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Joshimath Crisis: जोशीमठ में तबाही के संकेत! सिंहधार और नृसिंह मंदिर के बीच फूटी पानी की धार

उत्तराखंड के जोशीमठ में सिंहधार और नृसिंह मंदिर के बीच बदरीनाथ हाईवे के किनारे अचानक जमीन से पानी निकलने से स्थानीय लोग दहशत में हैं. जिला प्रशासन का कहना है कि जोशीमठ में तैनात भूगर्भीय विशेषज्ञों द्वारा मामले की जांच की जा रही है.

Joshimath Crisis
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Published : Feb 26, 2023, 1:15 PM IST

Updated : Feb 26, 2023, 1:56 PM IST

जोशीमठ में तबाही के संकेत.

चमोली: जोशीमठ में आपदा प्रभावितों की दिक्कतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. मारवाड़ी में जेपी कंपनी के पास हो रहे जल रिसाव का स्तर भले ही कम हो गया हो. लेकिन अब सिंहधार और नृसिंह मंदिर के बीच बदरीनाथ हाईवे के किनारे अचानक जमीन के नीचे से एक नई जलधारा फूट गई है, जिससे लोग एक बार फिर खौफजदा हो गए हैं. नृसिंह मंदिर के पास सुबह 10.30 बजे अचानक जमीन से पानी निकलने की खबर सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और जमीन के नीचे से निकल रहे मटमैले पानी को देखकर एक बार फिर दहशत में आ गये हैं.

  • #WATCH | A new stream of water has been seen from the ground near the Nursing Temple in Joshimath. It is being investigated by the geological experts: Joshimath Sub-Divisional Magistrate Kumkum Joshi to ANI pic.twitter.com/iGsL57s37Q

    — ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) February 26, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

स्थानीय लोगो का कहना है कि अपने जीवन काल में पहली बार उन्होंने इतनी ज्यादा मात्रा में इस स्थान पर पानी बहते देखा है. जोशीमठ में एक तरफ भू-धंसाव से प्राकृतिक जल स्रोत सूख रहे हैं. वहीं, दूसरी तरफ जोशीमठ में ही अलग-अलग जगह से भूमिगत जल बाहर आ रहा है. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि जोशीमठ में अभी भी बड़ी भूगर्भीय हलचल हो रही है.

ये भी पढ़ें: Chardham Yatra: जोशीमठ पर पड़ा दबाव तो हो सकता है खतरा, चारधाम यात्रा में ये समस्याएं होंगी बड़ी

जोशीमठ की उपजिलाधिकारी कुमकुम जोशी ने बताया कि जोशीमठ में नृसिंह मंदिर के पास जमीन से पानी की नई जलधारा देखी गई है. जोशीमठ में तैनात भूगर्भीय विशेषज्ञों द्वारा घटना की जांच की जा रही है. इस बीच उत्तराखंड सरकार ने स्पष्ट करते हुए कहा कि जोशीमठ भूधंसाव को लेकर अध्ययन रिपोर्ट आने के बाद ही यह तय होगा कि कितना क्षेत्र असुरक्षित है. उसी आधार पर इलाके में पुनर्निर्माण कार्य किए जाएंगे.

जोशीमठ में तबाही के संकेत.

चमोली: जोशीमठ में आपदा प्रभावितों की दिक्कतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. मारवाड़ी में जेपी कंपनी के पास हो रहे जल रिसाव का स्तर भले ही कम हो गया हो. लेकिन अब सिंहधार और नृसिंह मंदिर के बीच बदरीनाथ हाईवे के किनारे अचानक जमीन के नीचे से एक नई जलधारा फूट गई है, जिससे लोग एक बार फिर खौफजदा हो गए हैं. नृसिंह मंदिर के पास सुबह 10.30 बजे अचानक जमीन से पानी निकलने की खबर सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और जमीन के नीचे से निकल रहे मटमैले पानी को देखकर एक बार फिर दहशत में आ गये हैं.

  • #WATCH | A new stream of water has been seen from the ground near the Nursing Temple in Joshimath. It is being investigated by the geological experts: Joshimath Sub-Divisional Magistrate Kumkum Joshi to ANI pic.twitter.com/iGsL57s37Q

    — ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) February 26, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

स्थानीय लोगो का कहना है कि अपने जीवन काल में पहली बार उन्होंने इतनी ज्यादा मात्रा में इस स्थान पर पानी बहते देखा है. जोशीमठ में एक तरफ भू-धंसाव से प्राकृतिक जल स्रोत सूख रहे हैं. वहीं, दूसरी तरफ जोशीमठ में ही अलग-अलग जगह से भूमिगत जल बाहर आ रहा है. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि जोशीमठ में अभी भी बड़ी भूगर्भीय हलचल हो रही है.

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जोशीमठ की उपजिलाधिकारी कुमकुम जोशी ने बताया कि जोशीमठ में नृसिंह मंदिर के पास जमीन से पानी की नई जलधारा देखी गई है. जोशीमठ में तैनात भूगर्भीय विशेषज्ञों द्वारा घटना की जांच की जा रही है. इस बीच उत्तराखंड सरकार ने स्पष्ट करते हुए कहा कि जोशीमठ भूधंसाव को लेकर अध्ययन रिपोर्ट आने के बाद ही यह तय होगा कि कितना क्षेत्र असुरक्षित है. उसी आधार पर इलाके में पुनर्निर्माण कार्य किए जाएंगे.

Last Updated : Feb 26, 2023, 1:56 PM IST
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