धौलाहट : आपको एक करोड़ रुपये की लॉटरी लगे तो आप उसे क्लेम करने जाएंगे या फिर दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ इसकी खुशी मनाएंगे. लेकिन पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना के शख्स को करोड़पति बनने की खुशी (west 24 pargana daily wage earner won lottery of rs 1 crore) से ज्यादा उसे लॉटरी की चोरी का डर सताने लगा. वह शख्स मजदूर श्रेणी का है जिसने एक करोड़ रुपये कमाने का सपना भी नहीं देखा था. लेकिन जब उसे एक करोड़ की लॉटरी लगी तो उसने कुछ ऐसा किया कि सभी परेशान हो गए.
दरअसल, अल्फाजुद्दीन पाइक अपने परिवार का पेट पालने के लिए मजदूरी करता है. मुश्किल से कुछ रुपये जमा होते हैं, जिससे परिवार का गुजारा हो पाता है. उसमें से भी कुछ रुपये वह निकालकर लॉटरी टिकट खरीदने में खर्च कर देता था. उसकी इस हरकतों के कारण लोग उसे पागल तक कहते थे. अल्फाजुद्दीन की जिंदगी अचानक एक झटके में बदल गई. धोलाहाट के मिलानमोर में लॉटरी स्टॉल के मालिक ने उसे खबर दी कि उसे एक करोड़ रुपये की लॉटरी लग गई है. ये खबर पाकर वह तुरंत घर गया. परिवार को ये खुशखबरी देता, लेकिन उससे पहले वह टिकट अपनी जेब में लेकर बाहर निकल गया. उसके बाद काफी देर तक वह घर लौटा ही नहीं.
अल्फाजुद्दीन का परिवार उसकी तलाश में निकला. जब वह कहीं नहीं मिला, तब परिजनों ने धोलहाट थाने में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करायी. इसके बाद पुलिस ने पूरी रात उसकी तलाश की और अंतत: वह सुबह के वक्त केले के बगीचे में पाया गया. अल्फाजुद्दीन ने मच्छरों के बीच केले के बगीचे में पूरी रात काटी. इस बारे में जब पुलिस ने अल्फाजुद्दीन से पूछताछ की तो उसने बताया कि उसे एक करोड़ की लॉटरी लगी है. कहीं, यह खबर पूरे इलाके में फैल जाती तो उसका टिकट चुराने की कोशिश हो सकती थी. इसी भय से वह केले के बगीचे में लॉटरी टिकट लेकर छीपा रहा.
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पुलिस ने उसकी बात सुनने के बाद थाने में अल्फाजुद्दीन पाइक की सुरक्षा का इंतजाम (dholahat police provides security to lottery winner) कराया. अब अमीर अल्फाजुद्दीन पाइक जीती हुई रकम को लेकर कई सपने भी बुन लिये हैं. उसने बताया कि जीती हुई रकम से वह पहले सारे कर्ज चुकाएगा. उसके बाद अपना आलिशान बंगला खड़ा करेगा. फिलहाल वह पीडब्ल्यूडी की जमीन पर एक झोपड़ी में रह रहा है.