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बांग्लादेश को हिंदू मुक्त बनाने की तैयारी, UNO पीस कीपिंग फोर्स भेजे : VHP - Attack on Hindus in Bangladesh

पड़ोसी देश बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं (Attack on Hindus) पर हो रहे हमलों को लेकर विहिप ने रोष जताया है. विहिप ने मांग उठाई है कि नरसंहार को रोकने के लिए अब संयुक्त राष्ट्र संघ को पीस कीपिंग फोर्स भेजनी चाहिए. विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने बुधवार को दिल्ली में बांग्लादेश हाई कमीशन के सामने बड़े प्रदर्शन का आह्वान किया है.

विहिप के केंद्रीय संयुक्त महामंत्री डॉ. सुरेंद्र जैन
विहिप के केंद्रीय संयुक्त महामंत्री डॉ. सुरेंद्र जैन
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Published : Oct 19, 2021, 7:30 PM IST

नई दिल्ली : बांग्लादेश में हिंदुओं पर लगातार हो रहे हमलों को लेकर विश्व हिंदू परिषद ने रोष जताया है. विश्व हिंदू परिषद ने कहा है कि बांग्लादेश में हिंदुओं के अनवरत नरसंहार को रोकने के लिए अब संयुक्त राष्ट्र संघ को पीस कीपिंग फोर्स भेजनी चाहिए.

विहिप के केंद्रीय संयुक्त महामंत्री डॉ. सुरेंद्र जैन ने मंगलवार को दिल्ली में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि हिंदुओं पर इस्लामिक कट्टरपंथियों द्वारा किए जा रहे अत्याचारों की तुलना केवल नाजियों की बर्बरता से ही की जा सकती है. उन्होंने कहा कि 'हिंदुओं के विरुद्ध हो रहे पाशविक अत्याचारों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. अब संयुक्त राष्ट्र संघ को इस मामले में पहल करते हुए पीड़ित अल्पसंख्यक हिंदुओं की सुरक्षा के लिए अपनी पीसकीपिंग फोर्स अविलंब बांग्लादेश भेजनी चाहिए.'

सुनिए विहिप नेता ने क्या कहा

'मूकदर्शक बनी है बांग्लादेश सरकार'
सुरेंद्र जैन ने कहा कि 'संयुक्त राष्ट्र संघ एवं सभी मानवाधिकार संगठन बांग्लादेश में हो रही घटनाओं पर चुप्पी साधे हुए हैं और इस्लामिक कट्टरपंथी बांग्लादेश को हिंदू शून्य बनाने पर तुले हैं. इन सबके बीच बांग्लादेश सरकार केवल मूकदर्शक बनी है. वहां की प्रधानमंत्री शेख हसीना जिहादियों पर नियंत्रण करने की बजाय भारत सरकार को नसीहत दे रही हैं कि वह भारत में ऐसी कोई घटना ना होने दें जिससे कि वहां का मुसलमान भड़क जाए.'

विहिप महामंत्री ने आरोप लगाया कि शेख हसीना के बयान के बाद मुस्लिम कट्टरपंथी बांग्लादेश में और भड़क गए और हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों में बढ़ोतरी हो गई. विहिप नेता ने जानकारी दी कि 'वर्तमान घटनाक्रम के दौरान 10 दिनों में डेढ़ सौ से अधिक मां दुर्गा के पूजा मंडप नष्ट किए गए. 362 से अधिक मूर्तियां ध्वस्त कर दी गईं. हजारों हिंदुओं के घरों और दुकानों पर हमला करके लूटा गया है. 1000 से अधिक हिंदू घायल हो गए हैं.'

विहिप का कहना है कि 'ताजा जानकारी के अनुसार 12 हिंदुओं के मारे जाने की सूचना मिली है. इसके अलावा महिलाओं के साथ गैंगरेप की घटनाएं भी हुई हैं. बांग्लादेश में इस्कॉन के 3 मंदिर रामकृष्ण मिशन के आश्रम राम ठाकुर आश्रम जैसे 50 से अधिक मंदिरों को नष्ट कर दिया गया है. इस्कॉन मंदिर के दो संत और मोहिनी मंदिर के तीन पुजारियों की बर्बरता से हत्या कर दी गई है. सोमवार को इस्कॉन मंदिर के तालाब में एक और पुजारी का शव उतराता हुआ मिला.'

बांग्लादेश में हिंदुओं की घटती आबादी पर जताई चिंता
हिंसा प्रभावित कई जिलों में इंटरनेट की पाबंदी होने के कारण पूरे समाचार नहीं मिल पा रहे लेकिन वास्तविकता इससे भी भयानक हो सकती है. सुरेंद्र जैन ने बताया कि 1951 में जब बांग्लादेश पूर्वी पाकिस्तान हुआ करता था तब वहां पर हिंदुओं की जनसंख्या 22% थी और बांग्लादेश के निर्माण के समय वर्ष 1971 में हिंदुओं की जनसंख्या 18% थी लेकिन अब यह घटकर मात्र 7% रह गई है जिससे यह सिद्ध होता है कि बांग्लादेश के गठन के बाद भी हिंदुओं पर अत्याचारों का सिलसिला रुका नहीं बल्कि और तेज हुआ है. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश द्वारा खुद को इस्लामिक देश घोषित करने के बाद वहां वेस्टेड प्रॉपर्टी एक्ट बनाया गया जिसके अंतर्गत हिंदुओं की संपत्ति पर वहां की सरकार कभी भी कब्जा कर सकती है.

कोलकाता में हुआ प्रदर्शन, कल दिल्ली में जताएंगे विरोध
विहिप का मानना है कि बांग्लादेश के इस्लामिक चरित्र के कारण ही वहां की सरकारें हिंदुओं पर अत्याचारों की मूकदर्शक बनी रहती हैं. बांग्लादेश को इस्लामिक देश की जगह धर्मनिरपेक्ष देश घोषित किए बिना वे कट्टरपंथियों के चंगुल से बाहर नहीं निकल सकते.

बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमले के विरोध में 19 अक्टूबर को विहिप की तरफ से कोलकाता में प्रदर्शन किया गया. इसके साथ ही विश्व हिंदू परिषद ने बुधवार को दिल्ली में बांग्लादेश हाई कमीशन के सामने बड़े प्रदर्शन का आवाहन किया है. विहिप ने बांग्लादेश सरकार को आगाह किया है कि यदि वह विकासशील देशों की पंक्ति में खड़े रहना चाहते हैं तो उन्हें अपनी कट्टरपंथी छवि से मुक्त होना पड़ेगा. भारत सरकार से मांग करते हुए विहिप महामंत्री ने कहा कि बांग्लादेश सरकार पर पूरी ताकत से दबाव बनाया जाना चाहिए.

पढ़ें- क्या बांग्लादेश में कट्टरपंथियों के निशाने पर हैं अल्पसंख्यक हिंदू ?

पढ़ें- बांग्लादेश : दुर्गा पूजा के दौरान मंदिरों पर हमला, तीन लोगों की मौत

नई दिल्ली : बांग्लादेश में हिंदुओं पर लगातार हो रहे हमलों को लेकर विश्व हिंदू परिषद ने रोष जताया है. विश्व हिंदू परिषद ने कहा है कि बांग्लादेश में हिंदुओं के अनवरत नरसंहार को रोकने के लिए अब संयुक्त राष्ट्र संघ को पीस कीपिंग फोर्स भेजनी चाहिए.

विहिप के केंद्रीय संयुक्त महामंत्री डॉ. सुरेंद्र जैन ने मंगलवार को दिल्ली में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि हिंदुओं पर इस्लामिक कट्टरपंथियों द्वारा किए जा रहे अत्याचारों की तुलना केवल नाजियों की बर्बरता से ही की जा सकती है. उन्होंने कहा कि 'हिंदुओं के विरुद्ध हो रहे पाशविक अत्याचारों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. अब संयुक्त राष्ट्र संघ को इस मामले में पहल करते हुए पीड़ित अल्पसंख्यक हिंदुओं की सुरक्षा के लिए अपनी पीसकीपिंग फोर्स अविलंब बांग्लादेश भेजनी चाहिए.'

सुनिए विहिप नेता ने क्या कहा

'मूकदर्शक बनी है बांग्लादेश सरकार'
सुरेंद्र जैन ने कहा कि 'संयुक्त राष्ट्र संघ एवं सभी मानवाधिकार संगठन बांग्लादेश में हो रही घटनाओं पर चुप्पी साधे हुए हैं और इस्लामिक कट्टरपंथी बांग्लादेश को हिंदू शून्य बनाने पर तुले हैं. इन सबके बीच बांग्लादेश सरकार केवल मूकदर्शक बनी है. वहां की प्रधानमंत्री शेख हसीना जिहादियों पर नियंत्रण करने की बजाय भारत सरकार को नसीहत दे रही हैं कि वह भारत में ऐसी कोई घटना ना होने दें जिससे कि वहां का मुसलमान भड़क जाए.'

विहिप महामंत्री ने आरोप लगाया कि शेख हसीना के बयान के बाद मुस्लिम कट्टरपंथी बांग्लादेश में और भड़क गए और हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों में बढ़ोतरी हो गई. विहिप नेता ने जानकारी दी कि 'वर्तमान घटनाक्रम के दौरान 10 दिनों में डेढ़ सौ से अधिक मां दुर्गा के पूजा मंडप नष्ट किए गए. 362 से अधिक मूर्तियां ध्वस्त कर दी गईं. हजारों हिंदुओं के घरों और दुकानों पर हमला करके लूटा गया है. 1000 से अधिक हिंदू घायल हो गए हैं.'

विहिप का कहना है कि 'ताजा जानकारी के अनुसार 12 हिंदुओं के मारे जाने की सूचना मिली है. इसके अलावा महिलाओं के साथ गैंगरेप की घटनाएं भी हुई हैं. बांग्लादेश में इस्कॉन के 3 मंदिर रामकृष्ण मिशन के आश्रम राम ठाकुर आश्रम जैसे 50 से अधिक मंदिरों को नष्ट कर दिया गया है. इस्कॉन मंदिर के दो संत और मोहिनी मंदिर के तीन पुजारियों की बर्बरता से हत्या कर दी गई है. सोमवार को इस्कॉन मंदिर के तालाब में एक और पुजारी का शव उतराता हुआ मिला.'

बांग्लादेश में हिंदुओं की घटती आबादी पर जताई चिंता
हिंसा प्रभावित कई जिलों में इंटरनेट की पाबंदी होने के कारण पूरे समाचार नहीं मिल पा रहे लेकिन वास्तविकता इससे भी भयानक हो सकती है. सुरेंद्र जैन ने बताया कि 1951 में जब बांग्लादेश पूर्वी पाकिस्तान हुआ करता था तब वहां पर हिंदुओं की जनसंख्या 22% थी और बांग्लादेश के निर्माण के समय वर्ष 1971 में हिंदुओं की जनसंख्या 18% थी लेकिन अब यह घटकर मात्र 7% रह गई है जिससे यह सिद्ध होता है कि बांग्लादेश के गठन के बाद भी हिंदुओं पर अत्याचारों का सिलसिला रुका नहीं बल्कि और तेज हुआ है. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश द्वारा खुद को इस्लामिक देश घोषित करने के बाद वहां वेस्टेड प्रॉपर्टी एक्ट बनाया गया जिसके अंतर्गत हिंदुओं की संपत्ति पर वहां की सरकार कभी भी कब्जा कर सकती है.

कोलकाता में हुआ प्रदर्शन, कल दिल्ली में जताएंगे विरोध
विहिप का मानना है कि बांग्लादेश के इस्लामिक चरित्र के कारण ही वहां की सरकारें हिंदुओं पर अत्याचारों की मूकदर्शक बनी रहती हैं. बांग्लादेश को इस्लामिक देश की जगह धर्मनिरपेक्ष देश घोषित किए बिना वे कट्टरपंथियों के चंगुल से बाहर नहीं निकल सकते.

बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमले के विरोध में 19 अक्टूबर को विहिप की तरफ से कोलकाता में प्रदर्शन किया गया. इसके साथ ही विश्व हिंदू परिषद ने बुधवार को दिल्ली में बांग्लादेश हाई कमीशन के सामने बड़े प्रदर्शन का आवाहन किया है. विहिप ने बांग्लादेश सरकार को आगाह किया है कि यदि वह विकासशील देशों की पंक्ति में खड़े रहना चाहते हैं तो उन्हें अपनी कट्टरपंथी छवि से मुक्त होना पड़ेगा. भारत सरकार से मांग करते हुए विहिप महामंत्री ने कहा कि बांग्लादेश सरकार पर पूरी ताकत से दबाव बनाया जाना चाहिए.

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