हैदराबाद : नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने नौ दिसंबर को मुंबई के सबसे बड़े ड्रग डीलर आजम शेख जुम्मन को हिरासत में लिया. एनसीबी ने जुम्मन के घर पर छापा मारा और उसे गिरफ्तार कर लिया.
एनसीबी के अधिकारी ने बताया कि एजेंसी ने मुंबई में लोखंडवाला के मिल्लत नगर स्थित जुम्मन के घर छापा मारा और लगभग पांच किलोग्राम मलाना क्रीम, नशे की गोलियां, अफीम और 14 लाख रुपये नकद जब्त किए गए.
पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार व्यक्ति हिमाचल प्रदेश से सीधे ड्रग्स लाने के लिए जाना जाता है और बाद में उन्हें बड़े डीलरों को सप्लाई करता है.
एनसीबी ने अभियुक्तों के कब्जे से 2.5 करोड़ रुपये की ड्रग्स जब्त की. इस मामले में यह अब तक की सबसे बड़ी जब्ती थी. वहीं, मामले में अब तक 28 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं.
मलाना क्रीम क्या है
मलाना क्रीम को आमतौर पर 'मलाना क्रीम' या केवल मलाना चरस के रूप में जाना जाता है. भारत के बाहर कई देशों में इसे काले सोने के नाम से जाना जाता है. इसकी खेती हिमाचल प्रदेश के मलाना गांव में होती है और यह ही कारण है कि बड़ी तादाद में पर्यटक वहां पहुंचते हैं.
यह कहां से आती है
'मलाना क्रीम' या चरस हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले की मलाना घाटी से आता है. चरस को हिमाचल प्रदेश में भांग भी कहा जाता है. यह एक ऐसी प्रजाति है, जिसे कैनबिस पौधे (कैनबिस का वानस्पतिक वर्गीकरण विवादित है) की प्रजाति से प्राप्त किया जाता है, जो घाटी में प्राकृतिक रूप से उगता है और अवैध रूप से इसकी खेती भी की जाती है.
घाटी में एक ही गांव, मलाना जहां इसका उत्पादन होता है. यह आम तौर पर राज्य के अन्य हिस्सों की तुलना में अधिक 'मलाईदार' है.
मलाना क्रीम की विशिष्टता
चरस प्लांट में कैनाबिनोइड्स नामक कई रासायन होते हैं, जिनमें से टेट्राहाइड्रोकैनाबिनोल (टीएचसी) प्राथमिक साइकोएक्टिव घटक है, जो एक उच्च सनसनी पैदा करता है.
निम्न स्तर के टीएचसी के पौधे का उपयोग औद्योगिक और गैर-दवा उद्देश्यों जैसे कि रस्सी, पैपर और कपड़े बनाने के लिए किया जाता है.
औषधीय के लिए CBD (Cannabidiol) नामक एक अन्य कैनबिनोइड के उच्च स्तर वाले पौधों का उपयोग किया जाता है. मलाना क्रीम को उसकी गुणवत्ता के लिए दुनियाभर में जाना जाता है.
मलाना क्रीम की कीमत
पुलिस के अनुसार, उत्पाद की शुद्धता और बिक्री की जगह के आधार पर भारत में मलाना क्रीम की किस्में आमतौर पर 1,500 रुपये से 8,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के बीच कहीं भी बेची जा सकती हैं.
उत्पाद की लोकप्रियता का अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है कि यह एम्स्टर्डम के कैफे में बेची जाने वाली चरस के सबसे महंगे रूपों में से एक है. वहां प्रति 11.4 ग्राम मालना क्रीम को 250 अमरिकी डॉलर में बेचा जाता है.
क्या मलाना क्रीम कानूनी है?
मलाना हिमाचल प्रदेश का एक रिमोट गांव है, जो मलाना वैली में बसा है. सदियों से अलग-थलग रहने के बाद 20वीं शताब्दी में गांव की खोज की गई थी. यह पश्चिम में 'फ्लॉवर पॉवर' क्रांति के दौरान भारत में प्रसिद्ध हिप्पी ट्रायल का हिस्सा बन गया. बाद में पार्वती घाटी होने के कारण यह ड्रग टूरिज्म का केंद्र बन गया है. वैली क्षेत्र को साइकेडेलिक दवाओं और गुणवत्ता वाली भांग की आसान उपलब्धता के लिए जाना जाता है.
हाल के वर्षों में, इस क्षेत्र ने भारी घरेलू पर्यटन को आकर्षित किया है, जिससे 2007 में बेहतर रोडवेज होने के लिए बढ़ावा मिला.
एनसीबी के सूत्रों ने कहा कि मादक पदार्थों की तस्करी एक गंभीर अपराध है और इसके लिए 20 साल तक के कठोर कारावास और कुछ मामलों में मौत की सजा भी दी जा सकती है.
क्या भारत में चरस वैध है?
मारिजुआना या भांग की खेती और खपत करना भारत में अवैध है. 1985 में भारत ने नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सबस्टेंस एक्ट पारित किया, जिसमें भांग की बिक्री की अनुमति देते समय कलियों या चरस के रूप में भांग का अपराधीकरण किया गया. हालांकि होली और शिवरात्रि जैसे त्यौहारों पर अभी भी भांग का अत्यधिक सेवन किया जाता है. बाद में इसे बिक्री और नियमन राज्यों को तय करने के लिए छोड़ दिया गया था.
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सुशांत सिंह राजपूत मामले से मलाना क्रीम का क्या संबंध है?
इसी साल जून में बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत ने आत्महत्या कर ली थी. इस मामले की तीन-स्तरीय जांच की गई, जिसमें एनसीबी द्वारा संभावित ड्रग एंगल की जांच के बाद पाया गया कि राजपूत की मौत मारिजुआना से हुई थी.
ड्रग्स से जुड़े कुछ वॉट्सएप चैट के आधार पर एनसीबी बॉलीवुड के कुछ हस्तियों के ड्रग्स के कथित इस्तेमाल की संभावना जता रही थी. इस मामले में एनसीबी ने अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती को गिफ्तार किया, जो सुशांत की प्रेमिका थीं. इसके अलावा रिया के भाई को और स्टाफ के सदस्यों से नारकोटिक ड्रग्स और साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) अधिनियम के तहत पूछताछ की गई.
एनसीबी के अनुसार, मलाना क्रीम के साथ गिरफ्तार आरोपी की पहचान रीगल महाकाल के रूप में हुई. आरोपी कथित रूप से अनुज केशवानी को ड्रग्स की आपूर्ति करता था, इस मामले में एक अन्य आरोपी, जिसे इस साल सितंबर में गिरफ्तार किया गया था, वह इसे दूसरों लोगों तक पहुंचाता था.