नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शुक्रवार को कहा कि 'हम भाजपा के साथ कोई गुप्त बातचीत नहीं कर रहे हैं'. साथ ही केंद्र शासित प्रदेश में चुनाव कराने के मुद्दे पर भगवा पार्टी पर हमला बोलते हुए कहा कि लोगों को परेशानी हो रही है, क्योंकि वैध सरकार के उनके अधिकार से लगातार वंचित किया जा रहा है.
नई दिल्ली में दक्षिण एशिया के विदेशी संवाददाता क्लब (एफसीसी) में 'कश्मीर टुडे' पर एक वार्ता को संबोधित करते हुए पूर्व सीएम ने ईटीवी भारत के एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि क्या वह दिल्ली के संपर्क में हैं, उन्होंने जवाब दिया कि हम नहीं हैं भाजपा के साथ किसी भी गुप्त बातचीत में.'
हुर्रियत के भविष्य और मीरवाइज उमर फारूक की भूमिका पर एक अन्य सवाल पर, जिन्हें हाल ही में जामा मस्जिद में उपदेश देने की अनुमति दी गई थी, लेकिन बाद में घर में नजरबंद कर दिया गया था, उमर अब्दुल्ला ने जवाब दिया कि 'श्रीनगर में लोग मीरवाइज साहब की भूमिका जानना चाहते हैं. वह एक बड़े नेता हैं और बहुत प्रभावशाली व्यक्ति हैं. लेकिन हमें नहीं पता कि उनका अगला कदम क्या होगा और लोग इसका इंतजार कर रहे हैं.'
चुनाव पर उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि बीजेपी डर गई है. उन्होंने कहा, 'मैं केवल अनुमान लगा सकता हूं लेकिन एकमात्र निष्कर्ष जो मैं निकाल सकता हूं वह यह है कि भाजपा डरी हुई है कि नतीजे क्या होंगे. वे संसद चुनावों में अपनी संभावनाओं को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहते हैं.'
जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के उपाध्यक्ष अब्दुल्ला ने कहा कि, 'क्योंकि उन्होंने जाकर देश के बाकी हिस्सों को नहीं बल्कि पूरी दुनिया को बता दिया है कि 5 अगस्त 2019 को जो हुआ उससे जम्मू-कश्मीर के लोग खुश हैं. ऐसे में जम्मू-कश्मीर में चुनाव न होने के और क्या कारण हो सकते हैं?'