प्रयागराज: उमेश पाल हत्याकांड में पुलिस अब अतीक अहदम के परिवार से जुड़ी एक और महिला की तलाश में जुट गई है. पुलिस अब अतीक अहमद की पत्नी, बहन और भांजियों के साथ ही खालिद अज़ीम उर्फ अशरफ की पत्नी जैनब फ़ातिमा की तलाश में भी जुट गई है. पुलिस की टीमें प्रयागराज से लेकर मेरठ और बरेली तक माफिया की पत्नी जैनब की तलाश कर रही है.
24 फरवरी को हुए उमेश पाल हत्याकांड में पुलिस ने डेढ़ महीने की जांच के बाद अब अतीक अहमद के छोटे भाई एवं पूर्व विधायक ख़ालिद अज़ीम उर्फ अशरफ की बीवी जैनब फ़ातिमा को वांछित बना कर दिया है. पुलिस ने लंबी जांच के बाद पाया कि जैनब को भी उमेश पाल हत्याकांड की साजिश की जानकारी थी. उसने घटना के बाद आरोपियों को भागने से लेकर छिपाने तक में मदद की है. इसके साथ ही घटना के बाद भी आरोपियों को पुलिस से बचाने और छिपाने की लगातार कोशिश करती रही है. यही वजह है कि शूटरों की इस मददगार की अब पुलिस तलाश करने में जुट गई है.
पुलिस ने पहले पूछताछ कर शांतिभंग में किया था चालान
उमेश पाल हत्याकांड में शाइस्ता परवीन की मिलीभगत सामने आने के बाद पुलिस ने अतीक परिवार की महिलाओं की तलाश भी तेज कर दी थी. इसके बाद कौशाम्बी में अतीक अहमद के भाई अशरफ के ससुराल से पुलिस ने अतीक की बहन और अशरफ की पत्नी को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी. उस वक्त की पुलिस की पूछताछ में अशरफ की पत्नी जैनब फ़ातिमा और बहन आयशा नूरी ने कोई जानकारी नहीं दी और खुद को बेकसूर बताया था. उन्होंने पुलिस को बताया था कि उन्हें घटना के बारे में कोई जानकारी नहीं थी. बाद में पुलिस ने जैनब फ़ातिमा और आयशा नूरी का शांतिभंग के तहत चालान करके छोड़ दिया था. इसके बाद जैनब फ़ातिमा, आयशा नूरी और उसकी बेटी उन्जेला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके पुलिस पर परेशान करने समेत कई अन्य आरोप लगाए थे.
पुलिस ने पहले छोड़ा, अब कर रही तलाश
अतीक अहमद की बहन आयशा नूरी के साथ ही उसकी बेटी उन्जेला और उसकी छोटी बहन को पुलिस ने दो दिन पहले वांटेड कर दिया था. अब पुलिस माफिया अतीक के छोटे भाई अशरफ की पत्नी जैनब फ़ातिमा की तमाम जगहों पर तलाश कर रही है. जबकि इससे पहले पुलिस ने इन सभी महिलाओं को पकड़ा भी था और उनसे पूछताछ भी की थी. लेकिन, उस वक्त पुलिस को उनके खिलाफ कोई ऐसा पुख्ता साक्ष्य नहीं मिला था, जिससे वह उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजती. इसके बाद पुलिस ने शांतिभंग के आरोप में चालान करके उन्हें छोड़ दिया था. लेकिन, अब पुलिस ने उन्हें आरोपी बनाकर वांछित कर दिया. वांछित चारों महिलाओं की तलाश पुलिस अलग-अलग जिलों और ठिकानों पर कर रही है. ऐसे में पुलिस पर एक सवाल उठता है कि जब पुलिस ने उन्हें पकड़ा था, उसी समय सही ढंग से जांच पड़ताल कर इन महिलाओं की भूमिका का पता लगा लिया होता तो शायद आज पुलिस को उन्हें तलाशना न पड़ता.
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