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उत्तरकाशी टनल रेस्क्यू: अभी तक हो चुकी है 20 मीटर वर्टिकल ड्रिलिंग, 100 घंटे रखा गया है लक्ष्य - उत्तरकाशी में वर्टिकल ड्रिलिंग शुरू

Vertical drilling started in Uttarkashi Tunnel उत्तरकाशी सिलक्यारा टनल रेस्क्यू ऑपरेशन के 15वें दिन वर्टिकल ड्रिलिंग का कार्य शुरू हो चुका है. दूसरी तरफ सुरंग के मलबे में फंसी बरमा मशीन को काटने का काम भी जारी है. प्लाज्मा कटर से मशीन को काटा जा रहा है. इसके बाद मैनुअल काम किया जाएगा.

Vertical drilling started in Uttarkashi
उत्तरकाशी में वर्टिकल ड्रिलिंग शुरू
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Nov 26, 2023, 3:55 PM IST

Updated : Nov 26, 2023, 8:05 PM IST

उत्तरकाशी टनल रेस्क्यू ऑपरेशन के तहत वर्टिकल ड्रिलिंग शुरू.

उत्तरकाशी (उत्तराखंड): उत्तरकाशी की सिलक्यारा टनल में पिछले 15 दिन से फंसे 41 मजदूरों के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. मजदूरों के रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए अब वर्टिकल ड्रिलिंग पर भी काम शुरू हो चुका है. रविवार 26 नवंबर की सुबह वर्टिकल ड्रिलिंग का कार्य शुरू हुआ और शाम 7 बजे तक 20 मीटर वर्टिकल ड्रिलिंग का काम कर लिया गया है. दूसरी तरफ सुबह से सुरंग के मलबे में फंसी बरमा मशीन को काटने का काम तेजी से चल रहा है. हैदराबाद से प्लाज्मा कटर उत्तरकाशी पहुंच चुकी है. चंडीगढ़ से भी लेजर कटर मंगाया गया है. मलबे में फंसी बरमा मशीन के पार्ट्स को निकालने की कोशिश जारी है.

  • #WATCH | Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel rescue | Uttarakhand Secretary and Nodal Officer for Silkayara rescue operation Neeraj Khairwal, "...Today's relief is that the remaining part inside the auger is about 8.15 meters yet to be removed...There is no hurdle till now & we are… pic.twitter.com/UZtK9ZJam9

    — ANI (@ANI) November 26, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

रविवार को एनएचआईडीसीएल के प्रबंध निदेशक महमूद अहमद ने बताया कि हमने शनिवार से और 2 से 3 विकल्पों पर काम करना शुरू कर दिया है. एसजेवीएनएल को वर्टिकल ड्रिलिंग का जिम्मा दिया है. उन स्थानों की पहचान भी कर ली है, जहां ड्रिलिंग बेहतर हो सकती है. लगभग 20 मीटर की ड्रिलिंग पूरी हो चुकी है. अनुमान है कि कुल 86 मीटर की ड्रिलिंग की जानी है. हमें लगता है कि ड्रिलिंग अगले 2 दिनों में पूरी हो जाएगी. दूसरी तरफ सुरंग में फंसी बरमा मशीन के पार्ट्स निकालने का काम किया जा रहा है. 13.9 मीटर ऑगर के पार्ट्स सुरंग में फंसे हुए हैं. कल तक पार्ट्स को निकाल लिया जाएगा. इसके बाद आगे मैनुअल काम किया जाएगा. 28 नवंबर से आरवीएनएल काम शुरू करेगा. हमने पूरे कार्य के लिए 100 घंटों का लक्ष्य रखा है.
ये भी पढ़ेंः उत्तरकाशी टनल हादसा: प्लाज्मा कटर मशीन से रेस्क्यू कार्य हुआ तेज, श्रमिक के परिजनों से मिले सीएम धामी

  • #WATCH | Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel rescue | Mahmood Ahmad, the Managing Director of National Highways & Infrastructure Development Corporation Limited (NHIDCL) says, "...We have completed around 19.2 meters of drilling. We have to drill around 86 meters to be done within… pic.twitter.com/vdE7AyhELa

    — ANI (@ANI) November 26, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

शनिवार से रविवार तक क्या-क्या हुआ: उत्तरकाशी सिलक्यारा टनल रेस्क्यू ऑपरेशन में शनिवार को पैदा हुईं चुनौतियों ने सबसे ज्यादा चिंतित किया. ऑपरेशन के 14वें दिन यानी शनिवार को जानकारी मिली कि अमेरिकन ऑगर मशीन नष्ट हो चुकी है. मशीन से अब कुछ काम नहीं लिया जा सकता है. इसके साथ ही सुरंग में 45 मीटर तक ड्रिलिंग हो चुकी है. लेकिन बरमा मशीन सुरंग के मलबे में फंस चुकी है. जिसे अब काटकर बाहर निकाला जाएगा. इसके लिए हैदराबाद से प्लाज्मा कटर मंगवाए गए. इसके बाद 15वें दिन की सुबह प्लाज्मा कटर सिलक्यारा टनल पहुंचे और बरमा मशीन को काटने का काम शुरू हुआ. चिंता बढ़ाने वाली बात ये भी है कि मौसम विभाग ने उत्तरकाशी में दो दिन का अलर्ट जारी किया है.
ये भी पढ़ेंः उत्तरकाशी सिलक्यारा टनल हादसा: आधे महीने से सुरंग में कैद 41 मजदूर, बाहर आने का बढ़ा इंतजार

  • #WATCH | | Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel rescue: Latest visuals outside the tunnel where operation is underway to rescue the 41 workers who got trapped here on 12th November. pic.twitter.com/U51kJOvMHc

    — ANI (@ANI) November 26, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

वहीं, उत्तराखंड के मुख्य सचिव एसएस संधू का कहना है कि रेस्क्यू ऑपरेशन तेजी से चल रहा है. मौके पर टेक्निकल एक्सपर्ट की टीम मौजूद है. अगर सेना की जरूरत पड़ी तो उनकी भी मदद ली जाएगी. उधर विपक्ष मामले पर सरकार को घेरने की कोशिश कर रहा है. नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य का कहना है कि मामले पर सरकार की घोर लापरवाही दिखाई दी है. सरकार ने ब्लैकलिस्टेड कंपनी को काम देकर 41 जिंदगियों को खतरे में डाला है.

उत्तरकाशी टनल रेस्क्यू ऑपरेशन के तहत वर्टिकल ड्रिलिंग शुरू.

उत्तरकाशी (उत्तराखंड): उत्तरकाशी की सिलक्यारा टनल में पिछले 15 दिन से फंसे 41 मजदूरों के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. मजदूरों के रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए अब वर्टिकल ड्रिलिंग पर भी काम शुरू हो चुका है. रविवार 26 नवंबर की सुबह वर्टिकल ड्रिलिंग का कार्य शुरू हुआ और शाम 7 बजे तक 20 मीटर वर्टिकल ड्रिलिंग का काम कर लिया गया है. दूसरी तरफ सुबह से सुरंग के मलबे में फंसी बरमा मशीन को काटने का काम तेजी से चल रहा है. हैदराबाद से प्लाज्मा कटर उत्तरकाशी पहुंच चुकी है. चंडीगढ़ से भी लेजर कटर मंगाया गया है. मलबे में फंसी बरमा मशीन के पार्ट्स को निकालने की कोशिश जारी है.

  • #WATCH | Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel rescue | Uttarakhand Secretary and Nodal Officer for Silkayara rescue operation Neeraj Khairwal, "...Today's relief is that the remaining part inside the auger is about 8.15 meters yet to be removed...There is no hurdle till now & we are… pic.twitter.com/UZtK9ZJam9

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रविवार को एनएचआईडीसीएल के प्रबंध निदेशक महमूद अहमद ने बताया कि हमने शनिवार से और 2 से 3 विकल्पों पर काम करना शुरू कर दिया है. एसजेवीएनएल को वर्टिकल ड्रिलिंग का जिम्मा दिया है. उन स्थानों की पहचान भी कर ली है, जहां ड्रिलिंग बेहतर हो सकती है. लगभग 20 मीटर की ड्रिलिंग पूरी हो चुकी है. अनुमान है कि कुल 86 मीटर की ड्रिलिंग की जानी है. हमें लगता है कि ड्रिलिंग अगले 2 दिनों में पूरी हो जाएगी. दूसरी तरफ सुरंग में फंसी बरमा मशीन के पार्ट्स निकालने का काम किया जा रहा है. 13.9 मीटर ऑगर के पार्ट्स सुरंग में फंसे हुए हैं. कल तक पार्ट्स को निकाल लिया जाएगा. इसके बाद आगे मैनुअल काम किया जाएगा. 28 नवंबर से आरवीएनएल काम शुरू करेगा. हमने पूरे कार्य के लिए 100 घंटों का लक्ष्य रखा है.
ये भी पढ़ेंः उत्तरकाशी टनल हादसा: प्लाज्मा कटर मशीन से रेस्क्यू कार्य हुआ तेज, श्रमिक के परिजनों से मिले सीएम धामी

  • #WATCH | Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel rescue | Mahmood Ahmad, the Managing Director of National Highways & Infrastructure Development Corporation Limited (NHIDCL) says, "...We have completed around 19.2 meters of drilling. We have to drill around 86 meters to be done within… pic.twitter.com/vdE7AyhELa

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शनिवार से रविवार तक क्या-क्या हुआ: उत्तरकाशी सिलक्यारा टनल रेस्क्यू ऑपरेशन में शनिवार को पैदा हुईं चुनौतियों ने सबसे ज्यादा चिंतित किया. ऑपरेशन के 14वें दिन यानी शनिवार को जानकारी मिली कि अमेरिकन ऑगर मशीन नष्ट हो चुकी है. मशीन से अब कुछ काम नहीं लिया जा सकता है. इसके साथ ही सुरंग में 45 मीटर तक ड्रिलिंग हो चुकी है. लेकिन बरमा मशीन सुरंग के मलबे में फंस चुकी है. जिसे अब काटकर बाहर निकाला जाएगा. इसके लिए हैदराबाद से प्लाज्मा कटर मंगवाए गए. इसके बाद 15वें दिन की सुबह प्लाज्मा कटर सिलक्यारा टनल पहुंचे और बरमा मशीन को काटने का काम शुरू हुआ. चिंता बढ़ाने वाली बात ये भी है कि मौसम विभाग ने उत्तरकाशी में दो दिन का अलर्ट जारी किया है.
ये भी पढ़ेंः उत्तरकाशी सिलक्यारा टनल हादसा: आधे महीने से सुरंग में कैद 41 मजदूर, बाहर आने का बढ़ा इंतजार

  • #WATCH | | Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel rescue: Latest visuals outside the tunnel where operation is underway to rescue the 41 workers who got trapped here on 12th November. pic.twitter.com/U51kJOvMHc

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वहीं, उत्तराखंड के मुख्य सचिव एसएस संधू का कहना है कि रेस्क्यू ऑपरेशन तेजी से चल रहा है. मौके पर टेक्निकल एक्सपर्ट की टीम मौजूद है. अगर सेना की जरूरत पड़ी तो उनकी भी मदद ली जाएगी. उधर विपक्ष मामले पर सरकार को घेरने की कोशिश कर रहा है. नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य का कहना है कि मामले पर सरकार की घोर लापरवाही दिखाई दी है. सरकार ने ब्लैकलिस्टेड कंपनी को काम देकर 41 जिंदगियों को खतरे में डाला है.

Last Updated : Nov 26, 2023, 8:05 PM IST
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