नई दिल्ली: ब्रिटेन की क्वालीफायर एमा राडुकानु ने शनिवार को यहां कनाडा की लेला फर्नांडिज को सीधे सेटों में हराकर अमेरिकी ओपन टेनिस टूर्नामेंट के महिला एकल का खिताब जीता.
ब्रिटेन की किशोरी एमा पिछले महीने न्यूयॉर्क में दुनिया की 150वें नंबर की खिलाड़ी के रूप में आई थी और इससे पहले उन्होंने सिर्फ एक ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट में हिस्सा लिया था. एमा ने क्वालीफायर के बाद का विमान का टिकट बुक कराया था जिससे कि अगर वह मुख्य ड्रॉ में प्रवेश नहीं करती हैं तो वापस लौट सकें.
शनिवार को हालांकि आर्थर ऐश स्टेडियम में फाइनल में वह 19 साल की लेला को सीधे सेटों में 6-4, 6-3 से हराकर क्वालीफायर से चैंपियन बनने का अभूतपूर्व सफर तय करने में सफल रही.
एमा ने खिताब जीतने के बाद कहा, "महिला टेनिस का भविष्य और फिलहाल खेल की गहराई शानदार है. मुझे लगता है कि महिला ड्रॉ में शामिल प्रत्येक खिलाड़ी के पास टूर्नामेंट जीतने का मौका था."
ब्रिटेन की 18 साल की एमा ने फ्लशिंग मिडोज पर लगातार 10 मुकाबले जीतकर खिताब अपने नाम किया. उन्होंने क्वालीफायर में तीन और फिर मुख्य ड्रॉ में सात मैच जीते. वह 2014 के बाद पहली महिला खिलाड़ी हैं जिन्होंने बिना कोई सेट गंवाए अमेरिकी ओपन का खिताब जीता.
अमेरिकी ओपन 1999 के बाद यह पहला मौका था जब दो किशोरी किसी ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट का फाइनल खेल रही थी. तब 17 साल की सेरेना और 18 साल की मार्टिना हिंगिस के बीच खिताबी मुकाबला हुआ था। एमा और लेला के बीच फाइनल 1968 में शुरू हुए पेशेवर युग में दो महिला गैरवरीय खिलाड़ियों के बीच पहला ग्रैंडस्लैम फाइनल भी था.
ट्रॉफी वितरण समारोह के दौरान आंख में आंसू लिए लेला ने कहा, "मुझे उम्मीद है कि मैं यहां फिर फाइनल में जगह बनाऊंगी और मेरे हाथ में सही ट्रॉफी होगी."
एमा ने दूसरे सेट के छठे गेम में लेला की सर्विस तोड़कर 4-2 की बढ़त बनाई और फिर अपनी सर्विस बचाकर स्कोर 5-2 किया. ब्रिटेन की खिलाड़ी को अगले गेम में दो बार चैंपियनशिप प्वाइंट मिले लेकिन उन्होंने दोनों बार नेट पर शॉट मारकर मौका गंवा दिया.
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एमा अगले गेम में 5-3 के स्कोर पर सर्विस करते हुए गेंद लौटाने की कोशिश में कोर्ट पर गिर गई और उनके घुटने से खून निकलने लगा जिसके बाद ट्रेनर ने उनके घाव पर पट्टी बांधी.
चार मिनट के विलंब के बाद खेल दोबारा शुरू होने पर एमा ने दो ब्रेक प्वाइंट बचाए और फिर 108 मील प्रति घंटे की रफ्तार के ऐस के साथ खिताब अपने नाम किया. खिताब जीतने के बाद एमा ने अपना रैकेट फेंका, पीठ के बल कोर्ट पर लेट गई और दोनों हाथों से अपना चेहरा ढक लिया.
विंबलडन 1977 में वर्जीनिया वेड के बाद एमा ग्रैंडस्लैम खिताब जीतने वाली पहली ब्रिटिश महिला खिलाड़ी हैं. वर्जीनिया शनिवार को एमा की हौसलाअफजाई के लिए आर्थर ऐश स्टेडियम में मौजूदी थी.
एमा विंबलडन 2004 में मारिया शारापोवा के 17 साल की उम्र में खिताब जीतने के बाद महिला ग्रैंडस्लैम खिताब जीतने वाली सबसे युवा खिलाड़ी हैं.
लेला को हालांकि इस मुकाबले के दौरान अपनी सर्विस को लेकर जूझना पड़ा. वह अपनी पहली सर्विस 58 प्रतिशत मौकों पर ही सही कर पाई और उन्होंने पांच डबल फॉल्ट किए. इसका फायदा उठाते हुए एमा ने 18 ब्रेक प्वाइंट हासिल किए जिसमें से चार पर वह लेला की सर्विस तोड़ने में सफल रहीं.
लेला ने लगातार चार दौर में वरीयता प्राप्त खिलाड़ियों गत चैंपियन नाओमी ओसाका, 2016 की चैंपियन एंजेलिक कर्बर, दूसरी वरीय एरिना सबालेंका और पांचवीं वरीय एलिना स्वितोलिना को हराया था लेकिन फाइनल में वह लय में नहीं दिखी. उन्होंने ये सभी मुकाबले तीन सेट में जीते थे.
लेला ने फाइनल से पहले मुख्य ड्रॉ के दौरान कोर्ट पर साढ़े 12 घंटे से अधिक का समय बिताया जबकि एमा छह दौर के दौरान लगभग साढ़े सात घंटे ही कोर्ट पर रहीं. एमा ने अपना पिछला ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट जुलाई में विंबलडन के रूप में खेला था और तब उन्हें सांस लेने में तकलीफ के कारण अपना चौथे दौर का मुकाबला बीच में छोड़ना पड़ा था. वह तब शीर्ष 300 खिलाड़ियों में भी शामिल नहीं थी.