पेट्रापोल: पश्चिम बंगाल के पेट्रोपोल में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को कहा कि भारत और बांग्लादेश आपस में जुड़ी संस्कृति और भाषा के इतिहास के साथ गहरे संबंध साझा करते हैं और कोई भी दोनों देशों के बीच अच्छे द्विपक्षीय संबंधों को कमजोर नहीं कर सकता. शाह भारतीय भूमि पत्तन प्राधिकरण और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की कई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करने के लिए पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में पेट्रापोल के दौरे पर थे.
यह भारत-बांग्लादेश सीमा पर स्थित है. उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा कि भारत, बांग्लादेश के साथ गहरे संबंध साझा करता है. हमारी संस्कृति, धर्म, रीति-रिवाज और जीवन शैली हजारों वर्षों से आपस में जुड़ी हुई है. कोई भी बांग्लादेश के साथ हमारे संबंधों को कभी तोड़ नहीं सकता है. भारत ने बांग्लादेश के इतिहास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. बीएसएफ ने 1971 के मुक्ति संग्राम में एक प्रमुख भूमिका निभाई है.
शाह ने पड़ोसियों के साथ संबंधों को मजबूत करने में भारतीय भूमि पत्तन प्राधिकरण की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि वित्त वर्ष 2016-17 में प्राधिकरण के माध्यम से 18,000 करोड़ रुपये का व्यापार अब 30,000 करोड़ रुपये को पार कर गया है. उन्होंने पेट्रापोल में प्राधिकरण के दूसरे कार्गो प्रवेशद्वार 'मैत्री द्वार' की आधारशिला रखे जाने से संबंधित एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया.
इस कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि भारतीय भूमि पत्तन प्राधिकरण न केवल देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करता है, बल्कि हमारी सीमाओं पर राष्ट्र के एक राजदूत के रूप में भी कार्य करता है. यह हमारे पड़ोसियों के साथ हमारे द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में मदद करता है. शाह ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार ने 2014 से सीमा के बुनियादी ढांचे और सम्पर्क में सुधार पर जोर दिया है.
उन्होंने कहा कि हमारी नीति स्पष्ट है. हम कारोबार और व्यापार को बढ़ावा देने के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में मजबूत बुनियादी ढांचा और बेहतर संपर्क चाहते हैं. उन्होंने देश की सीमाओं की रक्षा में बीएसएफ की भूमिका की सराहना की. शाह ने ट्वीट किया कि चार संयुक्त चौकियों के उद्घाटन के साथ ही हमारा अजेय बीएसएफ आज और भी मजबूत हो गया है. अन्य परियोजनाओं के साथ दो आवासीय परिसरों और एक अधिकारी मेस का भी उद्घाटन किया गया, जिनकी लागत कुल 108.3 करोड़ रुपये है.
बीएसएफ के लिए शाह की प्रशंसा पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) को अच्छी नहीं लगी. टीएमसी ने मवेशियों की तस्करी से निपटने में ढिलाई बरतने और सीमा पर रहने वाले लोगों पर ज्यादती करने का बीएसएफ पर बार-बार आरोप लगाया है.
ममता बनर्जी ने अमित शाह पर साधा निशाना
तृणमूल कांग्रेस लंबे समय से भाजपा और उसके नेतृत्व पर धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांतों के खिलाफ एक राजनीतिक विचारधारा को बढ़ावा देने का आरोप लगाती रही है. ममता ने कहा कि सम्मानित कवि को परिभाषित करने की योग्यता शायद ही हमारे पास है. वह हमारी आत्मा में हैं, वह स्वतंत्रता आंदोलन के कवि हैं, ऐसे कवि जो सांप्रदायिक कटुता के खिलाफ खड़ा रहे, जो रक्षा बंधन के लिए खड़े थे.
(1905 में बंगाल विभाजन के ब्रिटिश कदम के खिलाफ संघर्ष के दौरान टैगोर ने मुस्लिम नेताओं की कलाई पर राखी बांधी थी, ताकि उन्हें हिंदुओं के साथ एकजुट किया जा सके)
मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनाव को ध्यान में रखकर कई चर्चा की जा रही है जैसे टैगोर का जन्म शांतिनिकेतन में हुआ था. उन्होंने कहा कि हमें यह नहीं सोचना चाहिए कि चुनाव के लिए हम पांच रुपये खर्च कर किसी को खरीद सकते हैं या गलती से कह सकते हैं कि रवींद्रनाथ टैगोर का जन्म शांतिनिकेतन में हुआ था.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को यहां धनधान्य सभागार में रवींद्र जयंती कार्यक्रम के मंच से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि हमें यह कभी नहीं सोचना चाहिए कि चुनाव के लिए किसी को पांच रुपये में खरीदा जा सकता है. यहां तक कि गलती से शांतिनिकेतन में टैगोर की जन्मस्थली कहे जाने पर विद्यासागर की प्रतिमा को भी तोड़ा जा सकता है. चुनाव के कारण बिना जानकारी के कई बड़ी बातें कही जा सकती हैं.
टीएमसी प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि अमित शाह को सबसे पहले मणिपुर का दौरा करना चाहिए था, जो जातीय हिंसा की आग में झुलस रहा है. दूसरी बात, उन्होंने बीएसएफ की प्रशंसा की, (लेकिन) उन्हें पहले जवाब देना चाहिए कि बल की उपस्थिति में सीमा पार मवेशियों की तस्करी क्यों की जा रही है. सीबीआई ने पशु तस्करी में शामिल होने के आरोप में एक बीएसएफ अधिकारी को गिरफ्तार किया था.
टीएमसी नेता की टिप्पणी पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि टीएमसी को यह तय नहीं करना चाहिए कि अमित शाह जी को क्या करना चाहिए या क्या नहीं और जहां तक पशु तस्करी घोटाले का मामला है, टीएमसी के वरिष्ठ नेताओं से पूछताछ की गई है और उनकी संलिप्तता के लिए उन्हें गिरफ्तार भी किया गया है. सीबीआई ने टीएमसी के बीरभूम जिला अध्यक्ष अनुब्रत मंडल को पिछले साल अगस्त में मवेशी तस्करी के मामले में गिरफ्तार किया था.
(पीटीआई-भाषा)