चंडीगढ़: हरियाणा में शुक्रवार को राज्यसभा की 2 सीटों के लिए मतदान होना है. जिसमें से 1 सीट पर बीजेपी के उम्मीदवार कृष्ण लाल पंवार की जीत निश्चित है. लेकिन दूसरी सीट पर कांग्रेस के प्रत्याशी अजय माकन और निर्दलीय प्रत्याशी कार्तिकेय शर्मा के बीच कड़ी टक्कर है. इसलिए हरियाणा में होने वाले राज्यसभा चुनाव पर सभी राजनीतिक जानकारों की नजर टिक गई है. 2016 के राज्यसभा चुनाव को देखते हुए एक बार फिर कांग्रेस में खलबली है. कांग्रेस को कुछ नाराज विधायकों के क्रॉस वोटिंग का डर सता रहा है.
हरियाणा राज्यसभा चुनाव का मतदान- राज्यसभा चुनाव निर्वाचन अधिकारी और विधानसभा सचिव आरके नांदल ने बताया कि सुबह 9 बजे से वोटिंग शुरू होगी जो शाम 4 बजे तक चलेगी. 4 बजे के बाद इसकी रिपोर्ट केन्द्रीय चुनाव आयोग को भेजी जायेगी. चुनाव आयोग से निर्देश मिलने के बाद 5 बजे काउंटिंग शुरू होगी. काउंटिंग होने के बाद एक बार फिर इसकी जानकारी चुनाव आयोग को दी जायेगी. उसके बाद जब आखिर में चुनाव आयोग से निर्देश मिल जायेगा तब अंतिम नतीजा घोषित किया जाएगा. इलेक्शन कमीशन ने निष्पक्ष तरीके से चुनाव कराने के लिए 2 आब्जर्वर नियुक्त किये हैं. एक केंद्रीय चुनाव आयोग की ओर से और दूसरा राज्य मुख्य चुनाव आयुक्त को भी आब्जर्वर के रूप में नियुक्त किया गया है.
इसके साथ ही आरके नांदल ने ये भी बताया कि हम एक स्पेशल अधिकरी को नियुक्त करेंगे. इलेक्शन कमीशन की ओर से जो पेन दिया गया है उसे क्रम अनुसार विधायकों को दिया जाएगा और मार्किंग के बाद वापस ले लिए जाएगा. विधायकों को बता दिया गया है कि उनके पेन और मोबाइल फोन बाहर ही रहेंगे.
एक तरफ जहां हरियाणा राज्यसभा चुनाव के लिए चुनाव आयोग ने सभी तैयारियां पूरी कर ली है. वहीं गुरुवार को दिन भर निर्दलीय उम्मीदवार कार्तिकेय शर्मा विधायकों से समर्थन के लिए साधने में लगे रहे. अभी तक महम के निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं. जिसको देखते हुए उनसे मिलने को निर्दलीय प्रत्याशी कार्तिकेय शर्मा के पिता और पूर्व मंत्री विनोद शर्मा भी उनके घर पहुंचे थे. हालांकि बलराज कुंडू ने कहा है कि वह सुबह ही वोट डालने से पहले अपने पत्ते सबके सामने खोलेंगे.
कार्तिकेय शर्मा को इनेलो का समर्थन- इधर इनेलो के एकमात्र विधायक अभय चौटाला ने अपना फैसला आखिरकार सुना दिया. अभय चौटाला का स्टैंड साफ है कि वो कांग्रेस को वोट नही देंगे. अभय ने कहा कि अगर मैं वोट नही देता हूं तो जिसको मैं फायदा नही पहुंचाना चाहता हूं यानि उस कांग्रेस को फायदा हो जाएगा. अभय ने कहा कि निर्दलीय उम्मीदवार को इसलिए वोट दूंगा क्योंकि चौटाला साहब जब जेल में थे तो अजय चौटाला तो अपना गणित बना रहा था. सबसे अधिक जेल में किसी ने जिम्मेवारी निभाई तो मनु शर्मा ने निभाई. एक बेटे की तरह जिम्मेदारी निभाई. इसलिए वे निर्दलीय उम्मीदवार कार्तिकेय शर्मा को वोट करेंगे.
यानि अब जो गणित साफ तौर पर दिखाई दे रहा है उसके मुताबिक निर्दलीय उम्मीदवार कार्तिकेय शर्मा को बीजेपी के नौ, जेजेपी के 10, निर्दलीय 6 के साथ-साथ हरियाणा लोकहित पार्टी के गोपाल कांडा और इनेलो का एक वोट मिल चुका है. यानि कार्तिकेय शर्मा के पास साफ तौर पर अभी 27 वोट हैं. जबकि जीत के लिए दूसरी सीट पर 30 वोटों की जरूरत होगी. कांग्रेस के पास 31 वोट हैं, लेकिन कुलदीप बिश्नोई को लेकर अभी भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है. ऐसे में फिर भी कांग्रेस की जीत सुनिश्चित नजर आ रही है. क्योंकि जीत के लिए 30 वोटों की जरूरत पड़ेगी.
हरियाणा राज्यसभा चुनाव का समीकरण- अगर आंकड़ों पर नजर डालें तो जेजेपी के 10 विधायक. निर्दलीय 6 विधायक. एक विधायक हरियाणा लोकहित पार्टी के गोपाल कांडा भी बीजेपी को समर्थन करते हैं. इस हिसाब से कार्तिकेय शर्मा के पास कुल 17 विधायकों (10+6+1) का समर्थन हो जाता है. वही फर्स्ट प्रिफरेंस मे बीजेपी के 31 विधायक अपनी पार्टी के उम्मीदवार को वोट करते हैं. उसके बाद बीजेपी के 9 विधायक कार्तिकेय शर्मा को वोट करेंगे. इसके बाद कार्तिकेय के पास समर्थन का आंकड़ा 26 (10 जेजेपी+ 9 बीजेपी + 6 निर्दलीय + एक गोपाला कांडा) हो जाता है. इनेलो के इकलौते विधायक अभय चौटाला ने भी अब कार्तिकेय शर्मा को समर्थन का ऐलान कर दिया है. इस तरह से कार्तिकेय के पास 27 विधायक हो जाते हैं. जबकि दूसरी सीट पर चुनाव जीतने के लिए कम से कम 30 विधायकों के समर्थन की जरूरत है.
लेकिन अगर किसी कांग्रेस विधायक का वोट कैंसिल हुआ या चुनाव में हिस्सा नहीं लिया तो कांग्रेस उम्मीदवार अजय माकन का हारना तय है. ऐसे में नतीजे निर्दलीय कार्तिकेय शर्मा के पक्ष में जायेंगे. लेकिन इसमें जो सबसे बड़ी खास बात रहेगी वह यह रहेगी कि अगर अजय माकन कांग्रेस के उम्मीदवार बहते हुए जो चुनाव हार जाते हैं तो उससे कहीं ना कहीं भूपेंद्र सिंह हुड्डा की साख पर भी सवाल खड़े होंगे.