नई दिल्ली: संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने मंगलवार को कहा कि वह किसान नेता सर छोटू राम की जयंती के उपलक्ष्य में आज 'किसान मजदूर संघर्ष दिवस' मनाएगा.
तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलनरत एसकेएम ने एक बयान में कहा कि दिल्ली की सीमाओं पर जारी किसानों के विरोध-प्रदर्शन को एक साल पूरा होने के मौके पर उसके कई नेता हैदराबाद में 25 नवंबर को होने वाले 'महा धरना' में शामिल होंगे.
बयान में कहा गया कि किसान आंदोलन के समर्थन में शुक्रवार को प्रवासी भारतीयों द्वारा ब्रिटेन, अमेरिका, फ्रांस, आस्ट्रेलिया, ऑस्ट्रिया, कनाडा और नीदरलैंड में भी कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे.
इससे पहले संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने प्रधानमंत्री को लिखे खुले पत्र (SKM open letter to PM Modi) में कहा कि सरकार को तुरंत किसानों से वार्ता बहाल करनी चाहिए. ऐसा न होने पर आंदोलन जारी रहेगा. प्रधानमंत्री को लिखे खुले पत्र में एसकेएम (SKM open letter to PM Modi) ने कहा है कि आपके संबोधन में किसानों की प्रमुख मांगों पर ठोस घोषणा की कमी के कारण किसान निराश हैं.
एसकेएम ने कहा है कि कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन (Kisan Andolan) के दौरान किसानों के खिलाफ दर्ज मामले तुरंत वापस लिए जाने चाहिए.
पीएम मोदी को संयुक्त किसान मोर्चा का खुला पत्र
पीएम को लिखे पत्र में एसकेएम ने लिखा है कि कृषि कानून विरोधी आंदोलन के दौरान जिन किसानों की मौत हुई, उनके परिवार को पुनर्वास सहायता, मुआवजा मिलना चाहिए.
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बता दें कि शुक्रवार को कृषि कानूनों की वापसी (Farm Law Withdrawal) पर पीएम मोदी ने बड़ा एलान किया था. राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरु पर्व और कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर तीन नए कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा की. उन्होंने देशवासियों से माफी भी मांगी. पीएम ने कहा कि इस महीने के अंत में तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की संवैधानिक प्रक्रिया शुरू कर देंगे.
पीटीआई-भाषा