नई दिल्ली : उत्तराखंड कांग्रेस के संगठन में बदलाव की चर्चा के बीच पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने सोमवार को राज्य के नेताओं के साथ विचार-विमर्श किया, क्योंकि पार्टी को विधायक दल के नए नेता और नए राज्य अध्यक्ष की नियुक्ति होनी है. राहुल गांधी ने राज्य में पार्टी संगठन के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए सोमवार को हरीश रावत, नवप्रभात और करण महारा से मुलाकात की. बैठक के दौरान प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव भी मौजूद रहे.
चर्चा का विषय यह था कि इंदिरा हृदयेश के निधन के बाद कौन राज्य विधानसभा में पार्टी का नेता हो सकता है और राज्य संगठन का नेतृत्व कौन कर सकता है. कांग्रेस के पूर्व मंत्री नवप्रभात ने राहुल गांधी के साथ बैठक का ब्योरा नहीं दिया, लेकिन कहा, "यह पार्टी के लोकतांत्रिक ढांचे के भीतर एक परामर्श प्रक्रिया है."
कहा जाता है कि कांग्रेस नेताओं ने राज्य में क्षेत्रीय संतुलन पर चर्चा की, जिसमें दो क्षेत्रों कुमाऊं और गढ़वाल प्रमुख हैं. राज्य में जहां ब्राह्मण और ठाकुर का दबदबा है, वहीं अनुसूचित जाति की आबादी अच्छी खासी है. नवप्रभात के अलावा किशोर उपाध्याय, भुवन कापड़ी और प्रकाश जोशी प्रदेश अध्यक्ष के प्रबल दावेदार हैं, जबकि प्रीतम सिंह राज्य के कांग्रेस विधायक दल के नेता हैं.
क्या पार्टी ने विधानसभा चुनाव के लिए अपना उम्मीदवार चेहरा तय कर लिया है. कांग्रेस के प्रभारी देवेंद्र यादव ने कहा सीएम चेहरा समय पर तय किया जाएगा. हम उत्तराखंड को भाजपा की तरह प्रयोगशाला के रूप में नहीं देखते हैं. भाजपा को हर तीन महीने में सीएम बदलना पड़ता है. हम ऐसा निर्णय नहीं लेना चाहते हैं. हम एक समाधान ढूंढेंगे जो राज्य के लिए एक दृष्टि प्रदान करेगा.
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