नई दिल्ली: केरल में हिंद महासागर क्षेत्र से 200 किलोग्राम अफगान हेरोइन जब्त करने के बाद नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) इस ड्रग कार्टेल में सभी संभावित एंगल देख रहा है. 'ईटीवी भारत' से बात करते हुए एनसीबी के उप महानिदेशक (संचालन) संजय कुमार सिंह (Sanjay Kumar Singh) ने कहा कि 'गिरफ्तार किए गए सभी लोगों से पूछताछ जारी है और हम मामले में हर संभव एंगल से जांच कर रहे हैं.'
NCB ने भारतीय नौसेना के साथ संयुक्त अभियान में अफगान हेरोइन से जुड़े अंतरराष्ट्रीय ड्रग तस्करी के रैकेट का भंडाफोड़ किया है. इस पोत की तलाशी में ईरानी चालक दल के छह लोग मिले. 200 किलोग्राम अफगान हेरोइन बरामद की गई. जब्त की गई हेरोइन 200 पैकेटों में थी. हर पैकेट पर अफगान और पाकिस्तान स्थित ड्रग कार्टेल के लिए खास कोडिंग थी (200 kg Afghan heroin from the Indian ocean region in Kerala).
सिंह ने कहा, 'खेप श्रीलंका के लिए थी, लेकिन इसका एक बड़ा हिस्सा भारत में भी पहुंचाया जाना था.' ड्रग्स की जब्त की गई खेप में संभावित आतंकी एंगल पर पूछे जाने पर सिंह ने कहा कि कुछ भी खारिज नहीं किया जा सकता है. सिंह ने कहा, 'हालांकि, अभी तक की जांच में इस मामले में किसी आतंकी संबंध का खुलासा नहीं हुआ है. लेकिन, हम सभी संभावित एंगल पर विचार कर रहे हैं.'
शुरुआती जांच से पता चला है कि जब्त की हेरोइन अफगानिस्तान से मंगवाई गई थी. इसे पहले पाकिस्तान ले जाया गया फिर मध्य समुद्री रास्ते से पाकिस्तान तट से पोत में लाद दिया गया था. सिंह ने कहा, 'जहाज फिर श्रीलंकाई पोत को खेप की डिलीवरी के लिए भारतीय जलक्षेत्र में रवाना हुआ. इस श्रीलंकाई जहाज की पहचान करने और उसे रोकने के प्रयास किए गए.'
उन्होंने कहा कि अरब सागर और हिंद महासागर के जरिए भारत में अफगान हेरोइन की तस्करी पिछले कुछ वर्षों में तेजी से बढ़ी है. सिंह ने कहा, 'दक्षिणी मार्ग से तस्करी के मामले कुछ वर्षों में ज्यादा सामने आए हैं. अफगानिस्तान से ईरान के मकरान तट फिर पाकिस्तान और उसके बाद भारत सहित हिंद महासागर क्षेत्र में हेरोइन की तस्करी बढ़ी है.'
दरअसल, ड्रग्स की खेप की पूर्व में जब्ती के दौरान भारत के एंटी टेरर ऑर्गनाइजेशन (एनआईए) ने ड्रग कारोबार में आतंकी संगठनों की संलिप्तता पाई है. इस संवाददाता से एनआईए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'ऐसे कई मामले हैं जहां मादक पदार्थों के कारोबार में आतंकवादी संगठनों की संलिप्तता पाई गई है.'
अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन भारतीय ड्रग सरगनाओं के साथ मिलकर आतंकवाद का समर्थन करने के लिए भारत में नशीले पदार्थों को पंप करने की कोशिश कर रहे हैं. दरअसल, इससे पहले के एक मामले में एनआईए ने लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल एलम (LTTE) के कुछ हमदर्दों की ड्रग्स के कारोबार में संलिप्तता पाई है.
इस साल अगस्त में एनआईए ने लिट्टे से सहानुभूति रखने वालों और श्रीलंका के ड्रग माफिया से जुड़े विभिन्न मामलों में तमिलनाडु में एक दर्जन से अधिक संदिग्धों के परिसरों पर छापेमारी की थी.ये पाकिस्तानी ड्रग्स और हथियार आपूर्तिकर्ता के साथ मिलकर काम कर रहे हैं.
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