नई दिल्ली : राज्यसभा चुनाव के लिए 10 जून को 16 सीटों पर फैसला होना है. शुक्रवार को चार राज्यों को हरियाणा, कर्नाटक, राजस्थान और महाराष्ट्र में वोटिंग होगी. चुनाव आयोग ने राज्यसभा के 57 सीटों के लिए अधिसूचना जारी की थी. अब तक 41 उम्मीदवार निर्विरोध चुने जा चुके हैं. शुक्रवार शाम तक जीत-हार के नतीजे भी सामने आ जाएंगे.
अब तक निर्विरोध जीतने वालों में 14 बीजेपी के हैं. पी चिदंबरम समेत कांग्रेस के चार कैंडिडेट भी निर्विरोध चुने गए हैं. आंध्रप्रदेश की चार सीटों पर वाईएसआर कांग्रेस ने कब्जा किया है. तमिलनाडु में डीएमके और ओडिशा से बीजेडी के खाते में तीन-तीन सीटें आईं. आम आदमी पार्टी, राजद, तेलंगाना राष्ट्र समिति, अन्नाद्रमुक के दो-दो उम्मीदवार भी निर्विरोध जीत गए. झामुमो, जद (यू), सपा और रालोद के एक-एक नेता और निर्दलीय कपिल सिब्बल शामिल हैं.
महाराष्ट्र में कौन आएगा बीजेपी के पक्ष में : महाराष्ट्र में राज्यसभा की 6 सीटें हैं और कैंडिडेट की कुल संख्या सात है. वहां सत्तारूढ़ महा विकास आघाड़ी (एमवीए) के चार और भाजपा के तीन उम्मीदवार हैं. 18 साल बाद महाराष्ट्र में राज्यसभा के लिए वोटिंग की नौबत आई है. राज्यसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, पूर्व विधायक अनिल बोंडे और पूर्व सांसद धनंजय महादिक को मैदान में उतारा है. वहीं शिवसेना ने संजय राऊत और संजय पवार को टिकट दिया है. कांग्रेस की तरफ से इमरान प्रतापगढ़ी उम्मीदवार हैं जबि एनसीपी ने प्रफुल्ल पटेल को फिर एक बार मौका दिया है.
आंकड़ों के मुताबिक, बीजेपी दो कैंडिडेट पीयूष गोयल और अनिल बोंडे की जीत तय है. शिवसेना के पास भी एक सीट जीतने की गारंटी है और संजय राउत की जीत आसान मानी जा रही है. एनसीपी से प्रफुल्ल पटेल और कांग्रेस के इमरान प्रतापगढ़ी की जीत में संशय नहीं है. पेंच वहां की सातवीं सीट पर फंसी है, जिसके लिए शिवसेना के संजय पवार और बीजेपी के धनंजय महादिक के बीच मुकाबला है. इस जीत के लिए दोनों खेमों को एआईएमआईएम के दो और सपा के दो विधायकों के वोट की जरूरत होगी.
सुभाष चंद्रा को 33 विधायकों का सपोर्ट, 8 एमएलए का इंतजार : राजस्थान की चार सीटों में तीन पर जीत तय है. कांग्रेस राजस्थान में तीन सीटों के लिए कैंडिडेट उतारे हैं जबकि भाजपा एक सीट से ही चुनाव लड़ रही है, चौथी सीट के लिए भाजपा ने निर्दलीय और मीडिया कारोबारी सुभाष चंद्र का समर्थन किया है. यहां टक्कर सुभाष चंद्रा और कांग्रेस के बीच टक्कर होगी. एक सीट पर जीत के लिए 41 विधायकों के वोटों की जरूरत होगी. सुभाष चंद्रा को बीजेपी के तीस विधायक और आरएलपी के तीन विधायकों का समर्थन प्राप्त है. उन्हें जीत के लिए 8 वोटों की दरकार है. सुभाष चंद्रा का दावा है कि कांग्रेस खेमे के 8 उम्मीदवारों का वोट उन्हें मिलेगा. अब सारा दारोमदार 13 निर्दलीय, 2 सीपीएम, 2 बीटीसी और एक आरएलडी के विधायक के हाथों में है.
हरियाणा में अजय माकन का मुकाबला कार्तिकेय से : 10 जून को हरियाणा की दो सीट के लिए भी वोटिंग होंगी. हरियाणा में कांग्रेस ने एक सीट पर अजय माकन को उतारा है. भाजपा के उम्मीदवार कृष्ण लाल पवार हैं, जबकि दूसरी सीट के लिए भाजपा एक अन्य निर्दलीय उम्मीदवार और मीडिया कारोबारी कार्तिकेय शर्मा का समर्थन कर रही है. मामला अजय माकन और कार्तिकेय शर्मा के बीच फंसा है. यहां एक सीट पर जीत के लिए 31 वोटों की जरूरत है.
बीजेपी -जेजेपी के पास 59 वोट हैं. बीजेपी जिसके पास अपने 40 विधायक हैं , जो उसके कैंडिडेट कृष्ण लाल पवार की जीत के लिए काफी है. गठबंधन के पास 18 अतिरिक्त वोट है, साथ में गोपाल कांडा, आईएनएलडी के दो और सात निर्दलियों का समर्थन भी हासिल है. इस तरह निर्दलीय कार्तिकेय शर्मा को 28 वोट मिल सकते हैं. जीत के लिए कार्तिकेय शर्मा को 3 और वोटों की जरूरत होगी. कांग्रेस के पास 31 विधायक हैं मगर वहां दलबदल की आशंका से उसने अपने 29 विधायकों को छत्तीसगढ़ में शिफ्ट कर दिया है. शुक्रवार को ये सभी सीधे चंडीगढ़ पहुंचेंगे.
कर्नाटक के चौथी सीट के लिए तीन दावेदार : कर्नाटक में राज्यसभा की चार सीटें हैं. यहां बीजेपी ने तीन, कांग्रेस ने दो और जेडीएस ने एक कैंडिडेट को उतार दिया है. संख्याबल के हिसाब से बीजेपी के दो और कांग्रेस के एक कैंडिडेट की जीत तय है. इनमें केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन और जग्गेश सीधे तौर पर जीतेंगे. कांग्रेस नेता जयराम रमेश की जीत भी सुनिश्चित है. पेंच चौथे सीट पर फंसा है. विधानसभा में संख्या बल के हिसाब से बीजेपी के पास 32, जेडी एस के पास 32 और कांग्रेस के खाते में 25 अतिरिक्त वोट हैं. ऐसे में बीजेपी के तीसरे कैंडिडेट लहर सिंह सिरोया , कांग्रेस कैंडिडेट मंसूर अहमद ख़ान और जनता दल सेक्युलर के कृपेंद्र रेड्डी के बीच मुकाबला होगा. कर्नाटक में भी क्रॉस वोटिंग की आशंका जताई जा रही है.
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