तिरुवनंतपुरम : केरल में मंगलवार को विधानसभा चुनाव के लिए हुए मतदान में शाम सात बजे तक 73.58 फीसदी मतदाताओं ने मताधिकार का इस्तेमाल किया. प्रदेश में कुल दो करोड़ 74 लाख मतदाता हैं. भारत निर्वाचन आयोग के अनुसार यह आंकड़ा प्रारंभिक है.
केरल में कोविड-19 स्वास्थ्य प्रोटोकॉल का पालन करते हुए विधानसभा के लिए मंगलवार को सुबह सात बजे मतदान प्रारंभ हुआ. शाम को छह बजे से सात बजे का समय कोविड संक्रमितों एवं पृथक-वास में रहने वाले मरीजों के मतदान के लिए रखा गया था.
भारत निर्वाचन आयोग ने बताया कि 73.69 प्रतिशत पुरुष मतदाताओं, 73.48 फीसदी महिला मतदाताओं एवं 37.37 प्रतिशत ट्रांसजेंडर मतदाताओं ने प्रारंभिक आकलन के अनुसार मतदान किया है.
प्रदेश में दोपहर बाद तक मतदाताओं में जबरदस्त उत्साह देखा गया और मध्य केरल में बारिश के कारण इसमें कुछ कमी आई. प्रदेश की 140 विधानसभा सीटों के लिए मंगलवार को मतदान कराया गया और इसके लिए राज्य भर में 40,771 मतदान केंद्र बनाए गए थे.
मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन (धर्मादम), विपक्ष के नेता रमेश चेन्निथला (हरिपद), वरिष्ठ कांग्रेस नेता ओमान चांडी (पुथुपल्ली), प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के सुरेंद्रन (कोन्नी एवं मंजेश्वरम) एवं मेट्रो मैन ई श्रीधरन (पलक्कड़) दोपहर से पहले मतदान करने वालों में शामिल हैं.
पढ़ें- प. बंगाल चुनाव : इशारों में ही पीएम मोदी ने लगाया 'मास्टर स्ट्रोक'
विजयन के अलावा उनकी कैबिनेट के 11 सहयोगी समेत चुनाव मैदान में कुल 957 उम्मीदवार हैं. केरल में 2016 के विधानसभा चुनाव में 77.53 प्रतिशत मतदाना हुआ जबकि 2019 में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान 77.84 फीसदी मतदाताओं ने मताधिकार का इस्तेमाल किया था. प्रदेश में 2020 में हुए स्थानीय निकायों के चुनाव में 76.2 प्रतिशत मतदान हुआ था.