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न्यूड वीडियो रिकॉर्डिंग से करता था ब्लैकमेल, नाबालिग ने चाचा को बनाया पहला शिकार - सिंगरौली अपडेट न्यूज

सिंगरौली जिले में पुलिस ने नाबालिग ब्लैकमेलर का पर्दाफाश किया है. यह नाबालिग पहले लड़कों को अपनी बातों में फंसाता था. फिर व्हाट्सएप पर वीडियो कॉल कर उनकी न्यूड वीडियो रिकॉर्ड करता था. फिर वीडियो को वायरल करने की धमकी देकर पैसे ऐंठता था.

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Published : Jul 21, 2021, 9:53 AM IST

सिंगरौली : मध्य प्रदेश के सिंगरौली में 15 साल का 10वीं पास छात्र ब्लैकमेल कर लोगों से पैसे ऐंठता था. नाबालिग छात्र लड़की बनकर लड़कों से पहले बात करता था और न्यूड वीडियो कॉल करवाता था. फिर उस कॉल को रिकॉर्ड कर वायरल करने के नाम पर मोटी रकम वसूलता था. नाबालिग ने सबसे पहले इस जाल में अपने ही सगे चाचा को फंसाया था. पुलिस ने बताया कि नाबालिग ने प्रतिबंधित सॉफ्टवेयर को VPN (वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क) के जरिए डाउनलोड कर लड़की बनकर लड़कों को वॉट्सऐप कॉल किए. फिर वीडियो कॉल कर उनकी न्यूड रिकॉर्डिंग कर ली. वीडियो को सोशल मीडिया पर डालने की धमकी देकर पैसे ऐंठने लगा. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर रीवा बाल सुधारगृह भेजा है.

युवक की शिकायत पर पुलिस ने की कार्रवाई

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिल सोनकर ने बताया कि सिंगरौली जिले के मोरवा निवासी एक 21 वर्षीय युवक ने थाने पहुंचकर शिकायत की कि एक लड़की उसका न्यूड वीडियो रिकॉर्ड कर उसे ब्लैकमेल कर रही है. उसने यह भी बताया कि उसके पड़ोस का ही एक कंप्यूटर जानकार लड़का सॉफ्टवेयर के माध्यम से वीडियो को फैलाने से रोक लेता था, लेकिन वह भी अब रोक नहीं पा रहा है. पुलिस ने युवक की शिकायत पर मामले की जांच की शुरू की और आरोपी नाबालिग को गिरफ्तार कर लिया.

टेक्नोलॉजी का जानकार है नाबालिग आरोपी

एएसपी अनिल सोनकर ने बताया कि आरोपी ने VPN के जरिए लोकेशन यूएई दिखाकर भारत में प्रतिबंधित सॉफ्टवेयर (Text Now App) अपने फोन में इंस्टाल कर रखा था. इससे वह लड़कियों के नाम से लड़कों को वॉट्सऐप पर कॉल करता था. आरोपी ने अब तक 15 से ज्यादा फर्जी आईडी बनाकर लोगों से पैसे ठगे हैं. पुलिस के मुताबिक आरोपी आईडी को इस्तेमाल करके बंद कर देता था. इनमें से कई आईडी बंद भी हो चुकी हैं.

इस तरह होता था पैसों का लेनदेन

नाबालिग से ठगे हुए लोग कंप्यूटर का जानकार समझकर जब अपना वीडियो डिलीट कराने के लिए इसके पास पहुंचते थे, तो वह लोगों से सॉफ्टवेयर के नाम पर पैसे की मांग करता था. जिसके माध्यम से वह उनके वीडियो डिलीट करा देने के लिए आश्वस्त करता था. जिन्होंने पैसे नहीं दिए वह उनका मोबाइल हैक कर लेता था. फिर दाेबारा ब्लैकमेल करना शुरू कर देता था. 15 वर्षीय हैकर ने पीड़ितों से मिले पैसे से डार्क वेब के माध्यम से खतरनाक हैकिंग सॉफ्टवेयर खरीदा था.

ऐसे बनाता था शिकार

नाबालिग आरोपी लोगों को चैट कर अपनी बातों में फंसाता था. फिर पोर्न वेबसाइट से वीडियो डाउनलोड करके भेजता था. उसके बाद जब आदमी उसके जाल में फंस जाता था, तो वह न्यूड वीडियो कॉल करने की जिद करता था. न्यूड वीडियो कॉल के दौरान वह वीडियो रिकॉर्ड कर लेता था. फिर वीडियो के दम पर ब्लैकमेल कर मनचाहे पैसे ऐंठ लेता था. आरोपी इतना शातिर था कि वह पैसे हमेशा ऑनलाइन ही लेता था. उस पैसे से क्रिप्टोकरंसी में भी उसने पैसे कन्वर्ट करवाए.

इसे भी पढ़ें : पेगासस की सूची में उमर खालिद समेत कई कार्यकर्ताओं के फोन नंबर: रिपोर्ट

सबसे पहले चाचा को ही बनाया शिकार

मोरवा थाने के निरीक्षक मनीष त्रिपाठी ने बताया कि आरोपी ने पहला निशाना अपने सगे चाचा को बनाया. चाचा को उसने पहले एक पोर्न वीडियो भेजा. जब चाचा उसके जाल में फंस गया, तो उसने वीडियो कॉल कर चाचा की रिकॉर्डिंग कर ली और ब्लैकमेल करने लगा. पुलिस ने बताया कि उसने चाचा से 25 हजार रुपए ऐंठ लिए थे. जब चाचा ने इसकी शिकायत कहीं नहीं की, तो आरोपी की हिम्मत बढ़ती गई.

सिंगरौली : मध्य प्रदेश के सिंगरौली में 15 साल का 10वीं पास छात्र ब्लैकमेल कर लोगों से पैसे ऐंठता था. नाबालिग छात्र लड़की बनकर लड़कों से पहले बात करता था और न्यूड वीडियो कॉल करवाता था. फिर उस कॉल को रिकॉर्ड कर वायरल करने के नाम पर मोटी रकम वसूलता था. नाबालिग ने सबसे पहले इस जाल में अपने ही सगे चाचा को फंसाया था. पुलिस ने बताया कि नाबालिग ने प्रतिबंधित सॉफ्टवेयर को VPN (वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क) के जरिए डाउनलोड कर लड़की बनकर लड़कों को वॉट्सऐप कॉल किए. फिर वीडियो कॉल कर उनकी न्यूड रिकॉर्डिंग कर ली. वीडियो को सोशल मीडिया पर डालने की धमकी देकर पैसे ऐंठने लगा. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर रीवा बाल सुधारगृह भेजा है.

युवक की शिकायत पर पुलिस ने की कार्रवाई

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिल सोनकर ने बताया कि सिंगरौली जिले के मोरवा निवासी एक 21 वर्षीय युवक ने थाने पहुंचकर शिकायत की कि एक लड़की उसका न्यूड वीडियो रिकॉर्ड कर उसे ब्लैकमेल कर रही है. उसने यह भी बताया कि उसके पड़ोस का ही एक कंप्यूटर जानकार लड़का सॉफ्टवेयर के माध्यम से वीडियो को फैलाने से रोक लेता था, लेकिन वह भी अब रोक नहीं पा रहा है. पुलिस ने युवक की शिकायत पर मामले की जांच की शुरू की और आरोपी नाबालिग को गिरफ्तार कर लिया.

टेक्नोलॉजी का जानकार है नाबालिग आरोपी

एएसपी अनिल सोनकर ने बताया कि आरोपी ने VPN के जरिए लोकेशन यूएई दिखाकर भारत में प्रतिबंधित सॉफ्टवेयर (Text Now App) अपने फोन में इंस्टाल कर रखा था. इससे वह लड़कियों के नाम से लड़कों को वॉट्सऐप पर कॉल करता था. आरोपी ने अब तक 15 से ज्यादा फर्जी आईडी बनाकर लोगों से पैसे ठगे हैं. पुलिस के मुताबिक आरोपी आईडी को इस्तेमाल करके बंद कर देता था. इनमें से कई आईडी बंद भी हो चुकी हैं.

इस तरह होता था पैसों का लेनदेन

नाबालिग से ठगे हुए लोग कंप्यूटर का जानकार समझकर जब अपना वीडियो डिलीट कराने के लिए इसके पास पहुंचते थे, तो वह लोगों से सॉफ्टवेयर के नाम पर पैसे की मांग करता था. जिसके माध्यम से वह उनके वीडियो डिलीट करा देने के लिए आश्वस्त करता था. जिन्होंने पैसे नहीं दिए वह उनका मोबाइल हैक कर लेता था. फिर दाेबारा ब्लैकमेल करना शुरू कर देता था. 15 वर्षीय हैकर ने पीड़ितों से मिले पैसे से डार्क वेब के माध्यम से खतरनाक हैकिंग सॉफ्टवेयर खरीदा था.

ऐसे बनाता था शिकार

नाबालिग आरोपी लोगों को चैट कर अपनी बातों में फंसाता था. फिर पोर्न वेबसाइट से वीडियो डाउनलोड करके भेजता था. उसके बाद जब आदमी उसके जाल में फंस जाता था, तो वह न्यूड वीडियो कॉल करने की जिद करता था. न्यूड वीडियो कॉल के दौरान वह वीडियो रिकॉर्ड कर लेता था. फिर वीडियो के दम पर ब्लैकमेल कर मनचाहे पैसे ऐंठ लेता था. आरोपी इतना शातिर था कि वह पैसे हमेशा ऑनलाइन ही लेता था. उस पैसे से क्रिप्टोकरंसी में भी उसने पैसे कन्वर्ट करवाए.

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सबसे पहले चाचा को ही बनाया शिकार

मोरवा थाने के निरीक्षक मनीष त्रिपाठी ने बताया कि आरोपी ने पहला निशाना अपने सगे चाचा को बनाया. चाचा को उसने पहले एक पोर्न वीडियो भेजा. जब चाचा उसके जाल में फंस गया, तो उसने वीडियो कॉल कर चाचा की रिकॉर्डिंग कर ली और ब्लैकमेल करने लगा. पुलिस ने बताया कि उसने चाचा से 25 हजार रुपए ऐंठ लिए थे. जब चाचा ने इसकी शिकायत कहीं नहीं की, तो आरोपी की हिम्मत बढ़ती गई.

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