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Organ Donation : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने अपने सभी अंगदान करने का लिया संकल्प - Mansukh Mandaviya

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया (Union Health Minister Mansukh Mandaviya) ने अपने सभी अंगदान करने का संकल्प लिया है. 17 सितंबर से शुरू किए गए आयुष्मान भव अभियान में 29 हजार से अधिक पुरुष और 40 हजार से अधिक महिलाओं ने अंगदान का संकल्प लिया. ईटीवी भारत के वरिष्ठ संवाददाता गौतम देब रॉय की रिपोर्ट...

Union Health Minister Mansukh Mandaviya
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Oct 3, 2023, 5:39 PM IST

नई दिल्ली: भारत सरकार की अंगदान पहल को बढ़ावा देने के उद्देश्य से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया (Union Health Minister Mansukh Mandaviya) ने मंगलवार को अपने सभी अंगदान करने का संकल्प लिया.

मंडाविया ने कहा कि हर किसी को मृत्यु के बाद अपना अंगदान करने का प्रयास करना चाहिए. इससे अन्य जरूरतमंद लोगों को नया जीवन मिलेगा. मंडाविया के सहयोगियों ने भी अंग दान के लिए विवरण पंजीकृत कराया. पंजीकृत दस्तावेजों के अनुसार मंडाविया अपनी मृत्यु के बाद अपने सभी अंग और ऊतक दान करेंगे.

  • 50 हजार से अधिक लोगों ने लिया अंगदान का संकल्प। pic.twitter.com/0kOg96PnUX

    — Office of Dr Mansukh Mandaviya (@OfficeOf_MM) October 3, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

मंडाविया ने स्वास्थ्य मंत्रालय के आयुष्मान भव अभियान के साथ यह प्रतिज्ञा ली. 17 सितंबर से शुरू किए गए आयुष्मान भव अभियान में अब तक 51010 हृदय दान, 42622 आंत दान, 52800 किडनी दान, 50211 लीवर दान, 45661 फेफड़े दान और कुल 43126 अग्न्याशय दान दर्ज किए गए हैं. इनमें महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और तेलंगाना जैसे राज्य अधिकतम अंगदान प्रतिज्ञा वाले शीर्ष तीन राज्य हैं. महाराष्ट्र में 19704 लोगों ने अंगदान का संकल्प लिया, इसके बाद मध्य प्रदेश में 14269 लोगों और तेलंगाना में 11013 लोगों ने अंगदान का संकल्प लिया है.

गौरतलब है कि 29,839 पुरुषों की तुलना में 40,009 महिलाओं ने अंगदान का संकल्प लिया. आयुष्मान भव अभियान को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पिछले महीने गुजरात के गांधीनगर से लॉन्च किया था.

ये भी पढ़ें - अंगदान कर मरने के बाद बचाएं 8 जान, देश में हर साल 2 लाख किडनी, 50 हजार लीवर और हार्ट की जरूरत

नई दिल्ली: भारत सरकार की अंगदान पहल को बढ़ावा देने के उद्देश्य से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया (Union Health Minister Mansukh Mandaviya) ने मंगलवार को अपने सभी अंगदान करने का संकल्प लिया.

मंडाविया ने कहा कि हर किसी को मृत्यु के बाद अपना अंगदान करने का प्रयास करना चाहिए. इससे अन्य जरूरतमंद लोगों को नया जीवन मिलेगा. मंडाविया के सहयोगियों ने भी अंग दान के लिए विवरण पंजीकृत कराया. पंजीकृत दस्तावेजों के अनुसार मंडाविया अपनी मृत्यु के बाद अपने सभी अंग और ऊतक दान करेंगे.

  • 50 हजार से अधिक लोगों ने लिया अंगदान का संकल्प। pic.twitter.com/0kOg96PnUX

    — Office of Dr Mansukh Mandaviya (@OfficeOf_MM) October 3, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

मंडाविया ने स्वास्थ्य मंत्रालय के आयुष्मान भव अभियान के साथ यह प्रतिज्ञा ली. 17 सितंबर से शुरू किए गए आयुष्मान भव अभियान में अब तक 51010 हृदय दान, 42622 आंत दान, 52800 किडनी दान, 50211 लीवर दान, 45661 फेफड़े दान और कुल 43126 अग्न्याशय दान दर्ज किए गए हैं. इनमें महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और तेलंगाना जैसे राज्य अधिकतम अंगदान प्रतिज्ञा वाले शीर्ष तीन राज्य हैं. महाराष्ट्र में 19704 लोगों ने अंगदान का संकल्प लिया, इसके बाद मध्य प्रदेश में 14269 लोगों और तेलंगाना में 11013 लोगों ने अंगदान का संकल्प लिया है.

गौरतलब है कि 29,839 पुरुषों की तुलना में 40,009 महिलाओं ने अंगदान का संकल्प लिया. आयुष्मान भव अभियान को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पिछले महीने गुजरात के गांधीनगर से लॉन्च किया था.

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