लखनऊ : विवादों से अक्सर घिरे रहने वाले शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी ने एक बार फिर विवादित बयान देकर इस्लाम धर्म पर टिप्पणी की है. वसीम रिजवी ने बयान जारी कर कहा कि इस्लाम में ह्यूमन राइट्स नाम की कोई चीज ही नहीं है. मुसलमान ज्यादा बच्चे पैदा कर आतंकी फौज बनाना चाहते हैं. बता दें कि हाल ही में योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश की नई जनसंख्या नीति का ड्राफ्ट जारी किया था, जिसके बाद प्रदेश और देश की राजनीति में जनंसख्या वृद्धि पर बहस तेज हो गई थी. ऐसे में वसीम रिजवी के इस बयान ने इस बहस को नई हवा दे दी है.
वसीम रिजवी ने मंगलवार को एक बार फिर बयान जारी करते हुए इस्लाम धर्म और मुसलमानों पर हमला बोला. शिया वक्फ बोर्ड के विवादित चैयरमैन वसीम रिजवी ने कहा कि दो बच्चे हर परिवार में अच्छे होते हैं. उनको इंसानी हुकूक (ह्यूमन राइट्स) अच्छी तरह से मिल सकते हैं, लेकिन मुस्लिम कट्टरपंथी समाज की दारुल उलूम देवबंद जैसी ऑर्गेनाइजेशंस इसका विरोध इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि इंसानी हुकूक (ह्यूमन राइट्स) नाम कि इस्लाम में कोई चीज ही नहीं है.
वसीम रिजवी ने विवादित बयान देते हुए कहा कि मुसलमानों का यह सोचना है कि पहले तो ज्यादा से ज्यादा बच्चे पैदा करो, फिर उनको मदरसों में आतंकी शिक्षा दो. उसके बाद उनको आतंक से जोड़कर पूरी दुनिया में एक बड़ी फौज तैयार करो जो अल्लाह के नाम पर शहीद हो जाए. वसीम ने कहा कि यह उनका सोचना है और इस सोच से वह बाहर निकलना नहीं चाहते हैं.
बता दें कि बीते शनिवार को वसीम रिजवी ने उत्तर प्रदेश में जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाए जाने को लेकर राज्य विधि आयोग के मसौदे का समर्थन किया था. इस दौरान वसीम रिजवी ने देश की जनसंख्या बढ़ने का ठीकरा मुसलमानों पर फोड़ते हुए उनकी तुलना कुकुरमुत्ते से कर डाली थी. वसीम रिजवी ने कहा था कि हिंदुस्तान में मुसलमानों कि तादाद कुकुरमुत्तों की तरह बढ़ रही है.
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