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यूक्रेन को अमेरिकी मदद से रूस नाराज, बॉर्डर इलाकों में किया ICBM परमाणु हथियारों से युद्धाभ्यास - Russia takes out its ICBM nukes

यूक्रेन से चल रही लंबी लड़ाई के बीच रूस ने अपने इंटरकांटिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) और परमाणु हथियारों को बाहर निकाला. माना जा रहा है कि यूक्रेन के दिए जा रहे अमेरिकी मदद की खबरों के बीच संदेश देने के लिए रूस ने युद्धाभ्यास शुरू किया है. संजीब बरुआ की रिपोर्ट

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Published : Jun 1, 2022, 8:28 PM IST

नई दिल्ली : रूस और यूक्रेन का युद्ध शुरू हुए तीन महीने बीत चुके हैं, मगर तनाव खत्म होने के बजाय बढ़ता ही जा रहा है. यूक्रेन को दिए जा रहे अमेरिकी मदद के अंदेशे के बाद रूस ने परमाणु मिसाइलों के साथ युद्ध अभ्यास शुरू कर दिया है. माना जा रहा है कि इस युद्धभ्यास के जरिये उसने अमेरिका को संदेश देने की कोशिश की है. रूस ने बुधवार को घोषणा की कि उसने मास्को के उत्तर-पूर्व में इवानोवो क्षेत्र में अपनी परमाणु हथियारों का अभ्यास शुरू कर दिया है.

रूसी रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि युद्धाभ्यास के दौरान रूसी सेना मिसाइल सिस्टम को फील्ड पोजीशन पर लाने, 100 किमी तक मार्च करने, फील्ड पोजीशन में बदलाव के साथ यूनिट्स को तितर-बितर करने और हमले पर काम कर रही है. इस अभ्यास में 1,000 सैन्यकर्मी और 100 से अधिक उपकरण शामिल किए गए हैं. यह युद्धाभ्यास संभावित परमाणु हमले के जवाब में मिसाइल रक्षा प्रणाली दुरुस्त करने के लिए किया गया है. इसके अलावा मल्टिपल वारहेड से लैस इंटरकांटिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) को भी तैनात किया गया है. ये मिसाइल 11,000 किमी तक की दूरी तक के लक्ष्य को मारने में सक्षम है. बता दें कि अमेरिका के पूर्वी तट न्यूयॉर्क से मास्को की दूरी लगभग 7,500 किमी है जबकि मास्को से पश्चिमी तट पर कैलिफोर्निया की दूरी लगभग 9,500 किमी है.

24 फरवरी, 2022 की सुबह रूस द्वारा सैन्य कार्रवाई शुरू करने के बाद से अमेरिका और उसके सहयोगियों ने यूक्रेन को अरबों डॉलर के हथियार भेजे हैं. हाल ही में अमेरिका ने यूक्रेन को भारी आर्टिलरी दी है. इस कारण रूस और अमेरिका के बीच जमकर बयानबाजी हुई. जो बाइडेन प्रशासन ने यूक्रेन को हाई मोबिलिटी आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम (HIMARS) देने का निर्णय लिया है. HIMARS एक से अधिक रॉकेट चलाने वाला मोबाइल मल्टीपल लॉन्च रॉकेट सिस्टम (MLRS) है, जिसके कारण यूक्रेन तेजी से पिन-पॉइंटेड हमले कर सकेगा. हालांकि अमेरिका ने साफ किया है कि रूस के साथ बढ़ते जोखिम के कारण कीव को हाई रेंज सिस्टम नहीं दिए जाएंगे. HIMARS 80 किमी तक के लक्ष्यों को मार सकता है, जिसका अर्थ है कि उनका उपयोग रूस बॉर्डर के पास बनाए गए बैटरी, बारूद डंप और ईंधन डिपो के खिलाफ किया जा सकता है.

इस बीच रूस ने उप विदेश मंत्री, सर्गेई रयाबकोव ने अमेरिका के हथियार आपूर्ति करने के फैसले की आलोचना की है. उन्होंने आरोप लगाया कि अमेरिका रूस के खिलाफ यूक्रेन को भारी मात्रा में हथियार दे रहा है, जो यूक्रेन के साथ शांति वार्ता में बाधक बन सकता है. बुधवार को क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने भी अमेरिका पर आग में फ्यूल डालने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि अमेरिका चाहता है कि रूस अंतिम यूक्रेनी को खत्म करने के लिए लड़े. मंगलवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कीव रूसी क्षेत्र पर हमला करने के लिए अमेरिकी हथियारों का इस्तेमाल नहीं करेगा. हालांकि रूसी अधिकारियों ने इस दावे को खारिज कर दिया है.

पढ़ें : यूक्रेन को उच्च तकनीक वाली मध्यम दूरी की रॉकेट प्रणालियां भेजेगा अमेरिका

नई दिल्ली : रूस और यूक्रेन का युद्ध शुरू हुए तीन महीने बीत चुके हैं, मगर तनाव खत्म होने के बजाय बढ़ता ही जा रहा है. यूक्रेन को दिए जा रहे अमेरिकी मदद के अंदेशे के बाद रूस ने परमाणु मिसाइलों के साथ युद्ध अभ्यास शुरू कर दिया है. माना जा रहा है कि इस युद्धभ्यास के जरिये उसने अमेरिका को संदेश देने की कोशिश की है. रूस ने बुधवार को घोषणा की कि उसने मास्को के उत्तर-पूर्व में इवानोवो क्षेत्र में अपनी परमाणु हथियारों का अभ्यास शुरू कर दिया है.

रूसी रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि युद्धाभ्यास के दौरान रूसी सेना मिसाइल सिस्टम को फील्ड पोजीशन पर लाने, 100 किमी तक मार्च करने, फील्ड पोजीशन में बदलाव के साथ यूनिट्स को तितर-बितर करने और हमले पर काम कर रही है. इस अभ्यास में 1,000 सैन्यकर्मी और 100 से अधिक उपकरण शामिल किए गए हैं. यह युद्धाभ्यास संभावित परमाणु हमले के जवाब में मिसाइल रक्षा प्रणाली दुरुस्त करने के लिए किया गया है. इसके अलावा मल्टिपल वारहेड से लैस इंटरकांटिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) को भी तैनात किया गया है. ये मिसाइल 11,000 किमी तक की दूरी तक के लक्ष्य को मारने में सक्षम है. बता दें कि अमेरिका के पूर्वी तट न्यूयॉर्क से मास्को की दूरी लगभग 7,500 किमी है जबकि मास्को से पश्चिमी तट पर कैलिफोर्निया की दूरी लगभग 9,500 किमी है.

24 फरवरी, 2022 की सुबह रूस द्वारा सैन्य कार्रवाई शुरू करने के बाद से अमेरिका और उसके सहयोगियों ने यूक्रेन को अरबों डॉलर के हथियार भेजे हैं. हाल ही में अमेरिका ने यूक्रेन को भारी आर्टिलरी दी है. इस कारण रूस और अमेरिका के बीच जमकर बयानबाजी हुई. जो बाइडेन प्रशासन ने यूक्रेन को हाई मोबिलिटी आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम (HIMARS) देने का निर्णय लिया है. HIMARS एक से अधिक रॉकेट चलाने वाला मोबाइल मल्टीपल लॉन्च रॉकेट सिस्टम (MLRS) है, जिसके कारण यूक्रेन तेजी से पिन-पॉइंटेड हमले कर सकेगा. हालांकि अमेरिका ने साफ किया है कि रूस के साथ बढ़ते जोखिम के कारण कीव को हाई रेंज सिस्टम नहीं दिए जाएंगे. HIMARS 80 किमी तक के लक्ष्यों को मार सकता है, जिसका अर्थ है कि उनका उपयोग रूस बॉर्डर के पास बनाए गए बैटरी, बारूद डंप और ईंधन डिपो के खिलाफ किया जा सकता है.

इस बीच रूस ने उप विदेश मंत्री, सर्गेई रयाबकोव ने अमेरिका के हथियार आपूर्ति करने के फैसले की आलोचना की है. उन्होंने आरोप लगाया कि अमेरिका रूस के खिलाफ यूक्रेन को भारी मात्रा में हथियार दे रहा है, जो यूक्रेन के साथ शांति वार्ता में बाधक बन सकता है. बुधवार को क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने भी अमेरिका पर आग में फ्यूल डालने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि अमेरिका चाहता है कि रूस अंतिम यूक्रेनी को खत्म करने के लिए लड़े. मंगलवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कीव रूसी क्षेत्र पर हमला करने के लिए अमेरिकी हथियारों का इस्तेमाल नहीं करेगा. हालांकि रूसी अधिकारियों ने इस दावे को खारिज कर दिया है.

पढ़ें : यूक्रेन को उच्च तकनीक वाली मध्यम दूरी की रॉकेट प्रणालियां भेजेगा अमेरिका

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