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उमा भारती ने शिवराज सिंह को दी चेतावनी, जानिए क्यों कहा चलाएंगी लट्ठ

उमा भारती ने प्रदेश में शराब बंदी को लेकर सरकार को 15 जनवरी तक का अल्टीमेटम देते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा को चिट्ठी लिखी है. उन्होंने लिखा है कि आप 15 जनवरी तक प्रदेश में जन जागरुकता अभियान चलाएं. चार महीने बाद वे खुद सड़कों पर लठ्ठ चलाकर शराब बंदी कराएंगी.

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Published : Sep 18, 2021, 5:21 PM IST

भोपाल : मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी की फायरब्रांड नेता उमा भारती ने शराब बंदी को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने सीएम शिवराज सिंह को चेतावनी देते हुए प्रदेश में 15 जनवरी से शराब बंदी लागू करने को कहा है. उमा भारती ने कहा है कि अगर सरकार जागरूकता से शराब बंदी करना चाहती है तो वह 15 जनवरी तक जागरुकता अभियान चलाए. इसके बाद वे खुद सड़कों पर उतर कर शराब बंदी कराएंगी.

शिवराज और वीडी शर्मा को लिखी चिट्ठी

उमा भारती ने प्रदेश में शराब बंदी को लेकर सरकार को 15 जनवरी तक का अल्टीमेटम देते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा को चिट्ठी लिखी है. उन्होंने लिखा है कि आप 15 जनवरी तक प्रदेश में जन जागरुकता अभियान चलाएं. चार महीने बाद वे खुद सड़कों पर उतर कर लठ्ठ चलाकर शराबबंदी कराएंगी. आप को बता दें कि उमा भारती की यह मांग पुरानी है और वे पहले भी कई बार प्रदेश में शराब बंदी किए जाने को लेकर अपनी सरकार पर दबाव बनाती रही हैं, लेकिन पिछले काफी दिनों से वे इस मामले में चुप थी. उन्होंने इस बार अपनी चुप्पी तोड़ते हुए सीधे तौर पर अपनी ही सरकार को चेतावनी दे डाली है. उमा भारती ने अपनी चिट्ठी में लिखा है कि अब बहुत हो चुका सरकार 15 जनवरी से प्रदेश में शराबबंदी का एलान कर दे, नहीं तो वे इस तारीख के बाद अपनी टीम के साथ लठ्ठ से शराबबंदी कराएंगीं.

शराब बंदी को लेकर चलाएंगी अभियान.

मेरे पास है नुकसान की भरपाई का उपाय
दरअसल, आबकारी राजस्व का बड़ा हिस्सा तय करता है. इसलिए सरकारें इसे लेकर कोई फैसला नहीं लेती हैं. इस मामले में उमा भारती ने शिवराज सरकार को होने वाले लगभग 10 हजार करोड़ के राजस्व के नुकसान की भरपाई का उपाय भी बताने की बात भी कही है. हालांकि उन्होंने यह कहा है कि नुकसान की भरपाई कैसे होगी वो ये शिवराज सिंह चौहान को अकेले में मिलकर बताएंगी.

शराब बंदी पर बिहार में नितीश सरकार का उदाहरण दिया.


जनवरी 2022 में सक्रीय राजनीति में लौटूंगी
पूर्व मुख्यमंत्री उमा ने प्रेस से बात करते हुए कहा है कि वे 15 जनवरी के बाद सक्रीय राजनीति में फिर से वापसी करेंगी, हालांकि उन्होंने यह साफ नहीं किया है कि वे विधानसभा का चुनाव लड़ेंगी या लोकसभा का. शराब बंदी को लेकर लट्ठ लेकर सड़कों पर उतरने के बयान पर भी उन्होंने सफाई दी. उन्होंने कहा कि इससे उनका मतलब सख्त कानून बनाने और उसका सख्ती से पालन कराए जाने को लेकर था. शराब बंदी से लोगों और सरकार को होने वाले फायदे को लेकर उन्होंने बिहार में नीतीश कुमार की सरकार का उदाहरण भी दिया. उमा भारती ने कहा कि वहां भी तमाम विरोध के बाद भी शराब बंदी हुई और उसीका नतीजा है कि दोबारा नितीश कुमार ने सरकार बनाई.

शिवराज मेरी पसंद, अच्छा काम कर रहे हैं
उमा भारती ने कहा कि 2008 से लेकर अब तक शिवराज बहुत अच्छा काम कर रहे हैं. वे अब वे मेरी पंसद बन चुके हैं.

पढ़ेंः मध्य प्रदेश में शराबबंदी पर ठंडे पड़े उमा भारती के तेवर

भोपाल : मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी की फायरब्रांड नेता उमा भारती ने शराब बंदी को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने सीएम शिवराज सिंह को चेतावनी देते हुए प्रदेश में 15 जनवरी से शराब बंदी लागू करने को कहा है. उमा भारती ने कहा है कि अगर सरकार जागरूकता से शराब बंदी करना चाहती है तो वह 15 जनवरी तक जागरुकता अभियान चलाए. इसके बाद वे खुद सड़कों पर उतर कर शराब बंदी कराएंगी.

शिवराज और वीडी शर्मा को लिखी चिट्ठी

उमा भारती ने प्रदेश में शराब बंदी को लेकर सरकार को 15 जनवरी तक का अल्टीमेटम देते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा को चिट्ठी लिखी है. उन्होंने लिखा है कि आप 15 जनवरी तक प्रदेश में जन जागरुकता अभियान चलाएं. चार महीने बाद वे खुद सड़कों पर उतर कर लठ्ठ चलाकर शराबबंदी कराएंगी. आप को बता दें कि उमा भारती की यह मांग पुरानी है और वे पहले भी कई बार प्रदेश में शराब बंदी किए जाने को लेकर अपनी सरकार पर दबाव बनाती रही हैं, लेकिन पिछले काफी दिनों से वे इस मामले में चुप थी. उन्होंने इस बार अपनी चुप्पी तोड़ते हुए सीधे तौर पर अपनी ही सरकार को चेतावनी दे डाली है. उमा भारती ने अपनी चिट्ठी में लिखा है कि अब बहुत हो चुका सरकार 15 जनवरी से प्रदेश में शराबबंदी का एलान कर दे, नहीं तो वे इस तारीख के बाद अपनी टीम के साथ लठ्ठ से शराबबंदी कराएंगीं.

शराब बंदी को लेकर चलाएंगी अभियान.

मेरे पास है नुकसान की भरपाई का उपाय
दरअसल, आबकारी राजस्व का बड़ा हिस्सा तय करता है. इसलिए सरकारें इसे लेकर कोई फैसला नहीं लेती हैं. इस मामले में उमा भारती ने शिवराज सरकार को होने वाले लगभग 10 हजार करोड़ के राजस्व के नुकसान की भरपाई का उपाय भी बताने की बात भी कही है. हालांकि उन्होंने यह कहा है कि नुकसान की भरपाई कैसे होगी वो ये शिवराज सिंह चौहान को अकेले में मिलकर बताएंगी.

शराब बंदी पर बिहार में नितीश सरकार का उदाहरण दिया.


जनवरी 2022 में सक्रीय राजनीति में लौटूंगी
पूर्व मुख्यमंत्री उमा ने प्रेस से बात करते हुए कहा है कि वे 15 जनवरी के बाद सक्रीय राजनीति में फिर से वापसी करेंगी, हालांकि उन्होंने यह साफ नहीं किया है कि वे विधानसभा का चुनाव लड़ेंगी या लोकसभा का. शराब बंदी को लेकर लट्ठ लेकर सड़कों पर उतरने के बयान पर भी उन्होंने सफाई दी. उन्होंने कहा कि इससे उनका मतलब सख्त कानून बनाने और उसका सख्ती से पालन कराए जाने को लेकर था. शराब बंदी से लोगों और सरकार को होने वाले फायदे को लेकर उन्होंने बिहार में नीतीश कुमार की सरकार का उदाहरण भी दिया. उमा भारती ने कहा कि वहां भी तमाम विरोध के बाद भी शराब बंदी हुई और उसीका नतीजा है कि दोबारा नितीश कुमार ने सरकार बनाई.

शिवराज मेरी पसंद, अच्छा काम कर रहे हैं
उमा भारती ने कहा कि 2008 से लेकर अब तक शिवराज बहुत अच्छा काम कर रहे हैं. वे अब वे मेरी पंसद बन चुके हैं.

पढ़ेंः मध्य प्रदेश में शराबबंदी पर ठंडे पड़े उमा भारती के तेवर

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