हैदराबाद : ईटीवी भारत ने आज एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की. डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देने के लिए उसके कवरेज को पुरस्कृत किया गया है. वान-इफ्रा साउथ एशियन डिटिजटल मीडिया अवार्ड्स 2020 द्वारा बेस्ट प्रोजेक्ट इन न्यूज लिटरेसी कैटगरी के लिए ईटीवी भारत को यह अवार्ड दिया गया है.
डिजिटल डिवाइड शहरी क्षेत्रों में रहने वाले संपन्न और मध्यम वर्ग की तुलना में वंचितों, गरीबों और ग्रामीण लोगों के बीच बढ़ती खाई को दर्शाता है.
कोविड-19 संकट के समय ऑनलाइन शिक्षा सूचना के प्रसार का प्रमुख स्रोत बनकर उभरा. लेकिन इसका फायदा समाज के निचले तबके तक नहीं पहुंच सका. यूनेस्को ने 2020 के अपने अध्ययन में पाया कि कोविड संकट के दौरान 60 फीसदी से अधिक छात्र प्रभावित हुए. सार्वजनिक शिक्षा प्रणाली पर भरोसे में कमी आई.
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छात्रों ने इस दौरान जिस प्रकार के संकटों का सामना किया, उसे प्रमुखता से उठाया गया. साथ ही उन बिंदुओं की भी पहचान की गई, जिसकी वजह से उन लोगों तक ऑनलाइन शिक्षा की पहुंच सुनिश्चित नहीं हो सकी.
ईटीवी भारत की मुहिम का सकारात्मक परिणाम
इन तकनीकी बाधाओं को कैसे दूर किया जा सकता है और राज्यों तथा निजी भागीदारों को कैसी तैयारी करनी चाहिए, ईटीवी भारत ने उसे प्रमुखता से उठाया. देश के कई इलाकों में इसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिले. स्थिति को बेहतर करने के लिए राज्य प्रशासन और निजी क्षेत्र बढ़-चढ़कर आगे आए.
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सबसे बड़ा डिजिटल नेटवर्क होने के कारण ईटीवी भारत देश के हर इलाके से खबरें संग्रहित कर उसे प्रकाशित करता है. हमारा नेटवर्क लोगों की आवाज को प्रमुखता से उठा रहा है. यह पुरस्कार हमारे उन प्रयासों की स्वीकृति है कि किस तरह से ईटीवी भारत ने डिजिटल मीडिया और मोबाइल को सूचना प्रसार के लिए अपना माध्यम चुना.
ईटीवी भारत 13 भाषाओं में खबरें प्रकाशित करता है.