बेंगलूरु: कर्नाटक में लगातार बारिश का कहर जारी है. राजधानी बेंगलुरु में हालात काफी बदतर हो गए हैं. भारी बारिश के चलते यहां (Banglore) की सड़कें तालाबों में तब्दील हो गई हैं. जलभराव की स्थिति के चलते जहां एक ओर यातायत जाम जैसी समस्या का सामना करना पड़ रहा है, वहीं दूसरी ओर बेंगलुरु समेत कोरमंगला इलाके में भारी जलभराव (Waterlogging) होने से आम जन-जीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है. मराठाहल्ली-सिल्क बोर्ड जंक्शन रोड पर भारी जलभराव के चलते एक व्यक्ति यहां फंस (Man Stucked In Waterlogging) गया, जिसे वहां के एक लोकल गार्ड्स (Man Rescued By Local Security Guards) ने बचाया.
![जलभराव](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/ani-20220905032547_0509newsroom_1662350035_173.jpg)
पंप से बाहर करना पड़ता है पानी: मराठाहल्ली-सिल्क बोर्ड जंक्शन रोड पर भी भारी बारिश और जलभराव के कारण भयंकर ट्रैफिक जाम (Traffic Jam) रहा. एक स्थानीय व्यक्ति ने बताया कि यहां बहुत भारी बारिश हुई है. हम सुबह जब उठे तो हमने देखा कि पूरे इलाके में तेजी से जलभराव हो रहा था. सड़कों पर पानी का स्तर डिवाइर से ऊपर तक जा चुका था. जिसके बाद हमने सड़क और बेसमेंट से पानी को पंप करना शुरू कर दिया. मेरे घर का पूरा बेसमेंट पानी से सराबोर था.
![जलभराव](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/ani-20220905024149_0509newsroom_1662350035_664.png)
पढ़ें: तुंगाना गांव में जल भराव, लोगों ने दी अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल की चेतावनी
सड़कों का ड्रेनेज सिस्टम है खराब: एक अन्य स्थानीय व्यक्ति ने कहा कि यह स्थिति हर साल सामने आती है. बारिश के बाद पूरे घर में पानी भर जाता है और हमें उसे पंप से बाहर करना पड़ता है. इसका अभी तक कोई स्थाई इलाज नहीं हुआ है. जब इस इलाके की सड़कों को बनाया गया था, तब यहां का ड्रेनेज सिस्टम ठीक से तैयार नहीं किया गया था. जिसकी वजह से लोगों को बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. कई बार तो महिलाएं फिसल जाती हैं और पानी में गिर जाती हैं.
![जलभराव](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/ani-20220905024231_0509newsroom_1662350035_150.png)
गौरतलब है कि जुलाई माह में कर्नाटक (Karnataka) राज्य ने भारी बारिश के कारण बाढ़ के हालातों का सामना किया था, जिसके बाद राहत एवं बचाव कार्य चलाए गए थे. इसके चलते राज्य के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई (Chief Minister Basavaraj Bommai) को भी केंद्र से वित्तीय सहायता लेनी पड़ी थी.
(पीटीआई-भाषा)