बोलपुर : विश्व भारती के कुलपति विद्युत चक्रवर्ती ने एक बार फिर नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन पर जमकर बरसे. उन्होंने कहा कि वास्तव में अमर्त्य सेन नोबेल पुरस्कार विजेता नहीं हैं, लेकिन वे स्वयं नोबेल पुरस्कार विजेता होने का दावा करते हैं. बता दें कि प्रतिष्ठित विश्व भारती द्वारा अमर्त्य सेन पर भूमि हड़पने का आरोप लगाया गया है. इस संबंध में ईटीवी भारत से बात करते हुए चक्रवर्ती ने कहा कि वह नोबेल विजेता अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन को 'सम्मानित व्यक्ति' से संबोधित कर भूमि विवाद का अंत देखना चाहते हैं. विश्व भारती के कुलपति ने भारत रत्न का जिक्र करते हुए कहा, अमर्त्य सेन द्वारा की गई गलती को इंगित किया जाना चाहिए.
इसी क्रम में गुरुवार को नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन ने प्रतिष्ठित विश्व भारती द्वारा उनके खिलाफ लगाए गए भूमि हड़पने के आरोप के बारे में खुलकर बात की थी. डॉ अमर्त्य सेन ने कहा था, 'वकील का पत्र निश्चित रूप से पालन करेगा.' प्रोफेसर सेन ने भी कुलपति के व्यवहार पर असंतोष व्यक्त किया था. इसके अलावा, अमर्त्य सेन ने एक बार फिर विश्व भारती की समग्र स्थिति के बारे में रोष जताया था. वहीं विश्व भारती के छात्रों-अध्यापकों ने प्रातीची के घर जाकर नोबेल पुरस्कार विजेता से मुलाकात की थी. बातचीत में अमर्त्य सेन ने विश्व भारती की वर्तमान स्थिति और कुलपति विद्युत चक्रवर्ती की भूमिका को लेकर कई तरह की टिप्पणियां कीं थीं.
अमर्त्य सेन का बयान आने के बाद ही विश्व भारती के कुलपति चक्रवर्ती ने यह टिप्पणी की है. उन्होंने कहा कि जमीन हड़पने का मामला नया नहीं है, हमने पहले भी लिखा है. उन्होंने 13 डिसमिल अतिरिक्त जमीन पर अवैध कब्जा कर रखा है. उन्होंने कहा कि हम स्थायी समाधान चाहते हैं ताकि भविष्य में कोई उनका अपमान न कर सके. अमर्त्य सेन के घर पर छात्रों और प्रोफेसरों के बीच हुई बातचीत के बारे में बात करते हुए चक्रवर्ती ने कहा, वह कुछ लोगों से बात कर रहे हैं, जो केवल विश्व भारती को नुकसान पहुंचा रहे हैं.
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