श्रीनगर : उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर टूटने के दौरान लापता होने के पांच दिन बाद परियोजना स्थल के पास एक कश्मीरी इंजीनियर का शव मिला. उत्तराखंड में ऋषिगंगा बिजली परियोजना में वरिष्ठ इंजीनियर के रूप में कार्यरत बशारत अहमद जरगर जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर के सौरा क्षेत्र के रहने वाले थे.
अपने भाई की मौत की पुष्टि करते हुए उनके भाई आसिफ अहमद जरगर ने ईटीवी भारत को बताया कि शव को सभी औपचारिकताओं के पूरा होने के बाद श्रीनगर लाया जाएगा. वरिष्ठ इंजीनियर रविवार को ग्लेशियर के फटने पर घटनास्थल से लापता हो गए थे.
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इस बीच उत्तराखंड ग्लेशियर फटने की घटना में मौत का आंकड़ा शुक्रवार को 37 तक पहुंच गया. चमोली जिले में ग्लेशियर के फटने से अलग-अलग इलाकों से 36 शव बरामद किए गए हैं, जबकि 150 से ज्यादा लोग अभी भी लापता हैं.
उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अशोक कुमार ने कहा है कि ग्लेशियर के फटने से 168 लोग अभी भी लापता हैं.