हरिद्वार: शुक्रवार को भारतीय संसद के 20 सांसद पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद राधा मोहन सिंह के नेतृत्व में हरिद्वार पहुंचे. रेलवे की इस स्थाई समिति के 20 सदस्य आज हरिद्वार पहुंचे. यहां उन्होंने सबसे पहले गंगा स्नान किया. उसके बाद सभी सदस्य मां मनसा देवी मंदिर पहुंचे. वहां उन्होंने मनसा देवी के दर्शन कर मां मनसा का आशीर्वाद लिया.
हरिद्वार पहुंची 20 सांसदों की टीम: इस मौके पर मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने सभी सांसदों का स्वागत किया. उत्तराखंड दौरे पर आई रेलवे की यह स्थाई समिति प्रदेश में तीन दिन रहेगी. समिति विभिन क्षेत्रों का भ्रमण करते हुए, उत्तर पूर्व रेलवे के जीएम के साथ बैठक करेगी. इसके साथ ही रेल संबंधी योजनाओं की समीक्षा भी की जाएगी.
रेलवे की स्थाई समिति रेल योजनाओं की समीक्षा करने आई है: इस मौके पर समिति के चैयरमैन राधामोहन सिंह ने कहा कि वो जब कभी भी हरिद्वार आते हैं, मां मनसा देवी के दर्शन जरूर करते हैं. आज भी वे रेलवे की स्थाई समिति के साथ हरिद्वार आये हैं. इस मौके पर मां मनसा देवी का आशीर्वाद लिया है. इसी के साथ राधा मोहन ने कहा कि फिलहाल समिति भ्रमण पर है. भ्रमण के दौरान जो भी अनियमिताएं उन्हें दिख रही हैं, उनके बारे में अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे. इस बारे में अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगा.
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उत्तराखंड रेल की स्थिति: उत्तराखंड में रेल परिवहन का विकास अभी तक बहुत कम हुआ है. दरअसल उत्तराखंड का ज्यादातर हिस्सा पहाड़ी है. उत्तराखंड में रेलवे का विस्तार केवल 344.9 Km में ही हुआ है, जिसमें 283.7 Km बड़ी लाइनें और 15 Km छोटी लाइनें हैं. उत्तराखंड में जितनी भी रेल लाइनें हैं, वह सब ब्रिटिश काल में ही बनाई गई हैं. आजादी के बाद उत्तराखंड में रेल लाइन का विस्तार बहुत कम हुआ है.
वर्तमान में उत्तराखंड के केवल 6 जिलों (हरिद्वार, देहरादून, पौड़ी, नैनीताल, उधम सिंह नगर और चंपावत) में ही रेल लाइनों का विस्तार है. इनमें कुल छोटे-बड़े 41 स्टेशन हैं. उत्तराखंड में सर्वाधिक रेल ट्रैक वाला जिला हरिद्वार तथा सबसे कम रेल ट्रैक वाला जिला पौड़ी गढ़वाल है.