड्रोस अदहानोम गेब्रेयेसस ने अब रुख में बदलाव करते हुए कहा कि कोविड-19 (Covid 19) के स्रोत का पता लगाने के लिए इस साल की शुरुआत में चीन गए अंतरराष्ट्रीय दल के लिए आंकड़े हासिल करना चुनौतीपूर्ण रहा था. मनुष्य में कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus In Wuhan) का पहला मामला चीन के शहर वुहान में सामने आया था.

प्रयोगशाला में होते रहते हैं हादसे

टेड्रोस ने संवाददाताओं से कहा कि जिनेवा स्थित संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी चीन से उन सूचनाओं और आंकड़ों पर पारदर्शिता बरतने और सहयोग करने को कह रही है जो हमने महामारी के शुरुआती दिनों में मांगे थे. इस बात को खारिज करने में जल्दबाजी दिखाई गई कि वायरस वुहान में चीन सरकार की प्रयोगशाला से निकला है. उल्लेखनीय है कि डब्ल्यूएचओ ने मार्च माह में दी रिपोर्ट में कहा था कि वायरस प्रयोगशाला से निकलने की संभावना बहुत ही कम है.

पढ़ें: कोविड-19 महामारी अभी भी गंभीर बनी हुई है : डब्ल्यूएचओ

चीन का सहयोग बेहद महत्वपूर्ण

कहा कि यह सामान्य बात है. मैं खुद लैब टेक्नीशियन रहा हूं. इम्यूनोलॉजिस्ट हूं और मैंने प्रयोगशालाओं में काम किया है. प्रयोगशाला में हादसे होते रहते हैं. कहा कि हमारी प्रयोगशालाओं में क्या हुआ यह देखना बहुत जरूरी है ताकि यह पता लगाया जा सके कि वैश्विक महामारी का प्रयोगशाला से कोई संबंध है या नहीं. हमें जानकारी होनी चाहिए, सीधी जानकारी वैश्विक महामारी शुरू होने से पहले और बाद में इस प्रयोगशाला की स्थिति क्या थी. चीन का सहयोग बेहद महत्वपूर्ण है और 'यदि हमें पूरी जानकारी मिलती है तो हम प्रयोगशाला से संबंध की आशंका को खारिज कर सकते हैं.

हाल के महीनों में इस विचार को बल मिला है कि वैश्विक महामारी संभवत: प्रयोगशाला से निकली है और संभवत: वायरस को बनाया गया है. खासकर इसलिए भी क्योंकि राष्ट्रपति जो बाइडन ने मई में अमेरिका को प्राप्त खुफिया जानकारियों की समीक्षा इस आशंका के लिहाज से भी करने को कहा था. ज्यादातर वैज्ञानिकों को संदेह है कि कोरोना वायरस चमगादड़ों के जरिए पैदा हुआ है, लेकिन यह मानव तक किसी तरह पहुंचा इस बारे में कुछ निश्चित नहीं पता चल पाया.

(एपी)

बर्लिन: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के प्रमुख ने माना है कि कोविड-19 महामारी और एक प्रयोगशाला लीक के बीच तार जुड़े होने की संभावना को खारिज करना जल्दबाजी होगी. उन्होंने गुरुवार को कहा कि वैज्ञानिकों के कोरोना वायरस के स्रोत का पता लगाने के बीच वह चीन से और अधिक पारदर्शिता बरतने को कह रहे हैं.

इस मामले में शक्तिशाली सदस्य देशों से सामान्यत: अलग राय रखने वाले डब्ल्यूएचओ महानिदेशक टेड्रोस अदहानोम गेब्रेयेसस ने अब रुख में बदलाव करते हुए कहा कि कोविड-19 (Covid 19) के स्रोत का पता लगाने के लिए इस साल की शुरुआत में चीन गए अंतरराष्ट्रीय दल के लिए आंकड़े हासिल करना चुनौतीपूर्ण रहा था. मनुष्य में कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus In Wuhan) का पहला मामला चीन के शहर वुहान में सामने आया था.

प्रयोगशाला में होते रहते हैं हादसे

टेड्रोस ने संवाददाताओं से कहा कि जिनेवा स्थित संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी चीन से उन सूचनाओं और आंकड़ों पर पारदर्शिता बरतने और सहयोग करने को कह रही है जो हमने महामारी के शुरुआती दिनों में मांगे थे. इस बात को खारिज करने में जल्दबाजी दिखाई गई कि वायरस वुहान में चीन सरकार की प्रयोगशाला से निकला है. उल्लेखनीय है कि डब्ल्यूएचओ ने मार्च माह में दी रिपोर्ट में कहा था कि वायरस प्रयोगशाला से निकलने की संभावना बहुत ही कम है.

पढ़ें: कोविड-19 महामारी अभी भी गंभीर बनी हुई है : डब्ल्यूएचओ

चीन का सहयोग बेहद महत्वपूर्ण

कहा कि यह सामान्य बात है. मैं खुद लैब टेक्नीशियन रहा हूं. इम्यूनोलॉजिस्ट हूं और मैंने प्रयोगशालाओं में काम किया है. प्रयोगशाला में हादसे होते रहते हैं. कहा कि हमारी प्रयोगशालाओं में क्या हुआ यह देखना बहुत जरूरी है ताकि यह पता लगाया जा सके कि वैश्विक महामारी का प्रयोगशाला से कोई संबंध है या नहीं. हमें जानकारी होनी चाहिए, सीधी जानकारी वैश्विक महामारी शुरू होने से पहले और बाद में इस प्रयोगशाला की स्थिति क्या थी. चीन का सहयोग बेहद महत्वपूर्ण है और 'यदि हमें पूरी जानकारी मिलती है तो हम प्रयोगशाला से संबंध की आशंका को खारिज कर सकते हैं.

हाल के महीनों में इस विचार को बल मिला है कि वैश्विक महामारी संभवत: प्रयोगशाला से निकली है और संभवत: वायरस को बनाया गया है. खासकर इसलिए भी क्योंकि राष्ट्रपति जो बाइडन ने मई में अमेरिका को प्राप्त खुफिया जानकारियों की समीक्षा इस आशंका के लिहाज से भी करने को कहा था. ज्यादातर वैज्ञानिकों को संदेह है कि कोरोना वायरस चमगादड़ों के जरिए पैदा हुआ है, लेकिन यह मानव तक किसी तरह पहुंचा इस बारे में कुछ निश्चित नहीं पता चल पाया.

(एपी)

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.