सलेम: रंगों का त्योहार होली के कारण इन दिनों ट्रेनों में भारी भीड़ हो रही है. इसी भीड़ के कारण तमिलनाडु के सलेम में हंगामा हो गया जिससे कई ट्रेनें लेट हो गई. यात्रियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा. होली को लेकर तमिलनाडु के विभिन्न हिस्सों में काम करने वाले उत्तर भारत के कामगार ट्रेनों से अपने गृह राज्यों के लिए रवाना होते हैं. ऐसे में सलेम में बड़ी संख्या में उत्तर भारत के कामगार ट्रेनों का इंतजार कर रहे थे.
केरल के एर्नाकुलम से बरौनी, बिहार जाने वाली राबतीसागर एक्सप्रेस शनिवार (04.04.2023) शाम सलेम रेलवे स्टेशन पर पहुंची. उस समय, सौ से अधिक उत्तर भारत मजदूर अनारक्षित टिकट के साथ आरक्षित डिब्बे में सवार हो गए. वैध टिकट लेकर आए लोगों का आरोप है कि वे ट्रेन में नहीं चढ़ सके और अपनी आवंटित सीटों पर नहीं बैठ सके.
यात्रियों ने रेलवे पुलिस और अधिकारियों से शिकायत की. वहीं यात्रियों ने इमरजेंसी चेन खिंचकर ट्रेन रोक दी. इसके बाद टिकट निरीक्षक व रेलवे सुरक्षा पुलिस व थाना पुलिस मौके पर जाकर जांच की. बिना रिजर्वेशन के सफर करने वाले करीब 140 लोगों को ट्रेन से उतार दिया गया. इस कारण ट्रेन करीब आधा घंटे की देरी से रवाना हुई.
इसके बाद, उत्तर भारत के श्रमिकों को इरोड-जोलारपेट पैसेंजर ट्रेन में भेजा गया. इस बीच अलप्पुझा-धनबाद ट्रेन शनिवार दोपहर तीन बजे सलेम रेलवे स्टेशन पर पहुंची. इसके अलावा, उत्तर भारत के मजदूरों ने आरक्षण कोच में बिना उचित आरक्षण के यात्रा की. इस दौरान मजदूरों और आरक्षण कराने वाले यात्रियों के बीच बहस छिड़ गई. टिकट निरीक्षकों और रेल सुरक्षा कर्मियों ने हालात को काबू में किया. हंगामा के चलते ट्रेन करीब 20 मिनट देरी से रवाना हुई. रेलवे अधिकारियों ने कहा कि प्रवासी श्रमिकों के बिना उचित टिकट यात्रा करने के कारण समस्या हुई. उन्हें जनरल डिब्बों में भेजने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं.