वाराणसी: उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू अपने परिवार के साथ शुक्रवार को दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती में शामिल हुए. इस दौरान उनके साथ उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक भी मौजूद थे. दशाश्वमेध घाट में गंगा घाट पर 1992 से गंगा सेवा निधि की तरफ से कराई जा रही गंगा आरती में उपराष्ट्रपति उनकी पत्नी और राज्यपाल ने विधि विधान से पूजा की. साथ ही गंगा में दुग्धाभिषेक कर मां का आशीर्वाद लिया.
इस दौरान उपराष्ट्रपति और उनकी पत्नी एम.उषा नायडू गंगा आरती का दीदार कर भाव विभोर हो गए. दशाश्वमेध सहित आसपास के गंगा घाटों पर सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम थे. दुनिया भर के सबसे खूबसूरत धार्मिक समारोह में से गंगा आरती भी एक माना जाता है. यह आरती सूर्यास्त के बाद होती है. गंगा आरती की शुरुआत शंखनाद से की जाती है.
मान्यता है कि इससे नकारात्मक ऊर्जा खत्म हो जाती है. पुजारी अपने हाथों में बड़े बड़े दीये लेकर मां गंगा की आरती करते हैं. मां गंगा के जयकारे, ढोल नगाड़े की गूंज और आरती की मधुर ध्वनि आपको उसे अपलक निहारने के लिए मजबूर कर देती है. गंगा आरती देखने के बाद बनारस लोकोमोटिव वर्कशॉप के गेस्ट हाउस में विश्राम करने पहुंचे. शनिवार सुबह वो श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा करेंगे. इसके साथ ही काल भैरव मंदिर में दर्शन करेंगे, वो पढ़ाव चंदौली स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति उपवन में पंडित दीनदयाल की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित करेंगे.
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